शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग, यूनुस सरकार की भारत को धमकी! हसीना ने समर्थकों किया संबोधित, आधी रात को बांग्लादेश में बवाल
सूचना एवं प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम ने कहा कि अगर शेख हसीना को वहां से राजनीतिक गतिविधियां संचालित करने की अनुमति दी गई तो इसके लिए भारत जिम्मेदार होगा।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार इस कोशिश में जुटी हुई है कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत से वापस लाया जाए। गृह सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अब बांग्लादेश की यूनिस सरकार ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए भारत को धमकी भी दे डाली है।
भारत को बांग्लादेश की धमकी
समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, सूचना एवं प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम ने कहा कि अगर शेख हसीना को वहां से राजनीतिक गतिविधियां संचालित करने की अनुमति दी गई तो इसके लिए भारत जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा, "हमने भारत से शेख हसीना को बांग्लादेश वापस भेजने को कहा है, और यह एक कूटनीतिक मुद्दा है, लेकिन अगर शेख हसीना वहां से राजनीति करने की कोशिश करती हैं, भारत में राजनीतिक बैठकें करती हैं, तो इसके लिए भारत सरकार जिम्मेदार होगी।"
हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में जारी है वारंट
बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों एवं सैन्य और असैन्य अधिकारियों के खिलाफ ‘मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार’ के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने चौधरी के हवाले से कहा, हम उन लोगों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपों में आईसीटी में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह बात 100 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर एक सवाल का जवाब देते हुए कही, जिनके खिलाफ आईसीटी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
हसीना के प्रत्यर्पण के लिए बांग्लादेश ने भारत को भेजा था नोटिस
पिछले साल बांग्लादेश ने हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए भारत सरकार को एक राजनयिक नोट भेजा था। गृह सलाहकार ने कहा कि वे देश में रह रहे लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं, जबकि विदेश में रह रहे अन्य लोगों को वापस लाने की कोशिश जारी है। उन्होंने कहा कि हम देश में रह रहे लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं, लेकिन मुख्य व्यक्ति (हसीना) देश में नहीं है। हम उन्हें कैसे गिरफ्तार करेंगे जो विदेश में हैं?
शेख हसीना पिछले साल 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं, जब वह छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश से भारत आ गई थीं। इन व्यापक प्रदर्शन के बाद उनकी पार्टी अवामी लीग की 16 साल पुरानी सरकार गिर गई थी।
हसीना ने समर्थकों को किया संबोधित
बांग्लादेश में जारी उथल-पुथल हिंसा के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को फेसबुक लाइव के जरिए अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ बांग्लादेश में शुरू किया गया आंदोलन उनकी हत्या के लिए है। हसीना ने साफ तौर पर कहा कि मोहम्मद यूनुस में मुझे और मेरी बहन को मारने की योजना बनाई थी।
हसीना ने कहा कि अगर अल्लाह ने मुझे इन हमलों के बावजूद भी जिंदा रखा है तो कुछ जरूर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इतनी बार मौत को कैसे मात दे देती?
शेख हसीना ने अपने संबोधन में अपने आवास पर हुए हमले का जिक्र किया। उन्होंने पूछा कि घर को आग क्यों लगाई? मैं बांग्लादेश के लोगों से इंसाफ मांगती हूं। क्या मैंने अपने मुल्क के लिए कुछ नहीं किया? तो इतना अपमान क्यों? हसीना ने कहा कि मेरी और मेरी बहन की जो यादें बची थीं, वो अब मिट चुकी हैं। घर जलाया जा सकता है लेकिन इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता है।
बांग्लादेश में आधी रात को बवाल
बांग्लादेश में बुधवार आधी रात को जमकर प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के धनमंडी-32 स्थित आवास को आग लगा दी। उनके घर को बुलडोजर से ढहा दिया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने संबोधन में कहा कि उनके पास अभी भी इतनी ताकत नहीं है कि वे राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और उस आजादी को बुलडोजर से नष्ट कर सकें, जिसे हमने लाखों शहीदों के जीवन की कीमत पर हासिल किया है। वे घर को ढहा सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं। उन्हें कहा कि बुलडोजर से इतिहास नहीं मिटा करता।
बांग्लादेश में हालाता लगातार गंभीर बने हुए हैं। अवामी लीग के प्रदर्शन से ठीक एक शाम पहले बांग्लादेश में हालात और गंभीर हो गए हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, उपद्रवी गेट तोड़कर जबरन शेख मुजीबुर्रहमान के आवास के अंदर घुस गए। बताया जा रहा है कि यह विरोध प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा दिए गए एक ऑनलाइन भाषण के जवाब में हुआ।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia