दुनिया की बड़ी खबरें: रूस-यूक्रेन के बीच बेलारूस में बात शुरू, मूडीज-फिच ने रूस की रेंटिग घटाई, जंक श्रेणी में डाला

रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बेलारूस में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच सीधी बातचीत चल रही है। यूक्रेन पर जारी हमले के बीच रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने रूस की सरकारी साख को छह पायदान नीचे करके 'जंक' यानी कबाड़ की श्रेणी में डाल दिया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

रूस और यूक्रेन के बीच बेलारूस में वार्ता शुरू, दोनों देश के प्रतिनिधिमंडल पहुंचे

रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बेलारूसी क्षेत्र पर रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच सीधी बातचीत चल रही है। हम आशा करते हैं कि वे इस स्थिति को समाप्त करेंगे, डोनबास में शांति बहाल करेंगे और यूक्रेन में सभी लोगों को शांतिपूर्ण जीवन में लौटने में सक्षम बनाएंगे। इससे पहले रूसी सरकारी समाचार एजेंसी टीएएसएस ने जानकारी दी थी कि वार्ताकारों का यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल बेलारूस में रूसी पक्ष के साथ बातचीत के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा पहुंच गया है।

मूडीज और फिच ने रूस की रेंटिग घटाकर 'जंक' श्रेणी में डाला

रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने रूस की सरकारी साख को छह पायदान नीचे करके 'जंक' यानी कबाड़ की श्रेणी में डाल दिया है। दोनों एजेंसियों ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के कारण रूस पर लगाये गये प्रतिबंधों को देखते हुए और उसकी ऋण साख पर संदेह व्यक्त करते हुए उसकी रेटिंग घटाकर 'जंक' श्रेणी में डाल दिया है।

द वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक फिच ने अपने बयान में कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की प्रतिक्रिया के रूप में उस पर लगाए गए प्रतिबंधों की गंभीरता ने वृहद स्तर पर वित्तीय अस्थिरता के जोखिमों को बढ़ा दिया है। साथ ही रूस के ऋण साख पर भी करारा प्रहार करता है और यह सरकारी ऋणों को चुकता करने की इच्छा को प्रभावित कर सकता है।

दोनों एजेंसियों ने रूस की रेटिंग छह पायदान नीचे कर दी है। फिच ने रूस को बी रेटिंग और मूडीज ने बी3 रेटिंग दी है। इससे पहले फिच ने रूस को बीबीबी और मूडीज ने बीएए3 रेटिंग दी थी। दोनों एजेंसियों ने आगे रेटिंग में और अधिक गिरावट आने के संकेत दिये हैं।इससे पहले एसएंड पी ने भी रूस की रेटिंग घटाकर उसे जंक श्रेणी में डाला था।


रूस ने दक्षिणी यूक्रेन के कई शहरों की घेराबंदी का फैसला लिया

संघर्ष शुरू होने के सात दिनों के अंदर दक्षिणी यूक्रेन रूसी सैन्य अभियान की प्रगति के खिलाफ एक महत्वपूर्ण रक्षात्मक मोर्चा बन गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र को समग्र रूप से आक्रमण की सफलता के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानते हुए मॉस्को ने वहां कई शहरों की घेराबंदी करने का विकल्प चुना है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इससे न केवल तट का नियंत्रण यूक्रेन के बाकी हिस्सों को समुद्र से अलग कर देगा, बल्कि यह रूस से जुड़े क्रीमिया और रूसी भाषी डोनबास क्षेत्र के बीच सीधा संबंध भी बनाएगा। खेरसॉन की आबादी 280,000 है और यह अब तक रूसी सेना के अधीन आने वाला सबसे बड़ा शहर है। यह नीपर नदी के तट पर स्थित है, जिससे क्रीमिया को पानी की आपूर्ति करने वाली महत्वपूर्ण नहरों तक नियंत्रण की सुविधा मिलती है।

4,30,000 की आबादी वाला एक और बड़ा बंदरगाह मारियुपोल है, जहां गोलाबारी और घेराबंदी की जा रही है। बीबीसी ने बताया कि अगर सफलतापूर्वक इस पर कब्जा कर लिया जाता है, तो रूस पूर्वी यूक्रेन और क्रीमिया के बीच एक सीधा संबंध स्थापित कर लेगा, जो कि पहले से ही रूसी-नियंत्रित क्षेत्र हैं।

रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने अमेरिका की तुलना नाजी जर्मनी से की

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपनी चेतावनी दोहराई है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध होता है तो यह परमाणु हथियारों से लड़ा जाएगा। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अमेरिका पर पूरे यूरोप का नियंत्रण स्थापित करने का भी आरोप लगाया है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन में काला सागर की क्षेत्रीय राजधानी खेरसॉन पर कब्जा करने के बाद रूसी विदेश मंत्री ने अमेरिका की तुलना नाजी जर्मनी से की।

रूस ने यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान के तहत एक सप्ताह की लड़ाई के बाद यूक्रेन के पहले बड़े और प्रमुख शहर पर कब्जा किया है। लावरोव ने आगे कहा, "मैं यह बताना चाहूंगा कि परमाणु हथियारों का विचार लगातार पश्चिमी नेताओं के दिमाग में घूम रहा है ना कि रूसियों के। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम किसी भी तरह के उकसावे को हमें असंतुलित करने की अनुमति नहीं देंगे।" उन्होंने कहा कि रूस राजनीतिक रूप से अलग-थलग महसूस नहीं करता और यूक्रेन में लोगों की जिंदगियों के सवाल पर वहीं के लोगों को जवाब देना चाहिए।


रूस ने यूक्रेन के पहले बड़े शहर खेरसॉन पर किया कब्जा, मेयर ने लोगों से हमलावरों की बात मानने को कहा

रूस ने एक हफ्ते की लड़ाई के बाद यूक्रेन के पहले बड़े शहर खेरसॉन पर कब्जा कर लिया है। काला सागर के पास तीन लाख लोगों की आबादी वाली क्षेत्रीय राजधानी खेरसॉन अब रूसी सेना के नियंत्रण में है। रिपोर्ट के अनुसार, शहर के मेयर इगोर कोल्यखैव ने एक अपडेट में कहा कि 'सशस्त्र आगंतुकों' (आर्म्ड विजिटर्स) ने एक परिषद की बैठक में धावा बोल दिया और सख्त कर्फ्यू सहित नए नियम लागू किए हैं। उन्होंने नागरिकों से उनका पालन करने का आग्रह किया है।

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