भारत पर पहले 50% लगाया टैरिफ, अब यूरोप को ट्रंप की चेतावनी- 'रूस से तेल खरीदना करें बंद'
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बातचीत में यह भी जोर दिया कि यूरोपीय देशों को चीन पर भी आर्थिक दबाव डालना चाहिए, क्योंकि वह भी रूस के युद्ध प्रयासों को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन दे रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को गठबंधन देशों के नेताओं से बातचीत के दौरान यूरोप से अपील की कि वह रूस से तेल खरीदना बंद करें। ट्रंप ने कहा कि रूस को यूरोप से होने वाली तेल बिक्री से बड़ी आमदनी हो रही है। यह पैसा यूक्रेन के खिलाफ चल रहे जंग को फंड किया जा रहा है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बातचीत में यह भी जोर दिया, "यूरोपीय देशों को चीन पर भी आर्थिक दबाव डालना चाहिए, क्योंकि वह भी रूस के युद्ध प्रयासों को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन दे रहा है।"
भारत पर 50 फीसदी टैरिफ
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने भारत से होने वाले आयात पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैक्स लगा दिया था। अमेरिका ने बताया कि उसने यह कदम भारत द्वारा रूसी कच्चा तेल खरीदने के चलते उठाया।
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पेरिस सम्मेलन और ट्रंप की भागीदारी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मेजबानी में हुए पेरिस सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हिस्सा लिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टारमर जैसे कई नेता वर्चुअल रूप से शामिल हुए। सम्मेलन के बाद यूरोपीय नेताओं ने ट्रंप को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जोड़ा।
यह बैठक यूरोप के लिए अहम रही, क्योंकि मैक्रों इसे अमेरिका से स्वतंत्र होकर कार्रवाई करने की दिशा में एक संकेत के तौर पर पेश करना चाहते थे। वहीं, ट्रंप ने सीधे तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की पहल भी शुरू कर दी है।
ट्रंप जल्द करेंगे पुतिन से बात
ट्रंप ने बातचीत के बाद कहा कि वह जल्द ही पुतिन से वार्ता करेंगे। क्रेमलिन प्रवक्ता पेस्कोव ने भी पुष्टि की कि ऐसी कॉल जल्दी आयोजित हो सकती है। वहीं, मैक्रों ने बताया कि यूरोप और अमेरिका भविष्य में रूस के तेल-गैस क्षेत्र और चीन पर नए प्रतिबंधों को लेकर और अधिक समन्वय करेंगे।
यूरोपीय तेल आयात पर विवाद
व्हाइट हाउस अधिकारी ने कहा कि रूस ने सिर्फ एक साल में यूरोपीय संघ से ईंधन बिक्री के जरिए 1.1 बिलियन यूरो की कमाई की। हालांकि यूरोपीय आयोग पहले ही प्रस्ताव रख चुका है कि 1 जनवरी 2028 तक यूरोप रूस से तेल और गैस का आयात पूरी तरह से बंद कर देगा।
ज्यादातर यूरोपीय देशों ने 2022 में रूसी कच्चे तेल और 2023 में रूसी ईंधन का आयात रोक दिया था। लेकिन हंगरी और स्लोवाकिया जैसे कुछ देश अब भी आयात कर रहे हैं। इसके अलावा भारत जैसे देशों में रिफाइन हुआ रूसी तेल अप्रत्यक्ष रूप से यूरोप पहुंच रहा है।
चीन पर भी दबाव की मांग
ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं से यह भी कहा कि उन्हें चीन पर कड़ा आर्थिक दबाव डालना चाहिए, क्योंकि वह रूस को परोक्ष रूप से समर्थन दे रहा है।
ट्रंप की नाराजगी
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी माना कि वह यूक्रेन युद्ध को रोकने में अब तक असफल रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बाद दावा किया था कि वह जंग को जल्द ही खत्म कर देंगे। हालांकि उन्होंने रूस और चीन पर सीधे नए प्रतिबंध लगाने से परहेज किया है। इसके उलट भारत से आयातित सामानों पर उन्होंने कड़ा टैरिफ लगा दिया है।
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