कोरोना से मचे कोहराम के बीच चीन ने लिया चौंकाने वाला फैसला! विदेश से आने वाले यात्री अब नहीं होंगे क्वारंटीन

चीन द्वारा लिए गए ताजा फैसले के मुताबिक, विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन नियमों में बदलाव किया गया है। 8 जनवरी से विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

चीन में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना से चीन में चारों तरफ तबाही का मंजर है। अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। आलम यह है कि मरीजों को ठीक से इलाज नहीं मिल पा रहा है। कई प्रांतों में दवाइयों की काफी किल्लत है। इन सबके बीच चीन ने चौंकाने वाला फैसला लिया है।

8 जनवरी विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा

चीन द्वारा लिए गए ताजा फैसले के मुताबिक, विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन नियमों में बदलाव किया गया है। 8 जनवरी से विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा। फिलहाल चीन से बाहर से आने वाले यात्रियों को 5 दिन के लिए होटल में और 3 दिन के लिए सेल्फ आइसोलेशन में रखा जाता है।

चीन ने साल 2020 से विदेशी यात्रियों को क्वारंटीन करने का नियम बनाया था। लेकिन इसी नियम में अब बदलाव किया गया है। अब 8 जनवरी से किसी भी यात्री को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा। लेकिन चीन आने से पहले यात्रियों को कोरोना टेस्ट कराना होगा। हालांकि टेस्ट रिपोर्ट को चीन दूतावास में जमा नहीं करनी होगी। बल्कि सिर्फ फ्लाइट में बोर्ड से पहले टेस्ट रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी। 

चीन में कोरोना को Class B श्रेणी में रखा गया

चीन ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए नई रणनीति बनाई है। कोरोना वायरस को चीन ने अब Class B श्रेणी में रख दिया है। चीन में इस श्रेणी में डेंगू बुखार जैसी कम गंभीर बीमारियों को रखा जाता है। यही नहीं चीन में अब कोरोना वायरस को निमोनिया नहीं बल्कि संक्रमण कहा जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, बीमारी के मौजूदा खतरे के स्तर को देखते हुए यह बदलाव किया गया है।

इससे पहले साल 2020 से ही चीन ने कोरोना वायरस को Class A श्रेणी में रखा था। उस समय कोरोना के मामले मिलने के बाद कड़े प्रतिबंध लगाए जाते थे। संक्रमित लोगों को क्वारंटीन किया जाता था। कोरोना के मामले बढ़ने पर लॉकडाउन लगाया जाता था। लेकिन अब B श्रेणी के तहत अब ऐसा नहीं किया जाएगा। चीन में इस फैसले का मतलब यह है कि अब सिर्फ जरूरी इलाज और संक्रमण को रोकने पर  जोर दिया जाएगा।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia