म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप से तबाही के बीच फिर कांपी धरती, दहशत में लोग, अब तक 150 मौतें, चारों तरफ तबाही का मंजर

म्यांमार और उसके पड़ोसी देश थाईलैंड में आए क्रमश: 7.7 और 7.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से भीषण तबाही मची है। शक्तिशाली भूकंप से कई इमारतें, पुल और बौद्ध मोनेस्ट्री तबाह हो गए। म्यांमार में अब तक करीब 150 लोगों की जान जा चुकी है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

म्यांमार में शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद रह-रहकर भूकंप के ताजा झटके महसूस किए जा रहे हैं। शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का फिर भूकंप आया। ताजा भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया।

अफगानिस्तान में शनिवार सुबह 5:16 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप जमीन से 180 किमी की गहराई में आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मापी गई। यह भूकंप म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप के एक दिन बाद आया है।

म्यांमार और उसके पड़ोसी देश थाईलैंड में आए क्रमश: 7.7 और 7.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से भीषण तबाही मची है। शक्तिशाली भूकंप से कई इमारतें, पुल और बौद्ध मोनेस्ट्री तबाह हो गए। म्यांमार में अब तक करीब 150 लोगों की जान जा चुकी है। कई लोग लापता हैं। वहीं, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कम से कम 10 लोगों जान चली गई है। यहां एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत भूकंप के झटकों से ढह गई।

भूकंप की वजह से हुई मौतों, घायलों और नुकसान का अभी पूरी तरह नहीं किया जा सका है। म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख सीनियर जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने टेलीविजन पर घोषणा करते हुए बताया कि मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है। उन्होंने बताया कि उनके देश में कम से कम 144 लोग मारे गए हैं और 730 अन्य घायल हुए हैं।


थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अधिकारियों ने बताया कि एक ऊंची इमारत समेत तीन निर्माण स्थलों के ढहने की वजह से 10 लोगों की जान चली गई। वहीं, 16 लोग घायल हो गए और 101 लोग लापता हैं। शुक्रवार को दोपहर के समय 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं, जिनमें शहर के सबसे बड़े मठों में से एक भी शामिल है।

भूकंप की वजह से सड़कें टूट गई हैं, पुल ढह चुके हैं। ऐसे में परेशानी की बात यह है कि बचाव दल पहले से ही मानवीय संकट से जूझ रहे देश के सुदूर इलाकों तक कैसे पहुंचेंगे। इंटरनेशनल रेस्क्यू कमिटी के म्यांमार डायरेक्टर मोहम्मद रियास ने कहा कि हमें डर है कि भूकंप से मची तबाही का आकलन करने में हमें कई हफ्ते लग सकते हैं। वहीं, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुमान के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 1,000 से ज्यादा हो सकती है।

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