ट्रंप-मुनीर के लंच पर भड़के ईरान ने पाकिस्तान को दी धमकी, कहा- जंग में कोई तीसरा कूदा तो गंभीर नतीजे होंगे

ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने हाल ही में असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा को नोट किया है। उन्होंने कहा कि सवाल उठाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान, जो ईरान का पड़ोसी देश है, वास्तव में किस पक्ष में खड़ा है- तेहरान के या वॉशिंगटन के?

ट्रंप-मुनीर के लंच पर भड़के ईरान ने पाकिस्तान को दी धमकी, कहा- जंग में कोई तीसरा कूदा तो गंभीर नतीजे होंगे
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नवजीवन डेस्क

ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और उनके साथ लंच करने पर ईरान पाकिस्तान पर भड़क गया है। ईरान ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतने की कड़ी चेतावनी भी दे दी है। नई दिल्ली में ईरानी दूतावास के उप मिशन प्रमुख जावेद हुसैनी ने पाकिस्तान की ओर संकेत करते हुए कहा कि अगर इस संघर्ष में कोई तीसरा पक्ष शामिल हुआ, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान हमारे साथ खड़ा रहेगा। पाकिस्तान को समझना होगा कि अगर इजरायल को आज नहीं रोका गया तो आगे कई और देश हमले झेलेगा।

गंभीर परिणाम की चेतावनी

जावेद हुसैनी ने कहा कि यह इजरायल और ईरान का संघर्ष है। किसी तीसरे पक्ष का इसमें आना जटिलता बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास कुछ अघोषित शक्तियां हैं, जिन्हें हमने भविष्य के लिए सुरक्षित रखा है। हुसैनी ने यह बात तब कहा जब उनसे पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात पर सवाल किया गया। हुसैनी ने कहा कि हम चेतावनी देते हैं कि अगर कोई तीसरा पक्ष इस युद्ध में शामिल होता है तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।


पाकिस्तान की कुटनीति पर उठे सवाल

वहीं हुसैनी ने भारत को लेकर किसी प्रकार की नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि तेहरान को भारत से भविष्य में और बेहतर समझ और सहयोग की उम्मीद है। ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने हाल ही में असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा को नोट किया है। कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने ईरान का दौरा कर सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई से मुलाकात की थी और अब वे डोनाल्ड ट्रंप से भी मिले हैं। सोशल मीडिया पर इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान, जो ईरान का पड़ोसी देश है, वास्तव में किस पक्ष में खड़ा है- तेहरान के या वॉशिंगटन के?

G7 और IAEA पर पक्षपात का आरोप

इसके अलावा ईरानी राजनयिक ने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी इजरायल के इशारों पर काम कर रही है और जी7 देश हमेशा इजरायल का पक्ष लेते हैं। हुसैनी ने जोर देकर कहा कि ईरान परमाणु अप्रसार संधि का हस्ताक्षरकर्ता है, लेकिन हम बिना शर्त आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी थी। हुसैनी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा, “हम बिना शर्त आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, यह तय है।”


ऑपरेशन सिंधु पर भारत को समर्थन

ईरानी राजनयिक ने भारत द्वारा अपने नागरिकों को ईरान से निकालने के लिए शुरू किए गए ऑपरेशन सिंधु को पूरा सहयोग देने की बात भी दोहराई। इस अभियान के तहत ईरान इजरायल संघर्ष में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान को लिए ईरान ने अपनी एयरलाइंस महन एयर की मदद दी है। महन एयर की तीन चार्टर्ड फ्लाइट्स जल्द ही मशहद से दिल्ली रवाना होंगी। छात्रों को बैचों में वहां से निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि ईरान से लगभग 10,000 भारतीयों में से 1,000 को पहले ही सुरक्षित निकाला जा चुका है और बाकी को निकालने के लिए भी अभियान जारी है।

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