राष्ट्र के नाम संबोधन में बोले इमरान- पाकिस्तान के लोकतंत्र का बन गया है मजाक, भारत को लेकर कही बड़ी बात

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज फिर से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हूं। उन्होंने कहा कि करीब 26 साल पहले जब मैंने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ शुरू किया।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज फिर से राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हूं। उन्होंने कहा कि करीब 26 साल पहले जब मैंने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ शुरू किया। जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, उससे मुझे मायूसी है लेकिन मैं फैसले का सम्मान करता हूं। मैंने एक बार ही जेल गया हूं, मेरा ईमान है कि जबतक मुल्क का इंसाफ नहीं हो जाता, मैं इंसाफ की बात करूंगा। इमरान खान ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन ये सत्ता पलटने की साजिश है या नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने गौर नहीं किया, इसको देखकर उनको मायूसी है। खान ने कहा कि खुलेआम सांसदों की खरीद-फरोख्त हो रही है, बच्चे बच्चे को पता है कि कौन जमीर बेच रहे है, कौन सी जम्हूरियत में इसकी इजाजत है।

इमरान खान ने कहा कि ये पाकिस्तान की डेमोक्रेसी में मजाक बन गया है, जिस तरह से सियासतदान बिक रहे हैं। अगर आप भविष्य को को आगाह नहीं करेंगे तो हम क्या मिसाल पैदा करेंगे। शरीफ बंधुओं ने सबसे पहले भेड़ बकरियों की तरह सियासतदानों को खरीदने का सिलसिला शुरू किया था। रिजर्व सीट वाले भी बिक रहे हैं। इमरान खान ने विदेशी साजिश के दावे की जांच नहीं की। ऐसा कभी उन्होंने किसी पश्चिमी लोकतंत्र में नहीं देखा, क्योंकि वहां उनके खिलाफ जनता खड़ी हो जाती है। पाकिस्तान की आवाम की जिम्मेदारी है कि वो इसके खिलाफ खड़ी हो। दूसरे देशों में जो हमारे दूतावास थे, जिनके जरिये सत्ता पलटने की साजिश थी, उसे हम सार्वजनिक नहीं कर सकते, लेकिन जनता को खुद देखना चाहिए कि क्या हो रहा है।


इमरान खान ने अपनी सरकार गिराने के लिए फिर से अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में हमारे राजदूत ने वहां के एक अधिकारी से बात की। इमरान खान को रूस नहीं जाना चाहिए था। उसने कहा कि अगर आप इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हट जाता है तो पाकिस्तान को मुश्किल का सामना करना पड़ेगा। लेकिन वो हार जाते हैं तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा।

पाक पीएम ने कहा कि हम 22 करोड़ लोग हैं, ये हमारे लिए कितनी तौहीन है कि कोई बाहरी हमें हुक्म दे रहा है कि अगर आपका प्राइम मीनिस्टर बच जाता है तो आपको परेशानी होगी। मैं कहना चाहता हूं कि हमलोगों को ऐसी ही जिंदगी गुजारनी थी तो हम आजाद ही क्यों हुए थे? हम 14 अगस्त को जश्न क्यों मनाते हैं। मीडिया भी इस पूरे मामले पर जश्न मना रही है।


इमरान खान ने भारत की तारीफ की और कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है। उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति आजाद नीति है। इमरान ने कहा कि भारत के खिलाफ किसी सुपरपावर की जुर्रत नहीं है कि वो कुछ बोल दे। भारत रूस से तेल इम्पोर्ट कर रहा है लेकिन कोई उसे कुछ बोल नहीं सकता है। मैं भी यही कहता हूं कि मेरे 22 करोड़ लोगों के फायदे के लिए जो हो वो मैं करुंगा। मैं अपने कौम और लोगों को किसी भी अन्य मुल्क के हुक्म को नहीं मानने दूंगा। इमरान खान ने कहा कि हमारी विदेश नीति जब तक हमारे लोगों के बेहतरी के लिए नहीं होगी, उसका कोई मतलब नहीं है। हमारी नीति ऐसी होगी जो हमें गुरबत से निकाले। हम किसी के साथ दुश्मनी में न पड़े।

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