दुनिया की खबरें: पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष विराम समझौता कायम है और चीन में भूस्खलन की 19 लोग फंसे
चीन से लौटने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डार ने कहा, ‘‘संघर्ष विराम कायम है और इसे निलंबित नहीं किया गया है या यह अस्थायी व्यवस्था नहीं है।’’

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशहाक डार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता कायम है और दोनों पक्षों के बीच सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के माध्यम से सैन्य स्तर पर बातचीत सुचारू रूप से हो रही है।
चीन से लौटने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डार ने कहा, ‘‘संघर्ष विराम कायम है और इसे निलंबित नहीं किया गया है या यह अस्थायी व्यवस्था नहीं है।’’
सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ की खबर के अनुसार, उपप्रधानमंत्री डार ने कहा कि डीजीएमओ के माध्यम से सैन्य स्तर की बातचीत सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है।
भारत ने छह मई की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ढांचों को नष्ट कर दिया।
भारत की कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला किया।
चार दिनों के टकराव के बाद 10 मई को दोनों पक्षों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
भारतीय सेना ने रविवार को कहा कि सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बनी सहमति की ‘‘कोई समाप्ति तिथि’’ नहीं है।
‘रेडियो पाकिस्तान’ की खबर के अनुसार, डार ने दावा किया कि पाकिस्तान ने पहलगाम घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश की, जिसे भारत ने अस्वीकार कर दिया।
डार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया बयान को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक’’ करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, जब भी चुनौती दी जाएगी, हम पूरी ताकत से अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने ‘‘अधिकतम संयम’’ दिखाया है और वह उकसावे का कोई कदम नहीं उठा रहा है।
एक सवाल के जवाब में डार ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच वार्ता का स्थान आम सहमति से तय किया जाएगा।
चीन की अपनी तीन-दिवसीय यात्रा पर, डार ने कहा कि उन्होंने अपने चीनी समकक्ष वांग यी के निमंत्रण पर बीजिंग की विशेष यात्रा की। उन्होंने इस यात्रा को ‘‘बेहद सार्थक’’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मंगलवार को चीनी प्रतिनिधिमंडलों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। मैंने बुधवार को पाकिस्तान, चीन और अफ़गानिस्तान के विदेश मंत्रियों की त्रिपक्षीय बैठक में भाग लिया। त्रिपक्षीय बैठक में हमने अफ़गान शरणार्थियों, क्षेत्रीय स्थिति और व्यापार पर चर्चा की।’’
उन्होंने कहा कि बीजिंग में हुई वार्ता के दौरान पाकिस्तान ने कूटनीतिक, सामरिक और आर्थिक मोर्चों पर महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है।
चीन में भूस्खलन की दो घटनाओं में करीब 19 लोग फंसे
दक्षिण-पश्चिम चीन के गुइझोउ प्रांत के दफांग काउंटी में बृहस्पतिवार को दो अलग-अलग स्थानों पर हुए भूस्खलनों में करीब 19 लोग फंस गए। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, चांगशी में दो लोग फंसे हैं, जबकि गुओवा के छिंगयांग गांव में 10 से ज्यादा लोग छह आवासीय इमारतों में फंसे हुए हैं।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन की ये घटनाएं क्रमशः तड़के करीब तीन बजे और सुबह आठ बजे हुईं।
सरकारी समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' की खबर के अनुसार, राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस और दमकलकर्मी प्रभावित स्थानों पर पहुंचे हुए हैं।
खबर के अनुसार बचाव कार्यों में खोजी कुत्तों, ड्रोन, लाइफ डिटेक्टर और अन्य उपकरणों की सहायता ली जा रही है। गुओवा इलाके में ढलान और पहाड़ी भूभाग बचाव कार्यों में बाधा बन रहे हैं।
जापान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और विश्व के साथ एकजुटता व्यक्त की
जापान ने बृहस्पतिवार को कहा कि आतंकवाद को किसी भी रूप में उचित नहीं ठहराया जा सकता और वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और दुनिया के साथ है।
जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल से बात कर रहे थे। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के नेता जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय झा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में तोक्यो से भारत के लिए समर्थन मांगा।
झा के नेतृत्व वाला दल 33 अलग-अलग देशों की राजधानियों में भारत का पक्ष रखने के लिये बनाए गए सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है। ये प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान के इरादों और आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराएंगे।
प्रतिनिधिमंडल 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत और उसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुए टकराव के मद्देनजर विदेश भेजे जा रहे हैं।
ताकेशी इवाया ने पहलगाम आतंकवादी हमले में जान गंवाने वालों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायल हुए लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
यहां भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी रूप में उचित नहीं ठहराया जा सकता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जापान भारत और दुनिया के साथ खड़ा है।”
ग्रीस में आया 6.0 तीव्रता का भूकंप, सुनामी की चेतावनी जारी
ग्रीस में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया है, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने बताया कि ग्रीस के क्रेते के तट के पास गुरुवार को 6.0 तीव्रता का भूकंप आया।
जर्मन रिसर्च सेंटर ने बताया कि भूकंप सुबह 6:19 बजे आया, जो क्रेते के उत्तर-पूर्व में एलौंडा से 58 किमी दूर और 60 किमी गहराई में था। भूकंप के कारण यूरोपीय अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी भी जारी की।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस भूकंप के कारण कोई क्षति नहीं हुई है। भूकंप क्रेते और आसपास के द्वीपों में महसूस किया गया और इस कारण स्थानीय लोग भी घबरा गए।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप के बाद कई झटके महसूस किए गए और क्रेते की अग्निशमन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।
भूकंप नियोजन और सुरक्षा संगठन के अध्यक्ष एफथिमियोस लेक्कास ने राष्ट्रीय प्रसारक ईआरटी से बात करते हुए कहा कि यह संभावना है कि भूकंप का केंद्र समुद्र में स्थित था।
ग्रीस कई प्रमुख फॉल्ट लाइनों पर स्थित है और लगातार भूकंपीय गतिविधियों का सामना करता है। यह यूरोप के सबसे भूकंप सक्रिय क्षेत्रों में से एक है, जो अफ्रीकी और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटों के बीच जटिल सीमा पर बसा है।
इससे पहले सोमवार को ग्रीस के इविया द्वीप के एक क्षेत्र में स्कूल बंद कर दिए गए, क्योंकि अधिकारियों ने सप्ताहांत में कई भूकंपों के बाद एहतियाती कदम उठाए।
एथेंस के राष्ट्रीय वेधशाला के अनुसार, रविवार को करीब तीन झटके लगे, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 से 4.5 के बीच थी। इसके बाद कई और झटके भी आए। भूकंप का केंद्र इविया के मध्य में स्थित प्रोकोपी गांव के पास था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार की सुबह सबसे शक्तिशाली भूकंप 4.5 तीव्रता का आया था, जो ग्रीक की राजधानी एथेंस में महसूस किया गया था। इसका केंद्र लगभग 80 किमी दक्षिण में था।
मंटौडी-लिमनी-अगिया अन्ना नगरपालिका के मेयर जियोर्गोस त्सापुरनियोटिस के अनुसार, इन झटकों से कम से कम 20 घर, दुकानें और एक मठ को नुकसान पहुंचा है।
इससे पहले, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने बताया कि 13 मई को 6.1 तीव्रता का एक और भूकंप ग्रीस में आया था।
‘नफरत और कट्टरता की अमेरिका में कोई जगह नहीं’, इजरायली कर्मियों की हत्या पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार देर रात (अमेरिकी समयानुसार) वाशिंगटन में कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या किए जाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे यहूदी विरोधी कृत्य बताया है।
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी के अनुसार, पीड़ित इजरायली दूतावास के एक पुरुष और एक महिला कर्मचारी हैं, जिनको अज्ञात हमलावर ने म्यूजियम से बाहर निकलते समय गोली मार दी।
अधिकारियों ने हत्या की पुष्टि की और इसे यहूदी-विरोधी भावना से प्रेरित अपराध मानकर एक बहु-एजेंसी जांच शुरू की।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा, "डीसी में ये भयानक हत्याएं, जो स्पष्ट रूप से यहूदी-विरोधी हैं, इन्हें अब खत्म होना चाहिए। नफरत और कट्टरता का अमेरिका में कोई स्थान नहीं है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना। बहुत दुख की बात है कि ऐसी चीजें भी हो सकती हैं, भगवान आप सभी का भला करे।"
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी हत्याओं की निंदा की और कहा, "यह कायराना, यहूदी-विरोधी हिंसा का एक निंदनीय कृत्य था। कोई गलती न करें, हम जिम्मेदार लोगों का पता लगाएंगे और उन्हें न्याय के कटघरे में लाएंगे।"
इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने भी घटना पर गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने इसे "आतंक का भयानक कृत्य" बताया। उन्होंने उल्लेख किया कि अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी शूटिंग के तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंची थीं।
संयुक्त राष्ट्र में इजरायली राजदूत डैनी डैनन ने इस घातक हमले को "यहूदी-विरोधी आतंकवाद का जघन्य कृत्य" करार दिया और कहा कि यहूदी समुदाय को नुकसान पहुंचाना खतरे के लाल निशान को पार करना है। उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा जताया और इजरायल की अपने नागरिकों व प्रतिनिधियों की वैश्विक स्तर पर रक्षा करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
वाशिंगटन में इजरायली दूतावास के प्रवक्ता ताल नैम कोहेन ने हत्याओं की निंदा की और कहा, "हमें स्थानीय और संघीय स्तर पर कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर पूरा भरोसा है कि वे शूटर को पकड़ लेंगे और अमेरिका में इजरायल के प्रतिनिधियों और यहूदी समुदायों की रक्षा करेंगे।"
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने कहा कि उन्हें और उनकी टीम को शूटिंग के बारे में जानकारी दी गई है और वे मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हम पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं।"
उन्होंने कहा, "मेरी टीम और मुझे आज रात कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर और हमारे वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के पास हुई शूटिंग के बारे में जानकारी दी गई है। हम एमपीडी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। अभी के लिए, कृपया पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें। हम जनता को अपडेट करते रहेंगे।"
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