दुनियाः पाकिस्तान हवाई क्षेत्र बंद, एअर इंडिया और इंडिगो पर असर और यूक्रेन पर रूस के हमलों में 9 लोगों की मौत

दक्षिण कोरिया के अभियोजकों ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति मून जेई-इन पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया और कहा कि मून के कार्यकाल के दौरान एक किफायती एयरलाइन ने उनके दामाद को आकर्षक नौकरी देकर भारी फायदा पहुंचाया था।

पाकिस्तान हवाई क्षेत्र बंद, एअर इंडिया और इंडिगो पर असर और यूक्रेन पर रूस के हमलों में 9 लोगों की मौत
पाकिस्तान हवाई क्षेत्र बंद, एअर इंडिया और इंडिगो पर असर और यूक्रेन पर रूस के हमलों में 9 लोगों की मौत
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान हवाई क्षेत्र बंद होने से एअर इंडिया और इंडिगो की उड़ानें प्रभावित

पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने से गुरुवार को एअर इंडिया और इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुईं। टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एअर इंडिया ने बताया कि उत्तरी अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिमी एशिया को जोड़ने वाली उड़ानें अब वैकल्पिक विस्तारित मार्गों से होकर गुजरने की संभावना है। वहीं इंडिगो ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा अचानक हवाई क्षेत्र बंद किए जाने के कारण उसकी कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं।

पहलगाम आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पड़ोसी देश ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय विमानों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग नहीं करने देगा। एअर इंडिया ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सभी भारतीय विमानन कंपनियों के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध की घोषणा के कारण ऐसी संभावना है कि उत्तरी अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिमी एशिया जाने वाली या वहां से आने वाली एअर इंडिया की कुछ उड़ानें वैकल्पिक विस्तारित मार्ग का उपयोग करेंगी।

विमानन कंपनी ने कहा, “एअर इंडिया अप्रत्याशित तरीके से हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण हमारे यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है। यह हमारे नियंत्रण से बाहर है।” इंडिगो ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र बंद करने की अचानक घोषणा के कारण हमारी कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हो रही हैं। कंपनी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हम समझ सकते हैं कि इससे (हवाई क्षेत्र बंद होने से) असुविधा हो सकती है और हमारी टीमें आपको जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद करने की पूरी कोशिश कर रही हैं।”

दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून पर रिश्वत का आरोप

दक्षिण कोरिया के अभियोजकों ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति मून जेई-इन पर रिश्वत का आरोप लगाया और कहा कि मून के कार्यकाल के दौरान एक किफायती एयरलाइन ने उनके दामाद को आकर्षक नौकरी देकर भारी फायदा पहुंचाया था। मून पर अभियोग शुरू होने के बाद वह भी दक्षिण कोरिया के नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के अंत में या पद छोड़ने के बाद मुकदमों या घोटालों का सामना किया है।

मून ने 2017-2022 तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। अभियोजकों का आरोप है कि मून ने किफायती एयरलाइन ‘थाई ईस्टर जेट’ के संस्थापक ली सांग-जिक से 2018-2020 तक उस वक्त उनके दामाद को प्रदान किए गए वेतन, आवास पर खर्च और अन्य वित्तीय सहायता के रूप में कुल 21.7 लाख वोन (151,705 अमेरिकी डॉलर) की रिश्वत प्राप्त की। दक्षिण कोरिया के मीडिया ने बताया कि मून की बेटी और उसके पति का 2021 में तलाक हो गया था।

‘जॉन्जू डिस्ट्रिक्ट प्रोसिक्यूटर्स’ कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ली पर मून को रिश्वत देने और विश्वासघात करने के भी आरोप हैं। अभियोक्ता कार्यालय ने कहा कि मून के पूर्व दामाद को थाईलैंड में ली की कंपनी में निदेशक स्तर के कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था, जबकि उन्हें एयरलाइन उद्योग में कोई कार्य अनुभव नहीं था। कार्यालय ने कहा कि उन्होंने थाईलैंड में कंपनी के कार्यालय में केवल कुछ समय बिताया और दक्षिण कोरिया से काम करने का दावा करते हुए केवल मामूली कर्तव्य पूरे किए। अभियोक्ता कार्यालय ने कहा कि उसे इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि मून ने ली को राजनीतिक लाभ पहुंचाया। ली ने मून के चुनाव प्रचार अभियान के लिए काम किया था और संभवत: उन्हें इसके बदले में लाभ मिलने की उम्मीद थी।मून से इस घटना पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।


यूक्रेन पर रूस के हमलों में 9 लोगों की मौत, 70 अन्य घायल

रूस ने यूक्रेन पर बुधवार रात बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए जिनमें नौ लोगों की मौत हो गई और छह बच्चों सहित 70 अन्य लोग घायल हो गए। यूक्रेन के प्राधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जानकारों के मुताबिक पिछले साल जुलाई के बाद रूस द्वारा यूक्रेन की राजधानी पर किया गया यह सबसे बड़ा हमला है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने हमले के बाद कहा कि वह दक्षिण अफ्रीका की अपनी आधिकारिक यात्रा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट रहे हैं क्योंकि शहर में बमबारी की वजह से लोग लगभग 11 घंटे तक दहशत में रहे। ऐसा माना जा रहा है कि यह नौ महीनों में कीव पर रूस का सबसे बड़ा हमला था और जेलेंस्की ने इसे रूस के ‘सबसे क्रूर’ हमलों में से एक बताया।

इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह इससे ‘‘खुश नहीं’’ हैं। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, ‘‘यह जरूरी नहीं था और इसका समय भी बहुत खराब था। व्लादिमीर, रुक जाइये! ’’ अमेरिका के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि दोनों पक्ष समझौता नहीं करते हैं तो ट्रंप प्रशासन जल्द ही युद्ध रोकने के अपने प्रयास छोड़ सकता है।

कीव के महापौर विटाली क्लिट्स्को ने घोषणा की कि शुक्रवार को राजधानी में आधिकारिक शोक दिवस होगा। यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूस ने कीव और यूक्रेन के चार अन्य क्षेत्रों पर 66 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें, चार विमान से हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें दागी और 145 शाहिद ड्रोन हमले किये। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब शांति वार्ता ठप होती दिख रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह संभावित शांति योजना के तहत क्रीमिया को रूस को सौंपने के प्रस्ताव को ठुकराकर युद्ध को खींच रहे हैं।

यूक्रेन पर घातक हमले के बाद ट्रंप ने पुतिन से ‘रुकने’ को कहा

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करते हुए यूक्रेन की राजधानी कीव पर घातक हमलों के बाद रूसी नेता से “रुकने” (हमले रोकने) का आग्रह किया। ट्रंप ने अपने ‘ट्रुथ’ सोशल मंच पर एक पोस्ट में कहा, “मैं कीव पर रूसी हमलों से खुश नहीं हूं। यह जरूरी नहीं था और इसका समय भी बहुत खराब था। व्लादिमीर, रुक जाइये! हर हफ्ते 5000 सैनिक मर रहे हैं। आइये शांति समझौता करें!” रूस ने कीव पर मिसाइलों और ड्रोन से एक घंटे तक बमबारी की। बीती जुलाई से शहर पर हुए सबसे घातक हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए और 70 से ज्यादा घायल हो गए। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब शांति प्रयासों की शुरुआत हो रही है।


पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़, सेंट पीटर्स के गेट पूरी रात खुले रखे गए

सेंट पीटर्स बेसिलिका के अंदर लकड़ी के एक साधारण ताबूत में रखे पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने अपेक्षा से अधिक लोगों के आने के कारण वेटिकन ने पूरी रात बेसिलिका के दरवाजे खुले रखे। वेटिकन द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार बुधवार को साढ़े आठ घंटों के दौरान 20,000 से अधिक लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मेक्सिको से आये कैथोलिक एमिलियानो फर्नांडीज आधी रात के आसपास लाइन में खड़े होकर इंतजार कर रहे थे, और दो घंटे बाद भी वह बेसिलिका नहीं पहुंच पाए थे।

फर्नांडीज ने कहा, "मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि मैं यहां कितना समय इंतजार करूंगा। यह सिर्फ यह दिखाने का अवसर है कि मैं फ्रांसिस्को को कितना पसंद करता हूं। मुझे लगता है कि उनके प्रति मेरे मन में जो सम्मान है, उसकी वजह से मैं इंतजार कर रहा हूं।" बुधवार को अपने तीन बच्चों के साथ बेसिलिका से बाहर निकलते समय रोसा स्कोर्पती नामक महिला ने कहा, "हम आए क्योंकि जब वह जीवित थे तो हम उन्हें (बच्चों को) साथ नहीं ला पाए थे, इसलिए हमने सोचा कि हम उन्हें अंतिम विदाई के लिए साथ लाएंगे।” फ्रांसिस का सोमवार को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

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