गोली नहीं, उसके टुकड़े से घायल हुए थे इमरान खान, फॉरेंसिक रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

पिछले साल 3 नवंबर को वजीराबाद में भारी भीड़ के बीच एक काफिले का नेतृत्व करते समय पीटीआई के अध्यक्ष खुले कंटेनर ट्रक को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में घायल हो गए थे। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि इमरान खान और उनके कई करीबी सदस्य घायल हो गए थे।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान में पिछले साल पीटीआई के आजादी मार्च के दौरान हत्या के प्रयास में घायल हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कोई गोली नहीं लगी थी, बल्कि वह तीन गोली के टुकड़ों और एक धातु के टुकड़े से घायल हुए थे। यह बड़ा खुलासा हाल में जारी एक फोरेंसिक रिपोर्ट से हुआ है।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 3 नवंबर, 2022 को वजीराबाद में भारी भीड़ के बीच एक काफिले का नेतृत्व करते समय पीटीआई के अध्यक्ष खुले कंटेनर ट्रक को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में घायल हो गए थे। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि खान के करीबी कई सदस्य घायल हो गए। हमले की फॉरेंसिक रिपोर्ट से अब खुलासा हुआ है कि पूर्व प्रधानमंत्री को गोली के तीन टुकड़े और एक धातु का टुकड़ा लगा था, उनको गोलियां नहीं लगी थीं।

पंजाब फॉरेंसिक साइंस एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया, "इमरान खान के शरीर से बुलेट के दो टुकड़े (आइटम बी8 और बी11), धातु का एक छोटा टुकड़ा (आइटम बी9) और एक बुलेट जैकेट (आइटम बी10) वाला एक सीलबंद पार्सल बरामद किया गया।" रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि इमरान खान को गोली नहीं लगी थी।


द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, वजीराबाद में ट्रक के बाईं ओर से गोलियां चलाई गईं, जब मार्च इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा था। खान के ट्रक पर दागे गए दस गोलियों के शेल्स अपराध स्थल पर पाए गए थे और उन्हें जांच के लिए भी भेजा गया था। जिन्ना अस्पताल के मेडिको लीगल ने रिपोर्ट फोरेंसिक के लिए भेजी थी।

एक पार्सल में कुल 33 साक्ष्य फोरेंसिक साइंस प्रयोगशाला को भेजे गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि कैपिटल सिटी पुलिस कार्यालय (सीसीपीओ) लाहौर, जिला पुलिस कार्यालय (डीपीओ) वजीराबाद और जांच करने वाली संयुक्त जांच टीम (जेआईटी) के सदस्यों द्वारा साक्ष्य प्रस्तुत किए गए थे। अब फॉरेंसिक से रिपोर्ट आने के बाद इस पर राजनीति भी शुरू होने की आशंका है।

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