दुनिया की 5 बड़ी खबरें: पुतिन के आलोचक नवेलनी इलाज के लिए जर्मनी पहुंचे और अमेरिका पर चीन का बड़ा आरोप

चीन ने कहा है कि अमेरिका कानून का पालन नहीं करता है और ईरान के मामले में मनमानी कर रहा है। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को शनिवार को इलाज के लिए साइबेरिया से जर्मनी ले जाया गया।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

संयुक्त राष्ट्र ने लीबिया में संघर्ष विराम, चुनावों पर समझौते का स्वागत किया


संयुक्त राष्ट्र ने लीबिया में संघर्ष विराम और चुनावों पर समझौते के बिंदुओं का स्वागत किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शुक्रवार को एक बयान में लीबिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव की उप विशेष प्रतिनिधि स्टेफनी विलियम्स ने लीबिया के संयुक्त राष्ट्र समर्थित प्रधानमंत्री फेयज अल-सेराज और लीबिया के प्रतिनिधि सभा के (संसद) स्पीकर एगुइला सालेह द्वारा जारी घोषणाओं में समझौते के बिंदुओं की सराहना की।

बयान में कहा गया कि स्टेफनी ने तेल उत्पादन और निर्यात को फिर से शुरू करने के लिए दोनों नेताओं के आह्वान को तेजी से लागू करने का आग्रह किया।

संयुक्त राष्ट्र की अधिकारी ने सभी पक्षों से 'इस ऐतिहासिक अवसर पर आगे बढ़ने और लीबिया के लोगों के सामने अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाने' का भी आह्वान किया।

इससे पहले, सेराज और सालेह ने संघर्ष विराम की घोषणा करने के साथ-साथ देश में तेल निर्यात और चुनाव फिर से शुरू करने की घोषणा की।

पटरी पर आने लगा है चीन का पर्यटन उद्योग


कोविड-19 महामारी के प्रकोप ने लगभग हर देश के पर्यटन व्यवसाय को चौपट कर दिया है। चीन भी इससे अछूता नहीं रहा है। लेकिन अब महामारी पर लगभग नियंत्रण कर लेने के बाद यहां धीरे-धीरे पर्यटन सेक्टर पटरी पर आ रहा है। इससे इस उद्योग से जुड़े लाखों लोगों के चेहरे फिर से खिलने लगे हैं। बताया जाता है कि चीन का पर्यटन मंत्रालय व संबंधित एजेंसियां धीरे-धीरे दर्शनीय स्थलों को खोल रही हैं। वैसे चीन में घरेलू पर्यटन उद्योग की स्थिति सुधारने की कवायद मई महीने से ही शुरू हो गयी थी। मई दिवस की छुट्टियों के दौरान चीन में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकले और कई जगहों पर घूमने भी गए। हालांकि कोरोना वायरस महामारी को चीन के अधिकांश शहरों में लगभग काबू में कर लिया गया है। फिर भी लोग सतर्कता बरतते हुए सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनकर ही जा रहे हैं। वैसे चीन में लोग एक प्रांत से दूसरे प्रांत और एक शहर से दूसरे शहरों में जाने लगे हैं, क्योंकि देश के भीतर हवाई उड़ानें और ट्रेनें नियत समय पर चल रही हैं।

उधर संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने 14 जुलाई को घोषणा की कि ट्रैवल एजेंसियों और ऑनलाइन पर्यटन कंपनियों को धीरे-धीरे प्रांतीय समूहों को फिर से टूरिज्म की गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दे दी गयी है।


अमेरिका कानून का पालन नहीं करता: वांग ई


21 अगस्त को चीनी स्टेट कॉंसिलर व विदेश मंत्री वांग ई ने हाईनान में पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ दूसरी चीन-पाक रणनीतिक वार्ता के बाद संवाददाताओं से मुलाकात की। यह पूछे जाने पर कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से ईरान के प्रति फिर से प्रतिबंध लगाने की मांग की। इसके प्रति चीन का क्या ख्याल है? वांग ई ने कहा कि अमेरिका बिना किसी कारण ईरान को परेशान कर रहा है। वांग ई के अनुसार उसी साल अमेरिका सरकार ने अमेरिका की ओर से औपचारिक रूप से ईरान के नाभिकीय मामले के व्यापक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। इसलिये उसे इस समझौते की अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारी उठानी पड़ी। चाहे सरकार बदले या नहीं, अमेरिका को इसका पालन करने की आवश्यकता है। अगर अमेरिका अपने द्वारा हस्ताक्षर किये गये समझौते का भी उल्लंघन करेगा, तो विश्व में किस देश के पास अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने की हिम्मत होगी? अमेरिका एक तरफ ईरान के नाभिकीय मामले के व्यापक समझौते से हट चुका है। इस कार्रवाई को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का व्यापक विरोध मिला है।

पुतिन के आलोचक नवेलनी इलाज के लिए जर्मनी पहुंचे


रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को शनिवार को इलाज के लिए साइबेरिया से जर्मनी ले जाया गया। संदेह जताया गया है कि नवेलनी जहरीली चाय पीने के बाद गंभीर रूप से बीमार पड़ गए। बीबीसी के मुताबिक, नवेलनी को जर्मनी ले जाने के लिए विमान की व्यवस्था जर्मन एनजीओ 'सिनेमा फॉर पीस' ने की, जो बर्लिन के टेगेल हवाईअड्डे पर उतरा।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक 44 वर्षीय नवेलनी का इलाज जर्मन राजधानी के एक चैरिटी अस्पताल में हो रहा है।

उनकी प्रवक्ता किरा यारमिश ने ट्वीट कर कहा, "समर्थन देने के लिए सभी का बहुत आभार। एलेक्सी की जिंदगी और स्वास्थ्य की लड़ाई बस शुरू हो रही है।"

यारमिश ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि डॉक्टरों को उनकी उड़ान को मंजूरी देने में इतना समय लग गया, जबकि शुक्रवार सुबह ही सही दस्तावेज तैयार हो गए थे।


अमेरिका के पास प्रतिबंधों को बहाल करने का कोई अधिकार नहीं: ईरान


ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि अमेरिका के पास इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ साल 2015 के पहले के सभी प्रतिबंधों को बहाल करने का 'कोई अधिकार नहीं' है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जरीफ ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के चेयरमैन को लिखे पत्र में यह बात कही।

जरीफ ने यह पत्र गुरुवार को लिखा था और शुक्रवार को ईरानी विदेश मंत्रालय द्वारा इसे सार्वजनिक किया गया था। उन्होंने पत्र में लिखा है, "डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन मेकैनिज्म सिर्फ वास्तविक जेसीपीओए प्रतिभागियों के लिए खुला है।"

हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों ने यूएनएससी रिजॉल्यूशन 2231 द्वारा लागू ज्वॉइंट कंप्रेहेन्सिव प्लान ऑफ एक्शन (जेसीपीओए) में सहभागी बने रहने का दावा किया है। अमेरिका का उद्देश्य जेसीपीओए के डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन मेकैनिज्म का पहल करना और ईरान पर यूएनएससी प्रतिबंधों को फिर से लागू करना है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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