दुनिया की 5 बड़ी खबरें: नाइजीरिया में हैजा से 50 की मौत और 'चीन कभी भी कर सकता है ताइवान पर हमला'

नाइजीरिया में इस साल एक संदिग्ध हैजा के प्रकोप के चलते कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई और चीन कभी भी ताइवान पर हमला कर सकता है, इसकी आशंका अमेरिका ने जताई है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

नाइजीरिया में हैजा के प्रकोप से 50 की मौत

एक ओर दुनियाभर में कोरोना महामारी का प्रकोप तेज हो रहा है तो इसी बीच नाइजीरिया में हैजे की आफत ने तबाही मचा रखी है। आंकड़ों के मुताबिक नाइजीरिया में इस साल एक संदिग्ध हैजा के प्रकोप के चलते कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। इसकी पुष्टि स्थानीय स्वास्थ्य मंत्री ने की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने नाइजीरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के हवाले से कहा, देश भर के कुछ आठ राज्यों ने संदिग्ध हैजा के प्रकोप की सूचना दी। फिहलाल, एनसीडीसी स्थिति पर नजर बनाए हुई है। अबुजा में संवाददाताओं से एनसीडीसी के प्रमुख चिकवे इचेजवाजू ने कहा, "28 मार्च तक 50 मौतों के साथ कुल 1,746 मामलों में 2.9 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है।" इशेवेजु ने कहा, "नसरवा, सोकोतो, कोगी, बेलेसा, गोम्बे, जम्फारा, डेल्टा और बेन्यू के राज्यों ने संदिग्ध हैजा के मामलों की सूचना दी है।" नाइजीरिया में इसका प्रकोप लगातार बना हुआ है, जो अधिकतर बरसात के मौसम में होता है और ज्यादा गंदगी, भीड़भाड़, स्वच्छ भोजन और पानी की कमी वाले क्षेत्रों और खुले में शौच करने वाले जगहों पर अधिक होता है।

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इटली में 12 महीनों में करीब 10 लाख लोगों ने गंवाई अपनी नौकरी

कोरोनावायरस महामारी से इतालवी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि देश में पिछले एक साल के दौरान लगभग 10 लाख लोगों ने अपनी नौकरी गंवा दी है। इटली के राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसटीएटी) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान के हवाले से बताया कि संस्थान ने फरवरी के अंत तक देश में 2.22 करोड़ नौकरीपेशा इतालवी लोगों को रिकॉर्ड किया है, जिसमें एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 945,000 की कमी दर्ज की गई है। फरवरी 2020 तक इटली में कोरोनावायरस महामारी का बड़े पैमाने पर प्रसार नहीं हुआ था। इस महीने के बाद ही यहां कोरोना ने अपने पैर पसारने शुरू किए थे, जिसका अर्थ है कि आईएसटीएटी का डेटा महामारी के पहले पूरे वर्ष को कवर करता है।

फोटो: IANS
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अफगानिस्तान में 24 घंटे में 59 की मौत

अफगानिस्तान में पिछले 24 घंटों में विद्रोहियों की गतिविधि और झड़पों में कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई। एक स्थानीय स्वतंत्र युद्ध निगरानी समूह ने बुधवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रिडक्शन इन वायलेंस(आरआईवी)समूह के एक बयान के हवाले से कहा, "रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के भीतर, हमारी टीम ने 59 लोगों की मौत की पुष्टि की, जिनमें आठ नागरिक, नौ अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा और सुरक्षा बल के सदस्य और 42 तालिबान आतंकवादी शामिल हैं।" समूह ने कहा कि इस अवधि में 30 नागरिक, 38 तालिबान आतंकवादी और सात सुरक्षा बलों के सदस्य भी घायल हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, देश के 34 प्रांतों में से सात में हुई 15 हिंसक घटनाओं में इन हताहतों की संख्या सामने आई है।

फोटो: IANS
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शिकागो में गोलीबारी से 7 लोग घायल

शिकागो में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक से ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनाई पड़ी। अंधाधुंध गोलीबारी के दौरान कम से कम 7 लोग घायल हो गये। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 18 से 44 साल की उम्र के सभी घायल शिकागो के साउथ साइड में एंगलवुड में फुटपाथ पर हुई लड़ाई में शामिल थे। शिकागो ट्रिब्यून के अनुसार, यह घटना सोमवार को रात करीब 11.10 बजे हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। मंगलवार की ईस्टर के मौके पर शिकागो में अलग-अलग जगहों पर गोलीबारी हुई, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। पिछले महीने शहर में एक पार्टी के दौरान कम से कम 15 लोगों को गोली मार दी गई थी, जिनमें से दो की मौत हो गई थी। वहीं, जनवरी में एक फार्मेसी में हुई गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि 2020 में शिकागो में गोलीबारी और हत्याओं में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। शहर पुलिस द्वारा जारी अपराध संख्या के अनुसार, 2020 में 769 हत्याएं हुईं, जबकि 2019 में 495 लोगों की हत्याए हुईं और 2020 में 3,261 लोगों की गोलीबारी में जान गई, जबकि 2019 में 2,140 लोगों की मौत हुई।

फोटो: IANS
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चीन कभी भी कर सकता है ताइवान पर हमला

चीन कभी भी ताइवान पर हमला कर सकता है, इसकी आशंका अमेरिका ने जताई है। जिसके बाद ताइवान ने चीनी धमकियों के खिलाफ साफ शब्दों में ऐलान कर दिया है कि अगर ताइवान पर कब्जा करने के लिए चीन उसपर हमला करता है, तो पूरा ताइवान चीन के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ेगा लेकिन चीन से वो हार नहीं मानेगा। ताइवान के विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा है कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो पूरा ताइवान लड़ाई लड़ेगा और आखिरी सांस तक लड़ेगा। ताइवान के विदेशमंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि अमेरिका ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ताइवान पर कब्जा करने के लिए चीन कभी भी हमला कर सकता है और पिछले कुछ महीनों में ताइवान के मालिकाना हक वाले समंदर में चीनी सैनिक बार बार दाखिल हो रहे हैं, जिससे चीन के इरादों के बारे में पता चलता है और अगर चीन ऐसा कुछ करता है तो पूरा ताइवान आखिरी दिन तक लड़ेगा। पिछले कुछ हफ्तों में चीन लगातार ताइवान के समुन्द्री इलाकों मे एयरक्राफ्ट कैरियर भेज रहा है और मिलिट्री अभ्यास कर रहगा है। चीन कहता है की ताइवान चीन का हिस्सा है और वो ताइवान को चीन मे मिलाकर रहेगा। जबकि ताइवान कहता है कि वो एक स्वतंत्र देश है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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