गाजियाबाद में ‘लव जिहाद’ विरोध का नेतृत्व करने वाले अजय शर्मा ने कहा, ‘हमारी सरकार है और मैंने इस शादी की मुख्यमंत्री से शिकायत की है’

उत्तर प्रदेश में दो समुदायों के युवक-युवतियों के बीच हो रही शादियों को हिंदू संगठन से जुड़े लोग ‘लव जिहाद’ का नाम देने में जुटे हैं। गाजियाबाद में माहौल खराब करने की बीजेपी की कोशिश नाकाम साबित हुई।

फोटो: नवजीवन
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आस मोहम्मद कैफ

उत्तर प्रदेश में दो समुदायों के युवक-युवतियों के बीच हो रही शादियों को लगातार हिंदू संगठन से जुड़े लोग ‘लव जिहाद’ का नाम देने में जुटे हुए हैं। राज्य में होने वाली इस तरह की शादियों को निशाना बनाया जा रहा है। इसका एक उदाहरण गाजियाबाद के राजनगर में देखा गया जहां दो अलग-अलग समुदायों से जुड़े युवक और युवती की शादी का रिसेप्शन था। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के बेटे का अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली युवती से 6 साल पहले प्रेम हुआ था। काफी लंबे समय तक चले रिश्ते के बाद दोनों ने गाजियाबाद में कानूनी तरीके से शादी कर ली। लेकिन यह शादी बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को रास नहीं आई। 22 दिसंबर को जैसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को रिसेप्शन की खबर लगी, वे मौके पर पहुंच गए और करीब 7 घंटे तक हंगामा किया। पहले तो पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को समझाया, और जब वे नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

गाजियाबाद में ‘लव जिहाद’ विरोध का नेतृत्व करने वाले अजय शर्मा ने कहा, ‘हमारी सरकार है और मैंने इस शादी की मुख्यमंत्री से शिकायत की है’
प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ता पर लाठीचार्ज करते पुलिसकर्मी 

जिस युवक और युवती की शादी को बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने ‘लव जिहाद’ का नाम देने की कोशिश की, वे पढ़े-लिखे परिवार से ताल्लुक रखते हैं। युवक नोएडा में एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में बड़े पद पर है। वहीं युवती एमबीबीएस कर चुकी है और फिलहाल वह बेंगलुरु से पीएचडी कर रही है। युवती के चाचा कहते हैं, “दोनों पढ़े-लिखे हैं, दोस्त हैं, कई सालों से साथ हैं और एक दूसरे को जानते हैं। युवक इस बात से राजी था कि मंदिर में शादी कर ले, युवती कह रही थी निकाह कर लेते हैं। इस बात से जाहिर होता है कि दोनों एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं।” युवक का युवती के घर काफी समय से आना-जाना था, उसके परिवार के लोग भी युवक को जानते थे। युवक के करीबियों के मुताबिक यह शादी अचानक से नहीं हुई। युवती और युवक ने एक दूसरे को अच्छी तरह समझा और फिर दोनों परिवारों ने एक दूसरे के घरों में आना-जाना शुरू किया था।

गाजियाबाद में ‘लव जिहाद’ विरोध का नेतृत्व करने वाले अजय शर्मा ने कहा, ‘हमारी सरकार है और मैंने इस शादी की मुख्यमंत्री से शिकायत की है’
प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को खदेड़ते पुलिसकर्मी 

गाजियाबाद के एसएसपी हरिनारायण सिंह ने कहा, “बीजेपी के लोगों ने शादी का विरोध किया। वे जबर्दस्ती युवती की विदाई रुकवाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उनके मनसूबों को नाकाम कर दिया।” स्थानीय लोगों के मुताबिक बीजेपी और हिंदू संगठनों के लोगों ने उस बंगले में घुसने की कोशिश की जहां शादी हो रही थी। यह विरोध बीजेपी के नगर अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में किया गया। शादी का विरोध करने वाले अजय शर्मा कहते हैं, “युवक ने प्रेम जाल में फंसाकर लड़की के साथ ‘लव जिहाद’ किया है। लड़के वाले लड़की को लेने आए थे, जिसका हमने धर्म की रक्षा के लिए विरोध किया।” अजय शर्मा ने यह भी कहा कि हमारी सरकार है और मैंने इस शादी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है।

बीजेपी कार्यकर्ताओं के हंगामे पर समाजवादी पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की नगर अध्यक्ष ऋतू खन्ना कहती हैं, “दो पढ़े-लिखे, एक दूसरे को समझने वाले युवक और युवती ने शादी की है। उनके परिजन इस शादी से सहमत हैं। लड़की के घर बारात आई है और बीजेपी हिंदुस्तान को तालिबान बनाने की जल्दबाजी में है।”

इस पूरे मामले पर एमएलसी आशु मलिक कहते हैं, “यह दिल का दिल से मामला है, और इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता क्योंकि इश्क मजनू की वह आवाज है जिसके आगे कोई लैला किसी दीवार से रोकी न गई।” बजरंग दल के बलराज डूंगर ने कहा, “यह इश्क नहीं है, जाल है अगर प्रेम होता तो युवक दहेज में मिले एक करोड़ रुपए के फ्लैट को लेने से इंकार कर देता।” फिलहाल युवती के पिता ने हंगामा करने वाले बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।

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