ताज पर भगवा लगाकर तस्वीर पोस्ट करने वाला गिरफ्तार, लेकिन संगीत सोम पर क्यों नहीं हुई कोई कार्यवाही?

ताजमहल पर विवादित पोस्ट करने वाले दो लोगों को उत्तरप्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। लेकिन इस विवाद को शुरु करने वाले बीजेपी विधायक संगीत सोम पर कार्यवाही कब होगी?

फोटो : सोशल मीडिया
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IANS

ताजमहल को लेकर विवादित पोस्ट करने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने लखनऊ और आगरा पुलिस की मदद से लखनऊ के माल एवेन्यू इलाके से उत्तर प्रदेश नव निर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी और उसके सहयोगी उपदेश राणा को गिरफ्तार किया है।

लेकिन सवाल यह है कि ताजमहल को लेकर विवाद खड़ा करने वाले बीजेपी विधायक संगीत सोम के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई। संगीत सोम ने 16 अक्टूबर को एक बयान में कहा था कि, ''कुछ लोगों को दर्द हुआ कि आगरा का ताजमहल ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया है. कैसा इतिहास, कहां का इतिहास कौन सा इतिहास. उसको बनाने वाला हिंदुओं का सफाया करना चाहता था।''

संगीत सोम के इस बयान की चौतरफा निंदा हुई थी और तमाम बुद्धिजीवियों और इतिहासकारों ने उनके इस बयान पर कार्यवाही की मांग उठाई थी। संभवत: केंद्र मोदी सरकार और बीजेपी नेतृत्व के ही निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ताजमहल का दौरा करना पड़ा था और ताज को पर्यटन का मुख्य आकर्षण कहना पड़ा था।

इतना ही नहीं जिस दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताज का दीदार कर रहे थे, उसी दिन आगरा (उत्तर) के विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने ताजमहल परिसर में ही मीडिया से कहा कि मुगलों ने पहले मंदिर को गिराया था और फिर ताजमहल का निर्माण कराया। गर्ग ने कहा कि कई इतिहासकारों का मानना है कि जिस जगह ताजमहल है, वहां पहले शिव मंदिर था। बीजेपी विधायक के इस बयान के बाद ही कुछ हिंदुत्ववादी गुटों में शिव चालीसा पढ़ने और पूजा करने की कोशिश की थी।

इन्हीं लोगों में अमित जानी व उपदेश राणा भी थे जिन्होंने 23 अक्टूबर को ताजमहल के अंदर कई हिंदूवादियों के साथ 'शिव चालीसा' का पाठ किया था।

अमित जानी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर ताजमहल की तस्वीर पर भगवा झंडा लगाकर पोस्ट की थी। इसके अलावा उसने ताजमहल को 'मंदिर' बताते हुए तीन नवंबर को बड़ी संख्या में लोगों से आगरा चलने की अपील की थी।

इस मामले में मेरठ निवासी अमित जानी और उपदेश राणा के खिलाफ आगरा में धार्मिक भावनाएं आहत करने और आईटी एक्ट की धारा के तहत आगरा के ताजगंज थाने में मामला दर्ज किया गया था। सोमवार को दोनों को आगरा पुलिस ने एसटीएफ और लखनऊ पुलिस की मदद से लखनऊ के माल एवेन्यू में अमित जानी के घर से गिरफ्तार किया। दोनों को आगरा ले जाया गया है।

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Published: 30 Oct 2017, 11:57 PM