चोरों का गुलाम बनने से मरना बेहतर, चुनाव की घोषणा तक लॉन्ग मार्च रहेगा जारी- इमरान खान

पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता ने आर्थिक अनिश्चितता को भी हवा दी है, अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने सवाल किया है कि क्या मौजूदा सरकार राजनीतिक दबाव और आसन्न चुनावों के सामने कठिन आर्थिक नीतियों को बनाए रख सकती है।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान में राजनीतिक संकट के बीच इमरान खान का सरकार विरोधी लॉन्ग मार्च आज 7वें दिन भी जारी है। इस्लामाबाद की ओर जारी मार्च का नेतृत्व कर रहे इमरान खान ने आज कहा कि चोरों का गुलाम बनने से मरना बेहतर है। उन्होंने कहा चुनाव तारीखों की घोषणा होने तक उनका लॉन्ग मार्च जारी रहेगा।

पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी के आह्वान पर शुरू लॉन्ग मार्च गुरुवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गया। इस मौके पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि हमारा आंदोलन अगले 10 महीनों तक चुनाव की तारीख की घोषणा होने तक जारी रहेगा। हम इन चोरों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि 'चोरों' के दास बनने से मरना बेहतर है।


इस बीच मार्च के इस्लामाबाद पहुंचने की तारीख को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। द न्यूज ने बताया कि पहले, योजना 4 नवंबर तक संघीय राजधानी पहुंचने की थी, जिसे बाद में 8 से 9 नवंबर कर दिया गया और फिर 11 नवंबर तक संशोधित कर दिया गया है। इस बीच पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा है कि पार्टी 'सरकार को थका देने तक' तारीखें बदलती रहेगी।

इस साल की शुरुआत में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर किए जाने के बाद पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान का इस्लामाबाद की ओर यह दूसरा मार्च है। दि न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता ने आर्थिक अनिश्चितता को भी हवा दी है, अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने सवाल किया है कि क्या मौजूदा सरकार राजनीतिक दबाव और आसन्न चुनावों के सामने कठिन आर्थिक नीतियों को बनाए रख सकती है।

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