'वोटर अधिकार यात्रा' का समापन, राहुल, तेजस्वी समेत 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं ने निकाला मार्च

यात्रा के 14वें दिन शनिवार को राहुल गांधी ने कहा था कि बिहार में शुरू हुई यह "क्रांति" पूरे देश में फैलने जा रही है और अब बीजेपी को वोट और चुनाव की चोरी नहीं करने दी जाएगी।

वोटर अधिकार यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी
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नवजीवन डेस्क

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और 'इंडिया’ गठबंधन के कई अन्य नेताओं ने बिहार में "वोटर अधिकार यात्रा" के समापन से पहले सोमवार को पटना में मार्च शुरू किया।

गांधी मैदान से निकाला गया यह मार्च पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आंबेडकर पार्क में खत्म होना है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस मार्च को डाक बंगला चौराहे पर ही खत्म किया जा सकता है, क्योंकि पुलिस की ओर से इससे आगे जाने की अनुमति नहीं मिली है।

बिहार प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख राजेश राठौर ने 'पीटीआई -भाषा' से कहा, "चाहे कुछ हो जाए, हमारे नेता राहुल गांधी जी और 'इंडिया' गठबंधन के दूसरे शीर्ष नेता आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करेंगे।"

मार्च के आखिर में गठबंधन के प्रमुख नेताओं का संबोधन हो सकता है। इस मार्च को "गांधी से आंबेडकर" नाम दिया गया है।

राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं ने मार्च शुरू करने से पहले गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।


इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव एम ए बेबी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत और कई अन्य नेता उपस्थित थे।

'वोटर अधिकार यात्रा' 25 जिलों में 110 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी और इसमें 1300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की गई। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और निर्वाचन आयोग पर तीखे हमले बोले।

उन्होंने जगह-जगह "वोट चोर, गद्दी छोड़" का नारा लगाया।

यात्रा के 14वें दिन शनिवार को राहुल गांधी ने कहा था कि बिहार में शुरू हुई यह "क्रांति" पूरे देश में फैलने जा रही है और अब बीजेपी को वोट और चुनाव की चोरी नहीं करने दी जाएगी।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस यात्रा में शामिल हुए।


सासाराम से 17 अगस्त को निकाली गई इस यात्रा को बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के व्यापक चुनाव अभियान के तौर पर देखा जा रहा है।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का कहना है कि बिहार के लोगों ने राहुल गांधी और महागठबंधन के अन्य नेताओं की इस यात्रा को अभूतपूर्व समर्थन दिया है।

यह यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर और कुछ अन्य क्षेत्रों से गुजरी।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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