दुनिया की 5 बड़ी खबरें: पाक ने भारतीय उच्चायोग के 12 अधिकारियों को क्वारंटीन होने को कहा और ब्रिटेन में लोग टेकेंगे घुटने

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारतीय उच्चायोग के कम से कम 12 अधिकारियों को भारत से आने पर खुद को क्वारंटीन करने को कहा है। जॉर्ज फ्लॉयड की एक साल की पुण्यतिथि के अवसर पर ब्रिटेन भर में लोगों ने मंगलवार शाम उसे याद कर घुटने टेकेंगे।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के 12 अधिकारियों को क्वारंटीन होने को कहा

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारतीय उच्चायोग (आईएचसी) के कम से कम 12 अधिकारियों को भारत से आने पर एक अधिकारी की पत्नी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद तुरंत खुद को क्वारंटीन करने को कहा है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी के अनुसार, 12 भारतीय उच्चायोग के अधिकारी और उनके परिवारों के एक समूह ने 22 मई को वाघा सीमा के माध्यम से पाकिस्तान में प्रवेश किया था, जहां उनका टेस्ट किया गया था। रिपोटरें ने पुष्टि की है कि एक अधिकारी की पत्नी ने कोरोनावायरस पॉजिटिव थी।

टेस्ट रिपोर्ट की बाद में नेशनल कमांड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) द्वारा समीक्षा की गई, जिसने अपने परिवार के सदस्यों और ड्राइवरों सहित सभी 12 अधिकारियों को अनिवार्य आइसोलेट होने की सलाह दी।

फिलीपींस के सैनिकों ने झड़प में 5 संदिग्ध विद्रोहियों को मार गिराया

मध्य फिलीपींस में मंगलवार को सरकारी सैनिकों के साथ हुई झड़प में पांच संदिग्ध कम्युनिस्ट विद्रोही मारे गए। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। डीपीए समाचार एजेंसी ने सेना के मेजर सेनन पैन्सिटो के हवाले से कहा कि सैनिक गश्त पर थे, तभी उनका सामना बोहोल प्रांत के बिलार शहर के एक गांव में गुरिल्लाओं से हुआ। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में एक सैनिक घायल हो गया।

पैन्सिटो ने कहा कि सैनिक गांव में संदिग्ध कम्युनिस्ट विद्रोहियों की मौजूदगी की नागरिकों की रिपोर्ट का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, "बोहोल को कभी उग्रवाद मुक्त प्रांत घोषित किया गया था, लेकिन न्यू पीपुल्स आर्मी की ओर से बोहोल को फिर से हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है।" पैन्सिटो ने कहा, "हम इन प्रयासों को विफल करने के लिए स्थानीय सरकारी इकाइयों और जनता के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।"


फ्लॉयड की पुण्यतिथि पर ब्रिटेन में लोग टेकेंगे घुटने

फोटो: IANS
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अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में पिछले साल आज के दिन पुलिस हिरासत में मारे गए अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की एक साल की पुण्यतिथि के अवसर पर ब्रिटेन भर में लोगों ने मंगलवार शाम उसे याद कर घुटने टेकेंगे। डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट, यह उनकी मृत्यु के उपलक्ष्य में दुनिया भर में आयोजित कार्यक्रमों का हिस्सा है।

स्टैंड अप टू रेसिज्म और यूके की ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रचारकों द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के शहरों और कस्बों के लोग अश्वेत जीवन के लिए अपना समर्थन दिखाएंगे।

प्रदर्शन में शाम 5 बजे लोगों को एक घुटने के बल बैठेंगे। फ्लॉयड की याद में, जिसकी पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन द्वारा पुलिस की बर्बरता के कृत्य में लगभग नौ मिनट तक उसकी गर्दन पर अपना घुटना से दबाने के बाद मृत्यु हो गई थी।

बांग्लादेश से सामने आया पहला ब्लैक फंगस का मामला

फोटो: IANS
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बांग्लादेश के सतखीरा से ब्लैक फंगस का पहला मामला दर्ज किया गया है। यह मरीज कोरोनावायरस महामारी से उबरने के बाद इस बीमारी की चपेट में आया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। मीडिया संग महानिदेशक एमकेआई कय्यूम चौधरी की हुई बातचीत के हवाले से बीडीन्यूज24 ने बताया कि मई में बर्डेम हॉस्पिटल में टेस्ट होने के दौरान शख्स में म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस के होने का पता चला था।

खुलना में पहले मरीज के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का पता लगा था। यह पूछे जाने पर कि क्या मरीज ने भारत का सफर किया था, तो इस पर चौधरी ने कोई जवाब नहीं दिया।


उइगरों के अधिकारों पर पाकिस्तान-तुर्की का ढोंग आया सामने

फोटो: IANS
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इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हुए संघर्ष ने कई चीजें स्पष्ट करके सामने रख दी हैं । मसलन, जब बात पाकिस्तान और तुर्की की आती है, तो मुस्लिमों के अधिकारों के प्रति उनका समर्थन बेहद चुंनिदा प्रतीत होता है। कहीं न कहीं यह भू-राजनीतिक गणनाओं पर भी आधारित है। हाल ही में गाजा पर हुए इजरायल और फिलीस्तीनी हमास के बीच लड़ाई में दोनों ही देश फिलीस्तीनी अधिकारों की हिमायत करने की कोशिश में दिखे, लेकिन जब बात शिनजियांग में बसे उइगर समुदाय के मानवाधिकारों के हनन की आई, तो ये चीन को नाखुश करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

इस्लामिक कारणों का समर्थन करने में पाकिस्तान दोहरे मापदंड को अपनाता है। यह बात तब सामने आई, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी दो दिवसीय यात्रा पर तुर्की गए और फिर फिलिस्तीन के मुद्दे और इजराइल में मुसलमानों के अधिकारों पर चर्चा करने के लिए न्यूयॉर्क गए। यूरोप से अमेरिका की उड़ान में उनके साथ तुर्की, फिलिस्तीन और सूडान के विदेश मंत्री भी थे, जिन्होंने मुसलमानों के दमन के लिए सामूहिक आवाजें उठाई थीं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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