दुनिया की खबरें: 'भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश' और अब डरे बिलावल भुट्टो के तेवर हुए नरम
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार को कहा कि अगर भारत शांति चाहता है, तो उसे ‘‘मुट्ठियां बंद करके नहीं बल्कि खुले हाथों से’’ आगे आना चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर एक गुप्त बैठक की, जिसे परिषद के अध्यक्ष इवेंजेलोस सेकेरिस ने उपयोगी बताया। सोमवार को बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सेकेरिस ने कहा कि सुरक्षा परिषद ऐसी स्थिति में तनाव कम करने में हमेशा मददगार होती है और यह परिषद की जिम्मेदारी है। चूंकि यह एक गुप्त बैठक थी, इसलिए इसके विवरण गोपनीय हैं और कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है।
बैठक को जानकारी देने वाले सहायक महासचिव मोहम्मद खालिद खैरी ने बाहर निकलते हुए कहा कि सभी तनाव कम करना चाहते हैं।
स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "स्थिति अस्थिर है," और उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।
बैठक में शामिल रूस की उप स्थायी प्रतिनिधि अन्ना इवेस्टिग्नेवा ने कहा, "हमें तनाव कम होने की उम्मीद है।"
बता दें कि सेकेरिस ने पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद के अनुरोध पर बैठक बुलाई।
अहमद ने गुप्त बैठक की मांग की थी, क्योंकि परिषद के नियमों के अनुसार गैर-सदस्य देश इसमें भाग नहीं ले सकते।
इस गुप्त बैठक में भारत को शामिल होने से रोक दिया गया, क्योंकि यह केवल सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के लिए थी और पाकिस्तान, जो वर्तमान में निर्वाचित सदस्य है, उसी ने इसमें हिस्सा लिया था।
बैठक से पहले, महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि स्थिति गंभीर है और दोनों देशों से खतरनाक स्थिति से पीछे हटने की अपील की।
उन्होंने कहा, "इस महत्वपूर्ण समय में सैन्य टकराव से बचना जरूरी है, जो आसानी से नियंत्रण से बाहर जा सकता है।"
पिछले महीने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उन्होंने कहा, "मैं इस भयानक आतंकी हमले के बाद लोगों की गहरी भावनाओं को समझता हूं।"
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने भारत के इस आरोप को सिरे से खारिज किया कि पाकिस्तान का हमले में कोई हाथ था।
उन्होंने कहा कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है, जहां व्यापक असंतोष है, जो भारत के साथ समस्या की जड़ है, न कि आतंकवाद। साथ ही, उन्होंने भारत के साथ सहयोग की पेशकश भी की। उन्होंने कहा, "हम अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"
उन्होंने कहा, "हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगात्मक संबंधों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं और हम बातचीत के लिए तैयार हैं।"
अहमद ने कहा, "स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बातचीत और तनाव कम करने तथा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की अपील, जैसा कि हमने आज परिषद के सदस्यों से भी सुना, सबसे प्रासंगिक है।"
पाकिस्तान ने लगातार 12वें दिन किया संघर्ष विराम का उल्लंघन, भारतीय सेना ने दिया जवाब
पाकिस्तानी सेना के कारण नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। यहां 12वें दिन भी पाकिस्तान की सैन्य चौकियों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की।
भारतीय सेना के मुताबिक 05-06 मई की रात, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में गोलीबारी की। यह गोलीबारी नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तान सेना की चौकियों द्वारा बिना उकसावे के छोटे हथियारों से की गई। भारतीय सेना ने इस गोलीबारी का उचित जवाब दिया।
पाकिस्तान न केवल नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी कर रहा है, बल्कि पाकिस्तान से जुड़े साइबर हैकर्स ने भारतीय वेबसाइट्स पर भी निशाना साधा है। पाकिस्तानी साइबर हमलावरों ने भारत में रक्षा और सशस्त्र बलों से जुड़ी वेबसाइटों पर साइबर अटैक के जरिए संवेदनशील डेटा चुराने की कोशिश की है। पाकिस्तानी हैकर्स के ट्विटर अकाउंट “पाकिस्तान साइबर फोर्स” के माध्यम से यह दावा किया गया है कि उन्होंने भारतीय मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान से संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर ली है।
इस दावे से यह संकेत मिलता है कि हमलावरों ने रक्षा कर्मियों से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारियां और लॉगिन क्रेडेंशियल्स तक पहुंच बनाई हो। भारत के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और एजेंसियों ने तुरंत प्रभावी कदम उठाते हुए कार्रवाई की है। जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और उसके बाद नियंत्रण रेखा पर मौजूदा स्थिति के बीच पाकिस्तान साइबर हैकर्स को भी आगे कर रहा है।
इस बीच भारत संयम से लेकिन उचित कार्रवाई कर रहा है। भारत को वैश्विक समुदाय का भी साथ मिल रहा है। इसी कड़ी में जापान के रक्षामंत्री सोमवार को भारत पहुँचे। उन्होंने यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में जापान के रक्षा मंत्री ने भारत को पूर्ण समर्थन की बात कही।
सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जापान के रक्षामंत्री जनरल नाकातानी के बीच यह महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। नई दिल्ली में हुई इस मुलाकात के दौरान जापानी रक्षामंत्री ने भारत को अपना समर्थन दिया। उन्होंने बताया कि जापान भारत के साथ खड़ा है। भारत और जापान के रक्षा मंत्रियों की इस महत्वपूर्ण बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की भी चर्चा हुई।
जापान के रक्षामंत्री नाकातानी ने पहलगाम हमले के मामले में भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। जापान के रक्षा मंत्री से हुई इस मुलाकात के उपरांत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें नई दिल्ली में जापान के रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी से मिलकर बहुत खुशी हुई। भारत जापान के साथ विशेष, रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी रखता है। द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारत और जापान ने रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा की है।
भारत शांति के लिए ‘बंद मुट्ठी के साथ नहीं, बल्कि खुले हाथों’ से आगे आए: बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार को कहा कि अगर भारत शांति चाहता है, तो उसे ‘‘मुट्ठियां बंद करके नहीं बल्कि खुले हाथों से’’ आगे आना चाहिए।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री रह चुके बिलावल ने यह टिप्पणी नेशनल असेंबली सत्र के दौरान की, जहां क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर चर्चा हुई।
बिलावल ने भारत और पाकिस्तान दोनों से मिलकर काम करने का आग्रह किया और कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का ‘‘निष्पक्ष जांच के लिए भारत को चुनौती देना एक शुरुआत है।’’
उन्होंने कहा कि भारत को यह प्रस्ताव स्वीकार कर लेना चाहिए।
बिलावल ने कहा, ‘‘यदि भारत शांति के मार्ग पर चलना चाहता है, तो उसे खुले हाथों से आना चाहिए, मुट्ठी बांधकर नहीं...आइए हम पड़ोसी की तरह बैठें और सच बोलें।’’
पीपीपी नेता ने कहा कि पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में संघर्ष के लिए नहीं बल्कि आजादी के लिए लड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि वे (भारत) शांति नहीं चाहते हैं... तो उन्हें याद रखना चाहिए कि पाकिस्तान के लोग घुटने टेकने के लिए नहीं बने हैं। पाकिस्तान के लोगों में लड़ने का संकल्प है, इसलिए नहीं कि हमें संघर्ष पसंद है, बल्कि इसलिए कि हमें आजादी पसंद है।’’
बिलावल ने कहा, ‘‘भारत को निर्णय करने दीजिए। यह वार्ता होगी या विनाश? सहयोग होगा या टकराव?’’
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को अकेले टैंक से नहीं हराया जा सकता। पीपीपी नेता ने कहा, ‘‘इसे (आतंकवाद को) न्याय के साथ पराजित किया जाना चाहिए। इसे गोलियों से नहीं उखाड़ा जा सकता, इसे उम्मीद के साथ निरस्त्र किया जाना चाहिए। इसे राष्ट्रों को शैतान बताकर नहीं हराया जा सकता, बल्कि इसे जन्म देने वाली शिकायतों को दूर करके हराया जा सकता है।’’
पिछले सप्ताह बिलावल ने तब खून-खराबे की धमकी दी थी जब भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने सहित पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की थी।
हवाई हमलों से यमन का मुख्य हवाई अड्डे तबाह: इजराइल सेना
इजराइली सेना ने मंगलवार को बताया कि बल द्वारा यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को निशाना बनाकर किये गये हवाई हमलों में राजधानी सना में देश का मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूरी तरह से तबाह हो गया। सेना ने यह भी बताया कि हवाई हमलों से क्षेत्र में कई बिजली संयंत्रों को नुकसान पहुंचा है।
इजराइली टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में सना के प्रभावित क्षेत्रों में धुएं का घना काला गुबार उठता हुआ देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित कथित वीडियो में सना के आसपास हमले होते हुए और इनमें विस्फोट की आवाज के साथ काला धुआं उठता हुआ देखा जा सकता है।
इजराइल ने यमन में विद्रोहियों को निशाना बनाकर दो दिनों में दूसरी बार हवाई हमले किये।रविवार को इजराइल के हवाई अड्डे पर मिसाइल हमले के जवाब में यह हमला किया गया था।
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