दुनिया की 5 बड़ी खबरें: वोटों की गिनती के बीच अमेरिका में कई जगह हंगामा और ग्रामीणों से जबरन पैसा वसूल रहे पाक सेना के जवान

डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन जैसे-जैसे बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंच रहे हैं। रिपब्लिकन समर्थकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तानी सेना के जवानों को गुरुवार को पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में नारोवाल के पास एक गांव के स्थानीय लोगों से जबरन पैसे वसूलते हुए पकड़ा गया।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

बाइडेन जीत के करीब, अमेरिका में कई जगह सड़कों पर उतरे ट्रंप समर्थक

डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन जैसे-जैसे बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंच रहे हैं। रिपब्लिकन समर्थकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। कई जगहों पर ट्रंप समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। जिन्हें काबू करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके चलते दंगे के हालात बन गए हैं। पुलिस ने कई लोगों को हथियारों के साथ गिरफ्तार भी किया है।

एरिजोना में तो सैकड़ों की संख्या में ट्रंप समर्थक मतगणना केंद्र के बाहर जुट गए। इनमें कई बंदूकधारी लोग भी शामिल रहे। प्रदर्शनकारियों ने यहां मतगणना रोकने के लिए नारे लगाए। इसके बाद वोटों की गिनती में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर डर फैलने लगा है।

बाइडेन ने इस बढ़त के बाद कहा कि उन्हें जीत का भरोसा है, पर यह जीत सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि पूरे अमेरिकी लोकतंत्र और अमेरिकी लोगों की होगी। उन्होंने कहा कि आगे प्रगति के लिए हमें अपने विरोधियों से दुश्मन की तरह बर्ताव बंद करना होगा। हम दुश्मन नहीं हैं।

भारतीय सेना प्रमुख जनरल नरवणे नेपाल में मानद उपाधि से सम्मानित


भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को गुरुवार को यहां राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने नेपाल सेना के जनरल के मानद रैंक से सम्मानित किया। राष्ट्रपति के आधिकारिक 'शीतल निवास' पर एक विशेष समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया।

काठमांडू में भारतीय दूतावास के अनुसार, उन्हें समारोह के दौरान एक तलवार और एक स्क्रॉल भी प्रदान किया गया। इस समारोह में नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली, भारतीय राजदूत विनय एम. क्वात्रा और दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

दोनों देशों के सेना प्रमुखों को मानद उपाधि से सम्मानित करने की सात दशक पुरानी परंपरा चली आ रही है। कमांडर-इन-चीफ जनरल के.एम. करियप्पा पहले भारतीय सेना प्रमुख थे जिन्हें 1950 में इस उपाधि से सम्मानित किया गया था। पिछले साल जनवरी में, नेपाली सेना के प्रमुख जनरल पूर्णचंद्र थापा को भी एक समारोह में भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नई दिल्ली में भारतीय सेना के जनरल उपाधि से सम्मानित किया था।


दुबई में भारतीय शख्स के लापता होने की सूचना मिली


संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में नौकरी तलाशने के लिए टूरिस्ट वीजा पर लौटने वाले एक शख्स के लापता हो जाने की सूचना मिली है। उसके दोस्तों ने यह जानकारी दी है। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 वर्षीय चेनोथ थुरुथुम्मल आशिक दुबई के पर्सिया क्लसर इलाके में अपने किसी दोस्त के अपार्टमेंट में गया हुआ था।

आशिक के दोस्त और उसके रूममेट अल्ताफ सीए ने बुधवार को गल्फ न्यूज को बताया, "मैं उस वक्त काम पर था। आशिक ने मेरे एक दूसरे दोस्त रमीज को बताया कि वह थोड़ी-बहुत चहलकदमी करने के लिए बिल्डिंग से बाहर जा रहा है।"

अल्ताफ ने आगे कहा, "रमीज ने आशिक को अपने मास्क और वॉलेट ले आने तक के लिए इंतजार करने को कहा, ताकि वह भी उसके साथ निकल सके। लेकिन जब तक वह ये सब कुछ लेकर नीचे गया, तब तक आशिक बाहर निकल चुका था और आसपास कहीं नजर नहीं आ रहा था।"

भारतीय प्रवासी ने दुबई ड्यूटी फ्री ड्रॉ में जीते 10 लाख डॉलर


बहरीन में रहने वाले एक भारतीय प्रवासी ने दुबई ड्यूटी फ्री (डीडीएफ) ड्रॉ में 10 लाख डॉलर जीते हैं। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को 33 साल के सुनील कुमार ठाकुरिया डीडीएफ मिलेनियम मिलियनेयर ड्रॉ में 10 लाख डॉलर जीतने वाले 170 वें भारतीय बन गए। उन्होंने 17 अक्टूबर को यह टिकट ऑनलाइन खरीदा था।

ठाकुरिया ने गल्फ न्यूज को बताया, "हम बतौर प्रवासी बहरीन में 2 पीढ़ियों से रह रहे हैं। दुबई गए मुझे 10-12 साल हो गए हैं। मैं इस पैसा का अच्छा उपयोग करूंगा। कुछ पैसा दान करूंगा और शायद एक घर खरीदूं। हम जीत से बहुत उत्साहित हैं।" डीडीएफ आयोजकों के अनुसार, भारतीय नागरिक सबसे ज्यादा संख्या में टिकट खरीदते हैं।


पाकिस्तानी सेना के जवान ग्रामीणों से जबरन पैसा वसूली करते पकड़े गए

पाकिस्तानी सेना के जवानों को गुरुवार को पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में नारोवाल के पास एक गांव के स्थानीय लोगों से जबरन पैसे वसूलते हुए पकड़ा गया। शीर्ष खुफिया सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

सूत्र ने कहा कि सेना के जवानों ने अक्लमंदी दिखाते हुए अपनी पहचान छिपाने के लिए सैन्य वाहन के नंबर को भी बदल दिया था, ताकि ग्रामीण उनकी सही पहचान न कर सकें। इतना ही नहीं, जब स्थानीय लोगों ने जबरन वसूली का विरोध किया, तो सेना के जवानों ने निहत्थे नागरिकों पर अंधाधुंध गोलियां चला दी।

इस फायरिंग में जिस नागरिक को गोली लगी, उसे निकटतम अस्पताल में ले जाया गया और स्थानीय लोगों को वहां पर विरोध प्रदर्शन करते हुए पाया गया।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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