Israel Hamas War: जबालिया शरणार्थी शिविर तीसरी बार बमबारी से थर्राया, हमास-IDF के बीच जबरदस्त जमीनी झड़प

उत्तरी गाजा में फिलिस्तीनी लड़ाकों और इजरायली बलों के बीच 'हिंसक झड़प' की सूचना मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा शहर के उत्तर-पश्चिम में इजरायली बलों और फिलिस्तीनी लड़ाकों के बीच हिंसक झड़प हुई है।

फोटो: Getty Images
फोटो: Getty Images
user

नवजीवन डेस्क

इजरायल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है। गाजा में इजरायली सेना लगातार ताबड़तोड़ बमबारी कर रही है। गाजा में अब तक 8,805 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें 3,500 से ज्यादा बच्चे और ढाई हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। इस बीच फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन 6,747 फिलिस्तीनियों के नाम और उम्र की एक सूची जारी की है, जो 7 से 25 अक्टूबर के बीच गाजा में इजरायली बमबारी में मारे गए थे।

जबालिया शरणार्थी शिविर पर तीसरी बार बमबारी

इजरायल की बमबारी से गाजा में कोहराम मचा हुआ है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली लड़ाकू विमानों ने तीसरी बार जबालिया शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया है। बमबारी में कम से कम तीन फिलिस्तीनी मारे गए और कई घायल हो गए। इससे पहले मंगलवार और बुधवार को शिविर पर हुई बमबारी में करीब 200 लोग मारे गए और कम से कम 777 लोग घायल हो गए। गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 120 लोग अभी भी लापता हैं।

गाजा में अस्पतालों की हालत भयावह

इस बीच गाजा में अल-कुद्स अस्पताल क्षेत्र में रेड क्रिसेंट के आसपास सिलसिलेवार इजरायली हवाई हमले हुए हैं। फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफ़ा के मुताबिक, इजरायली लड़ाकू विमानों ने भोर में अल-कुद्स अस्पताल के आसपास बमबारी की। रेड क्रिसेंट की ओर से जहां चिकित्सा सुविधा दी जा रही है, वह गाजा शहर के दक्षिण में ताल अल-हवा के आसपास स्थित है। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली बलों ने कई बार अस्पताल पर बमबारी करने की धमकी दी है, जहां सैकड़ों बीमार और घायल लोगों के अलावा करीब 14 हजार नागरिक फिलहाल शरण ले रहे हैं।

इससे हले रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने पहले पुष्टि की थी कि वह अस्पताल को खाली नहीं करेगी। साथ ही उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से घायलों की रक्षा के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की थी। इजरायली बमबारी में कई अस्पतालों के आसपास के क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा गाजा के कई अस्पताल ईंधन की कमी से जूझ रहे हैं। गाजा शहर में संचालित इंडोनेशियाई अस्पताल में ईंधन की भारी कमी है। ईंधन कमी की वजह से अस्पताल का मेन जनरेटर बंद हो गया है। ऐस में अस्पताल को बैकअप जनरेटर पर स्विच करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रिपोर्ट में अल-शिफा अस्पताल की स्थिति को भी खराब बताया गया है।


इजरायली सेना और हमास के बीच हिंसक झड़प

वहीं, उत्तरी गाजा में फिलिस्तीनी लड़ाकों और इजरायली बलों के बीच 'हिंसक झड़प' की सूचना मिली है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा शहर के उत्तर-पश्चिम में इजरायली बलों और फिलिस्तीनी लड़ाकों के बीच हिंसक झड़प हुई है। पिछले कुछ दिनों में इजरायली सेना गाजा पट्टी के अंदर आगे बढ़ रही है, जिससे हमास और अन्य समूहों के सशस्त्र विंग के साथ उसकी झड़पें हो रही हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब से इजराइल ने फिलिस्तीनी क्षेत्र के अंदर अपने जमीनी अभियान की घोषणा की है तब से अब तक कम से कम 16 इजराइली सैनिकों के मारे जाने की खबर मिली है।

गाजा में खाने-पीने की चीजों की भयंकर कमी

गाजा में खाने-पीने की चीजों की भयंकर कमी है। संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी यूएनओसीएचए के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में 11 बेकरियों पर हमला किया गया है, जिसमें यह बेकरी नष्ट हो गए। यूएनओसीएचए ने कहा कि नष्ट की गई बेकरियों में से 6 गाजा शहर में, दो जबालिया में, दो मध्य क्षेत्र में और एक खान यूनिस में थीं। यूएनओसीएचए के मुताबिक, बुधवार तक गाजा में सिर्फ 9 बेकरियां चल रही हैं। ऐसे में लोगों को घंटों लंबी कतारों में खड़े होकर हवाई हमलों का सामना करना पड़ रहा है। राहत एजेंसी ने बताया कि बेकरियों को आटा तो मिल रहा है, लेकिन ईंधन की कमी की वजह से परिचालन जारी रखने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। जाहिर इसका सीधा असर जंग से प्रभावित फिलिस्तीनियों पर पड़ रहा है, जिन्हें खाने पीने की चीजें नहीं मिल रही हैं।


सीजफायर पर बाइडेन ने क्या कहा?

उधर, संयुक्त राष्ट्र द्वारा अब तक सीजफायर को लेकर की गई सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए पहली बार "मानवीय विराम" का आह्वान किया। हालांकि उनका प्रशासन पिछले हफ्ते सार्वजनिक रूप से युद्धविराम के लिए दबाव डाल चुका है, लेकिन उन्होंने युद्धविराम का समर्थन करने से इनकार कर दिया था।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 02 Nov 2023, 1:27 PM
;