वोटर अधिकार यात्रा: तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर विचारों की नकल का आरोप लगाया, बोले- बिहार को असली मुख्यमंत्री चाहिए
तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि आरजेडी ‘पहली पार्टी थी जिसने अधिवास नीति लागू करने की मांग की, मुफ्त बिजली, विधवाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन और बिहार के समग्र विकास के लिए कई विचारों का वादा किया’।

बिहार में विपक्ष की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बृहस्पतिवार को एक दिन के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो गई। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर ‘दूरदर्शिता के अभाव’ और ‘केवल उनके विचारों की नकल करने’ का आरोप लगाया।
यादव ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपराह्न तक दिल्ली से वापस आएंगे और यात्रा में शामिल होंगे।
शेखपुरा जिले में यात्रा के फिर से शुरू होने पर यादव के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई)-मार्क्सवादी-लेनिनवादी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी सहित अन्य लोग शामिल हुए।
यादव ने कहा, “हम बड़े भाई राहुल गांधी के आभारी हैं कि उन्होंने इस यात्रा के लिए इतना समय दिया। उपराष्ट्रपति चुनाव से संबंधित उनके कुछ जरूरी काम हैं। वह दोपहर बाद हमारे साथ शामिल होंगे।”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रविवार को सासाराम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद जैसे नेताओं की मौजूदगी में इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी।
यादव ने राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर ‘दूरदर्शिता के अभाव’ और ‘केवल उनके विचारों की नकल करने’ का आरोप लगाया।
आरजेडी नेता ने कहा कि उन्होंने (तेजस्वी ने) जो भी वादे किए थे, चाहे वह मूल निवास का मामला हो, प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म पर शुल्क माफी हो या युवा आयोग का गठन, वह (नीतीश कुमार सरकार) उन्हें अपनी पहल के रूप में पेश कर रही है।
उन्होंने यह भी दावा किया, “राज्य की थकी हुई (एनडीए) सरकार आगामी विधानसभा चुनावों में उखाड़ फेंकी जाएगी। बिहार को एक असली मुख्यमंत्री चाहिए, न कि नकली। हम सरकार बनाएंगे और हमारे पास राज्य के लिए एक ‘विजन’ है।”
तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि आरजेडी ‘पहली पार्टी थी जिसने अधिवास नीति लागू करने की मांग की, मुफ्त बिजली, विधवाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन और बिहार के समग्र विकास के लिए कई विचारों का वादा किया’।
यादव ने कहा, “अगर हमारी सरकार बनती है, तो हम युवाओं को रोजगार देंगे, राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे और बिहार से पलायन रोकने के उपाय करेंगे।”
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार माने जा रहे यादव ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर लोगों के वोट ‘चुराए’ जा रहे हैं और उन्होंने भीड़ से ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ के नारे लगवाए।
उन्होंने दावा किया, “बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) लोगों के मताधिकार को छीनने की एक कवायद है। यह राज्य में मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने की सत्तारूढ़ सरकार की साजिश है।”
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