दुनिया की 5 बड़ी खबरें: पाक में आतंकी संगठनों की 900 से ज्यादा संपत्ति फ्रीज और कोरोना के दौरान अमेरिका की छवि हुई बेहद खराब

पाकिस्तान सरकार ने आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जमात-उद-दावा (जेयूडी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की कुल 964 संपत्तियों को फ्रीज कर दिया है।कोरोना वायरस के प्रसार को रोक पाने में नाकाम रहे अमेरिकी राष्ट्रपति की छवि को बहुत नुकसान पहुंचा है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

रूस : बीते 24 घंटे में कोरोना के 5,762 नए मामले


रूस में बीते 24 घंटों में कोरोनावायरस के 5,762 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे देश में इस वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10,85,281 हो गई है। देश के कोरोनावायरस रिस्पांस सेंटर ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बयान के हवाले से कहा, "बीते 24 घंटों में 144 नई मौतें दर्ज की गईं, जिससे यहां इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19,061 हो गई।"

मॉस्को में 730 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,74,003 हो गई।

पाकिस्तान : जमात-उद-दावा, जैश की 900 से ज्यादा संपत्ति फ्रीज

पाकिस्तान सरकार ने आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जमात-उद-दावा (जेयूडी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की कुल 964 संपत्तियों को फ्रीज कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से यह कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के 27 सूत्री एक्शन प्लान का लक्ष्य पूरा करने के प्रयासों के हिस्से के रूप में की गई है।

आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, फ्रीज की गई संपत्तियों में से 907 जेयूडी और 57 जेईएम की हैं।

संसदीय कार्य राज्यमंत्री अली मुहम्मद खान ने कहा कि प्रांतीय गृह विभागों ने विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (फ्रीजिंग और जब्ती) आदेश 2019 के तहत जेयूडी और जेईएम की संपत्ति को फ्रीज करने की कार्रवाई की है।


कोरोना के दौरान अमेरिका की छवि हुई बेहद खराब

कोरोना वायरस के प्रसार को रोक पाने में नाकाम रहे अमेरिकी राष्ट्रपति की छवि को बहुत नुकसान पहुंचा है। हालिया ग्लोबल सर्वे की मानें तो कोविड-19 महामारी से निपटने में पूरी तरह फेल रहे अमेरिका व डोनाल्ड ट्रंप की छवि पिछले कुछ समय में बेहद खराब हुई है।

गौरतलब है कि यह सर्वे प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 10 जून और 3 अगस्त के बीच 13 देशों में 13,000 से अधिक वयस्कों के बीच किया गया। इसमें यह बात सबसे प्रमुख रूप से सामने आयी कि अमेरिका व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति लोगों में विश्वास में तेजी से गिरावट देखी गयी है। अमेरिका की इतनी कमजोर छवि शायद दशकों में पहली बार हुई है।

सर्वे में हिस्सा लेने वाले ब्रिटेन के सिर्फ 41 प्रतिशत लोगों ने ही अमेरिका को लेकर सकारात्मक व भरोसे वाली राय रखी, जो कि प्यू सर्वेक्षण द्वारा आज तक दर्ज सबसे कम अनुपात है। जबकि फ्रांस में, एक तिहाई से भी कम उत्तरदाताओं ने अमेरिका के प्रति भरोसा जताया। वहीं केवल एक चौथाई जर्मनी वासियों ने इस तरह की राय रखी। यहां बता दें कि फ्रांस और जर्मनी में लोगों ने मार्च 2003 में इराक पर आक्रमण के वक्त इस तरह की नकारात्मक रेटिंग अमेरिका को दी थी।

गुटेरेस की चेतावनी: संयुक्त राष्ट्र '1945 पल' का सामना कर रहा है


संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि विश्व निकाय अपने '1945 पल' का सामना कर रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि 'उस पल की ही तरह एक बार फिर से सभी देशों को एकजुट होने की जरूरत है।' समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुटेरस के हवाले से बताया, "इस 75वीं वर्षगांठ साल के अवसर पर हम अपने खुद के 1945 पल का सामना कर रहे हैं। ये हमारे लिए एक चुनौती है।"

उन्होंने आगे कहा, "हमें आज की आपात स्थिति से उबरने के लिए दुनिया को आगे बढ़ाने और काम करने और फिर से समृद्ध बनने के लिए एकता दिखानी चाहिए, और निकाय की ²ष्टि को बनाए रखना चाहिए।"

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भविष्य में युद्धों को रोकने के उद्देश्य से और अप्रभावी राष्ट्रसंघ को सफल बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की गई थी।


चीन की वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल अच्छी : इतालवी विशेषज्ञ


इधर के दिनों में चीन ने वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल प्रस्तुत की। इस बारे में इटली के फ्लोरेंस विश्वविद्यालय के नेटवर्क विशेषज्ञ लुइगी मार्टिनो ने हमारे संवाददाता को इंटरव्यू देते समय कहा कि चीन की पहल से वैश्विक डिजिटल प्रशासन को मजबूत करने का अवसर प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि चीन की वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल ने पश्चिमी देशों में चीन के डिजिटल प्रशासन पर पुरानी छाप को तोड़ दिया है। वर्तमान में, सूचना सुरक्षा के मुद्दे पर अधिक से अधिक ध्यान दिया जा रहा है। चीन की वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल ने स्पष्ट रूप से यह प्रकट किया कि सूचना तकनीक के माध्यम से अन्य देशों में सुविधाओं को नष्ट करने और व्यक्तिगत गोपनीयता का उल्लंघन करने का विरोध किया जाएगा। लुइगी मार्टिनो ने कहा कि साइबर हमला सभी देशों को चोट पहुंचाने का दोधारी तलवार माना जाता है। इस के संदर्भ में प्रस्तुत चीनी पहल बहुत जरूरी है और उपयोगी है।

इधर के दिनों में चीन ने वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल प्रस्तुत की। इस बारे में इटली के फ्लोरेंस विश्वविद्यालय के नेटवर्क विशेषज्ञ लुइगी मार्टिनो ने हमारे संवाददाता को इंटरव्यू देते समय कहा कि चीन की पहल से वैश्विक डिजिटल प्रशासन को मजबूत करने का अवसर प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि चीन की वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल ने पश्चिमी देशों में चीन के डिजिटल प्रशासन पर पुरानी छाप को तोड़ दिया है। वर्तमान में, सूचना सुरक्षा के मुद्दे पर अधिक से अधिक ध्यान दिया जा रहा है। चीन की वैश्विक डिजिटल सुरक्षा पहल ने स्पष्ट रूप से यह प्रकट किया कि सूचना तकनीक के माध्यम से अन्य देशों में सुविधाओं को नष्ट करने और व्यक्तिगत गोपनीयता का उल्लंघन करने का विरोध किया जाएगा। लुइगी मार्टिनो ने कहा कि साइबर हमला सभी देशों को चोट पहुंचाने का दोधारी तलवार माना जाता है। इस के संदर्भ में प्रस्तुत चीनी पहल बहुत जरूरी है और उपयोगी है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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