'ट्रंप ने 59 दिनों में 21वीं बार किया मध्यस्थता का दावा', कांग्रेस का सवाल- आखिर प्रधानमंत्री कब चुप्पी तोड़ेंगे?
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बीते मई महीने में सैन्य संघर्ष को व्यापार समझौते के जरिए सुलझाया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार और बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने का दावा कर रहे हैं। ट्रंप करीब दो दर्जन बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को रुकवाया है। इसके लिए उन्होंने दोनों देशों से व्यापार का वादा किया है। ट्रंप ने एक बार फिर यही दावा किया है, जिसके बाद कांग्रेस ने मंगलवार को सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे ?
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि ट्रंप ने 59 दिनों में कम से कम 21वीं बार, भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाने के लिए मध्यस्थता का श्रेय स्वयं लिया है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "पिछले 59 दिनों में कम से कम 21वीं बार राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा है कि उन्होंने मई में चार दिवसीय भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाया, युद्ध परमाणु संघर्ष में बदलने वाला था, भारत और पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुए क्योंकि अमेरिका के साथ व्यापार का मूलमंत्र उन्होंने ही इस्तेमाल किया था। दूसरे शब्दों में, उनका संदेश था: तुरंत युद्ध रोकें या अमेरिकी बाज़ार (और संभवतः निवेश) खोने की वास्तविक संभावनाओं का सामना करें।"
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप ने यह ढिंढोरा तब पीटा जब वह यह भी घोषणा कर रहे थे कि भारत और पाकिस्तान के साथ एक अमेरिकी व्यापार समझौते की घोषणा जल्द ही होने वाली है।"
रमेश ने सवाल किया, "नरेन्द्र मोदी इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे जिन्हें कभी उनके वरिष्ठ सहयोगी घनश्याम तिवाड़ी ने ‘बीजेपी का ट्रंप कार्ड' कहा था ?"
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बीते मई महीने में सैन्य संघर्ष को व्यापार समझौते के जरिए सुलझाया।
दूसरी तरफ भारत का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार किया गया।
पीटीआई के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia