दुनिया की 5 बड़ी खबरें: नेपाल के पीएम ओली को बड़ा झटका और जानें न्यू कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई?

नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को झटका देते हुए देश के सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को हाल ही में कैबिनेट फेरबदल को रद्द कर दिया। चीन, न्यू कोरोना वायरस की उत्पत्ति के मुद्दे पर अमेरिका की धमकियों का स्वीकार कभी नहीं करेगा।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

नेपाल : ओली को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने कैबिनेट फेरबदल रद्द किया

नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को झटका देते हुए देश के सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को हाल ही में कैबिनेट फेरबदल को रद्द कर दिया और ओली के कैबिनेट के 20 मंत्रियों को उनके पद से मुक्त कर दिया। ओली, जो सदन के विघटन और नवंबर में चुनाव की घोषणा के बाद से कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भूमिका में हैं। उन्होंने 4 जून और 10 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार किया था और 20 नए चेहरे जोड़े थे। ओली ने 21 मई को सदन को भंग कर दिया था और सदन में विश्वास मत हारने के बाद चुनाव की घोषणा की थी।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में कैबिनेट के विस्तार के फैसले को लागू न करने का आदेश जारी करते हुए कहा कि कोई कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुनाव की घोषणा के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं कर सकता। यह संविधान की भावना के खिलाफ जाता है।

न्यू कोरोनावायरस की उत्पत्ति कहां से हुई? अमेरिका को वैज्ञानिक जांच का स्वीकार करना ही पड़ेगा

फोटो: IANS
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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीचैन ने 21 तारीख को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन, न्यू कोरोना वायरस की उत्पत्ति के मुद्दे पर अमेरिका की धमकियों का स्वीकार कभी नहीं करेगा। चीन ने दो बार डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ दल का सत्कार किया है, और डब्ल्यूएचओ के संयुक्त विशेषज्ञ समूह के साथ ट्रैसेबिलिटी रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित की है। जिससे वैश्विक ट्रैसेबिलिटी कार्य में सकारात्मक योगदान किया गया है। हालांकि, अमेरिका ने अपने यहां पुष्ट हुए शुरूआती मामलों के मुद्दे को अनदेख कर दिया है। अमेरिका को न्यू कोरोनावायरस की उत्पत्ति के बारे में दुनिया के संदेह का जवाब देना ही पड़ता है। चाओ लीचैन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) के द्वारा एकत्र किए गए 24,000 से अधिक रक्त नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि दिसंबर 2019 में अमेरिका में न्यू कोरोना वायरस दिखाई दिया था, जो घोषित किए गए प्रथम मामले से कई सप्ताह भी पहला था। एनआईएच के नवीनतम शोध से यह साबित है कि अमेरिका द्वारा जनवरी 2020 के मध्य में आधिकारिक तौर पर अपने पहले मामले की घोषणा करने से पहले, अमेरिका में न्यू कोरोनावायरस निम्न स्तर पर फैलने लगा था। इसके अलावा, जून 2019 में अमेरिका में फोर्ट डेट्रिक बायोलॉजिकल एक्सपेरिमेंट बेस, जिसे जापानी आक्रमणकारी सेना के यूनिट 731 की जीवाणु युद्ध विरासत का ग्रहण किया था, को भी लीक के कारण बन्द करने का आदेश दिया गया था।


तिब्बत : ल्हासा में सबसे बड़ा सब्जी मार्केट

फोटो: IANS
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चीन का तिब्बत स्वायत्त प्रदेश मुख्य रूप से पठार है। यहां का मौसम बेहद ठंडा और वातावरण बेहद शुष्क होता है। इसके चलते सब्जियां और फलों की पैदावार सामान्यत: कम होती है। तिब्बती वासी अधिकतर याक के मांस पर निर्भर होते थे, बाकी के मांस की भी कमी होती थी। लेकिन इस कमी को पूरा करने के लिए ल्हासा की बाई कृषि उत्पाद मार्केट ने साल 1995 में बीड़ा उठाया। इस मार्केट में तमाम तरह की सब्जियां, फल, मांस आदि उपलब्ध होते हैं। यह सभी कृषि उत्पाद तिब्बत से सटे प्रांतों से आते हैं।

इस समय, बाई कृषि उत्पाद मार्केट 17,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस सब्जी मार्केट में मुख्य रूप से सब्जियां, फल, मांस, समुद्री भोजन आदि सब मिलते हैं। इस बाजार में कुल 112 स्टॉल हैं, जो कि 48 स्टॉल सब्जियों के हैं, 10 स्टॉल फलों के हैं, 24 स्टॉल ताजा मांस के हैं, बाकि के स्टॉल अन्य खाद्य पदार्थों के हैं। इस क्षेत्र में 121 दुकानें हैं, जहां मुख्य रूप से अनाज और तेल, समुद्री भोजन, जलीय उत्पाद, स्थानीय विशिष्टता वाले उत्पाद, रोजमर्रा की जरूरतें वाली चीजें सब मिलती हैं।

यूरोपीय संघ बुरुंडी के खिलाफ लगे प्रतिबंध को हटाएगा

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यूरोपीय संघ (ईयू) ने बुरुंडी के खिलाफ प्रतिबंध हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है । प्रतिबंध की वजह से बुरुंडी सरकार की वित्तीय सहायता बंद हो गई है। एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बुरुंडी में यूरोपीय संघ के राजदूत क्लाउड बोचू ने सोमवार को यह घोषणा की।

मार्च 2016 में, तत्कालीन राष्ट्रपति पियरे नकरुनजि़जा की विवादास्पद तीसरी अवधि की बोली से उत्पन्न राजनीतिक संकट के बाद यूरोपीय संघ ने बुरुंडियन सरकार को अपनी प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता को निलंबित कर दिया था। बोचू ने राष्ट्रपति एवरिस्टे नादिशिमी से मुलाकात के बाद एक प्रेस वार्ता में बताया इस साल मई के अंत में, यूरोपीय संघ के कार्यकारी समूहों ने सर्वसम्मति से ब्लॉक के न्यायिक संस्थानों को बुरुंडियन सरकार को वित्तीय सहायता के निलंबन को रद्द करने का निर्देश दिया।


साल 2020 में 26,425 बच्चों के खिलाफ गंभीर उत्पीड़न वाली घटनाएं : यूएन

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संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट से पता चला है कि साल 2020 में बच्चों के खिलाफ कम से कम 26,425 गंभीर उत्पीड़न वाले मामले दर्ज हुए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को जारी वार्षिक बाल और सशस्त्र संघर्ष (सीएएसी) रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्पीड़न में से साल 2020 में 23,946 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2,479 मामले पहले किए गए थे, लेकिन पिछले साल ही इनको सत्यापित किया जा सका था।

इस उत्पीड़न से 19,379 बच्चे प्रभावित हुए, जिनमें 21 स्थितियों में 14,097 लड़के शामिल थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्पीड़न की सबसे ज्यादा संख्या 8,521 बच्चों की भर्ती और उनका इस्तेमाल किया गया, इसके बाद 8,422 बच्चों की हत्या और अपंगता और मानवीय पहुंच से इनकार की 4,156 घटनाएं हुईं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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