तुर्की-सीरिया में भूकंप से अब तक 4 हजार से ज्यादा की मौत, हजारों घायल, चारों तरफ है तबाही का दिल दहला देने वाला मंजर

तुर्की और सीरिया में प्रभावित क्षेत्रों की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। कुछ प्राचीन सांस्कृतिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है। सार्वजनिक और निजी संपत्ति का व्यापक विनाश हुआ है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

तुर्की और सीरिया में आए घातक भूकंप से चारों तरफ तबाही मची हुई है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप से अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग घायल हुए हैं। दोनों देशों में भारी नुकसान हुआ। इसमें ईंधन पाइपलाइनों और तेल रिफाइनरियों में आग भी शामिल है। दोनों देशों की सीमा पर सोमवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। बचाव दल जैसे ही ढही इमारतों के मलबे के नीचे से फंसे लोगों को निकालने और प्रभावितों के लिए आश्रय की व्यवस्था करने में जुटा, वैसे ही एक और भूकंप का एक और झटका आया। इसकी तीव्रता 7.5 थी। इससे क्षेत्र को हिला दिया।

तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओकटे के अनुसार, दो भूकंप के बाद 145 आफ्टरशॉक्स आए, इनमें से तीन की तीव्रता 6 से अधिक थी। सोमवार तड़के तुर्की के गाजियांटेप के पास 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके काहिरा से बेरूत, बगदाद समेत पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में महसूस किए गए। इसने इटली को सुनामी की चेतावनी घोषित करने के लिए भी प्रेरित किया। 7.5 तीव्रता का नया झटका दोपहर करीब 1.30 बजे आया।

प्रभावित क्षेत्रों की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। कुछ प्राचीन सांस्कृतिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है। सार्वजनिक और निजी संपत्ति का व्यापक विनाश हुआ है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के सलाहकार इनूर सेविक ने आपदा को व्यापक और विनाशकारी करार देते हुए कहा कि जीवित बचे लोगों को खोजने की कोशिश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है।


सेविक ने बीबीसी को बताया, जो लोग जो मलबे के नीचे फंसे हैं, उन्हें मौसम और खराब होने के पहले निकालना होगा। इन्हें बचाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हमारे पास रडार है, बॉडी सेंसर हैं, लेकिन आप जानते हैं कि इतनी व्यापक तबाही है कि आप हर जगह नहीं पहुंच सकते।

आरटी ने बताया कि भूकंप के झटके तुर्की के 10 प्रांतों कहारनमारस, गाजियांटेप, सान्लिउर्फा, दियारबाकिर, अदाना, अदियामन, मालट्या, उस्मानिया, हटे और किलिस और सीरिया के उत्तरी अलेप्पो, हमा, लताकिया और टार्टस में महसूस किए गए।

दोनों देशों में भूकंप ने प्रमुख बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाया। ऑनलाइन प्रसारित फुटेज के अनुसार तुर्की के किलिस प्रांत में प्राकृतिक गैस पाइपलाइनें फट गईं। इससे आग की लपटें उठने लगीं। तेल और खनिज संसाधन मंत्रालय ने बताया कि सीरिया के सबसे बड़े बनियास शहर में एक रिफाइनरी की बिजली इकाई की चिमनी में दरार के कारण इसे कम से कम 48 घंटों के लिए बंद दिया गया। एहतियात के तौर पर ट्रेन सेवाएं भी बंद कर दी गईं।

दुनिया भर के देशों के नेताओं ने तुर्की और सीरिया में बचाव प्रयासों में मदद के लिए सहयोग का संकल्प व्यक्त किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ में एक मिनट का मौन रखा गया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने तुर्की और सीरियाई समकक्ष रेसेप तैयप एर्दोगन और बशर अल असद को शोक संदेश भेजा और कहा कि उनकी सरकार मदद के लिए तैयार है। आरटी ने बताया कि आपदा स्थलों पर सहायता के लिए दोनों देशों में रूसी बचाव दल भेजे गए हैं।


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक ट्वीट में कहा, तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण हुई जनहानि और तबाही से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैंने अपनी टीम को निर्देश दिया है कि वह तुर्की के साथ समन्वय कर हरसंभाव सहायता प्रदान करे।

ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने एक बयान में कहा, मेरे विचार आज सुबह तुर्की और सीरिया के लोगों के साथ हैं, विशेष रूप से उन लोगों के साथ, जो भूकंप से फंसे लोगों को बचाने के लिए बहादुरी से काम कर रहे हैं। यूके किसी भी तरह से मदद करने के लिए तैयार है।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने दोनों देशों में हुए नुकसान को भयानक बताया और कहा कि उनका देश आपातकालीन सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है, जबकि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि उनका देश मारे गए लोगों के रिश्तेदारों के साथ शोक मना रहा है और उन्हें बेशक मदद भेजेगा।

इजराइल ने कहा है कि वह तुर्की और सीरिया दोनों में खोज और बचाव और चिकित्सा दल भेजेगा। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, यह वही है जो हम दुनिया भर में करते हैं और यही हम अपने आस-पास के क्षेत्रों में करते हैं। अजरबैजान, ग्रीस, सर्बिया और स्पेन जैसे अन्य देशों ने भी मदद की पेशकश की है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia