सूडान के तीन शहरों पर अर्धसैनिक बलों के हमलों में 26 नागरिकों की मौत, जानबूझकर नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने का आरोप

मंत्रालय ने कहा, "शुक्रवार को मिलिशिया ने अल-ओबेद शहर में अल-दमन अस्पताल को निशाना बनाया, जिसमें उपचार करा रहे 16 मरीजों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।"

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

सूडान सरकार ने घोषणा की है कि सूडान के पश्चिमी कोर्डोफान क्षेत्र के तीन शहरों पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के हमलों में कम से कम 26 नागरिक मारे गए।

सूडान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हाल के कुछ घंटों में, आरएसएफ मिलिशिया ने जानबूझकर नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया है और निर्दोष लोगों की जान ली है।"

मंत्रालय ने कहा, "शुक्रवार को मिलिशिया ने अल-ओबेद शहर में अल-दमन अस्पताल को निशाना बनाया, जिसमें उपचार करा रहे 16 मरीजों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।" मंत्रालय ने आगे कहा, "बुधवार को मिलिशिया ने अल-खिवाई शहर में एक सार्वजनिक बाजार पर भी ड्रोन से हमला किया, जिसमें आठ नागरिक मारे गए।"

बयान में कहा गया कि आरएसएफ ने दक्षिण कोर्डोफान के अल-दीबाईबात कस्बे में एक आवासीय क्षेत्र को भी निशाना बनाया, जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई।


समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मंत्रालय ने आरएसएफ के हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इन हमलों का एकमात्र उद्देश्य अधिकतम नागरिकों को क्षति पहुंचाना था। इन हमलों में नागरिकों, मानवीय संगठनों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और आवश्यक सेवाओं को टारगेट किया गया।

बयान में आगे आरएसएफ पर गुरुवार को उत्तरी दारफुर राज्य की राजधानी एल-फशर में विश्व खाद्य कार्यक्रम के गोदामों पर बमबारी करने और उनमें आग लगाने का आरोप लगाया, जिससे बड़ी मात्रा में खाद्य आपूर्ति नष्ट हो गई।

सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और आरएसएफ के बीच सशस्त्र संघर्ष कोर्डोफान क्षेत्र में तेज हो गया है, जिसमें उत्तर, पश्चिम और दक्षिण कोर्डोफान राज्य शामिल हैं।

गुरुवार को आरएसएफ ने दक्षिण कोर्डोफान में अल-दीबात और पश्चिम कोर्डोफन में अल-खिवाई कस्बों पर नियंत्रण का दावा किया। सूडानी सेना ने अभी तक इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


अप्रैल 2023 से सूडान एसएएफ और आरएसएफ के बीच संघर्ष में उलझा हुआ है। इस युद्ध में हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोगों को सूडान के भीतर और उसकी सीमाओं के पार अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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