जंग के बीच इजरायली जनता ने अपनी सरकार को फिर घेरा, कहा- अगर बंधकों को वापस नहीं लाया गया तो इजरायल की कोई जीत नहीं

इनबार गोल्डस्टीन, जिनके भाई और भतीजी की हत्या कर दी गई थी, जबकि उनकी भाभी और उनके तीन बच्चों को किबुत्ज में उनके घर से अपहरण कर लिया गया था, ने बेड़ियों में जकड़े हुए मंच पर कहा कि बंधकों की वापसी के बिना इजरायल राज्य की कोई जीत नहीं होगी।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

नवजीवन डेस्क

इजरायल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है। अभी भी इजरायली बंधक हमास के कब्जे में हैं। हमास के कब्जे से अपने परिजनों को छुड़ाने के लिए लिए इजरायल के लोग लगातार आवाज बुलंद कर रहे हैं। अपनी सरकार को घेर रहे हैं और यह मांग कर रहे हैं कि ज्ल्द से जल्द हमास के कब्जे से बंधकों को छुड़ाया जाए। गाजा एनवेलप से बंधकों और लापता व्यक्तियों के सैकड़ों परिवार के सदस्य केसेट भवन पहुंचे और निर्वाचित अधिकारियों से अपने प्रियजनों की वापसी के बारे में जवाब मांगा।

इनबार गोल्डस्टीन, जिनके भाई और भतीजी की हत्या कर दी गई थी, जबकि उनकी भाभी और उनके तीन बच्चों को किबुत्ज में उनके घर से अपहरण कर लिया गया था, ने बेड़ियों में जकड़े हुए मंच पर कहा कि बंधकों की वापसी के बिना इजरायल राज्य की कोई जीत नहीं होगी।

उन्‍होंने कहा, "आप नेसेट में हैं, जिनके हाथों में बेड़ियां नहीं हैं, क्या आप कह सकते हैं कि आप वह सब कुछ कर रहे हैं, जो जरूरी है, ताकि वे घर लौट सकें? हम बेरी को शुरू से ही फिर से बनाएंगे। हम नए केफ़र अज़ा का निर्माण करेंगे। हम रास्ते में एकत्र हुए सभी सहयोगियों के साथ ऐसा करेंगे। उम्‍मीद आखिरकार मर जाती है।"

डोरोन स्टीनब्रेचर की बहन यमीत एशकेनाज़ी, जिन्हें किबुत्ज़ में उनके घर से अपहरण कर लिया गया था, ने कहा : "मेरी छोटी बहन, सूरज की किरण, करुणा और प्यार से भरी हुई, उसने घर के बाहर आतंकवादियों को उस पर गोलीबारी करते हुए सुना। वह एक हीरो है - वह वह अपने दोस्तों को यह कहते हुए एक ध्वनि संदेश भेजने में कामयाब रही कि 'उन्होंने मुझे पकड़ लिया'।"


यामित ने कहा कि उसकी बहन को दवा की जरूरत है लेकिन कोई उस तक नहीं पहुंचा है। बीते 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल में हमला कर 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। अभी भी यह बंधक हमास के कब्जे मैं है। इससे पहले हमास ने दावा किया था कि इजरायल की बमबारी में कई बंधक मारे जा चुके हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia