दुनिया की 5 बड़ी खबरें: इजरायल की नागरिकों को भारत समेत 7 देशों में ना जाने की सलाह और स्‍पेन में दिल दहला देने वाली घटना

कोरोना काल के बीच इजरायल ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में नागरिकों को भारत समेत कई देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है और स्‍पेन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

इजरायल ने जारी की एडवाइजरी, भारत समेत सात देशों में नहीं जाने की सलाह

कोरोना काल के बीच इजरायल ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। हाल में जारी इस एडवाइजरी में नागरिकों को भारत समेत कई देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। भारत में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इजरायल ने गुरुवार को एक यात्रा परामर्श जारी कर अपने नागरिकों को आगाह किया कि वे कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत, यूक्रेन, इथियोपिया, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको और तुर्की की यात्रा करने से परहेज करें। यह परामर्श उन लोगों के लिए भी है जो कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके हैं या टीकाकरण करा चुके हैं। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में सात देशों में कोविड के खतरनाक स्वरूप के मौजूद होने का भी जिक्र किया गया है। लोगों को सलाह दी गयी है कि अगर संभव हो तो वे इजरायल से बाहर की यात्रा करने से बचें। इजरायली समाचार पत्र हारेत्ज की एक खबर के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक चेजी लेवी ने कहा कि अब तक टीका नहीं लगवाने वाले विदेशी कामगारों और भारतीय छात्रों को यहां पृथक-वास होटलों में रहना होगा। इजरायल में अब तक 50 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 के टीके लगाए जा चके हैं और यहां रोजाना 100 से भी कम नए मामले सामने आ रहे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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स्‍पेन में दिल दहला देने वाली घटना, बेटे ने पहले मां को मारा फिर किए 1000 टुकड़े

स्‍पेन में एक दिल दहला देने वाली एक घटना में एक शख्‍स ने न केवल अपनी मां की हत्‍या (Murder) की बल्कि मां के हजार टुकड़े करने के बाद उसे खा भी गया। उसने मां के कुछ टुकड़े अपने कुत्‍ते को भी खाने को दिए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोप साबित होने पर आरोपी बेटे को 15 साल की सजा हो सकती है। जानकारी के मुताबिक 28 साल का एल्बर्टो सांचेज गोमेज एक बेरोजगार वेटर है और मैड्रिड में रहता है। खबर है कि मारिया गोमेज की एक दोस्त की शिकायत पर पुलिस ने सांचेज के घर पर पहुंची तो 68 साल की उसकी मां मारिया गोमेज के शरीर के कुछ हिस्‍से फ्रिज और प्‍लास्टिक बैग में पड़े थे। इस घटना के बारे में पुलिस को पता चला जब मारिया गोमेज की एक दोस्त ने उनकी गुमशुदगी को लेकर चिंता जताई थी और पुलिस को इस मामले में जानकारी दी थी।

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खून के थक्के बनाने वाली वैक्सीन को अमेरिका में मिलेगी मंजूरी!

अमेरिकन हेल्थ रेग्यूलेटरी ने कहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को खून के थक्के बनने के बाद इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई थी लेकिन अब इस वैक्सीन को फिर से इस्तेमाल की इजाजत दी जाएगी लेकिन इस बार शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिलेगी। 14 अप्रैल को अमेरिकन हेल्थ अधिकारियों ने जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को खून के थक्के मिलने के बाद इस्तेमाल पर पाबंदी लगा थी थी लेकिन एक बार फिर इसका डोज दिया जाना शुरू किया जा सकता है। जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन पर पिछले 10 दिनों से रोक लगी हुई थी और इन 10 दिनों में इस वैक्सीन पर काफी रिसर्च किया गया है, जिसके बाद पता चला है कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन लेने के बाद ब्लड काउडिंग बनने की संभावना बेहद बेहद कम है और अगर खून के थक्के बनेंगे भी तो उससे नुकसान होने की संभावना भी काफी कम है, जिसे देखते हुए एक बार फिर से इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंन्सन यानि सीडीसी ने कहा है कि इस वैक्सीन को लेने के बाद खून के थक्के और प्लेटलेट्स कम होने की संभावना काफी ज्यादा कम है और अब तक डेढ़ करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है, जिसमें से सिर्फ 15 केस ही खून के थक्के के मिले हैं, लिहाजा इस वैक्सीन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।

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जस्टिस डिपार्टमेंट में तीसरे सबसे बड़े पद पहुंची भारतीय मूल की महिला

अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों का डंका लगातार बज रहा है और अब भारत का नाम रोशन किया है वनिता गुप्ता ने। जिन्हें अमेरिका का एसोसिएट अटॉर्नी जनरल चुना गया है। अमेरिका में इतने बड़े पद पर पहुंचने वाली वो पहली अश्वेत महिला हैं। माना जाता है कि वनिता गुप्ता का चुनाव अमेरिका के पुलिस विभाग में नस्लभेद के खिलाफ लड़ गई लड़ाई को देखते हुए किया गया है। अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट का तीसरा सबसे बड़ा पद है, जिसपर भारतीय मूल की किसी महिला ने अपनी जगह बनाई है। अमेरिका में जस्टिस डिपार्टमेंट का तीसरा सबसे बड़ा पद होता है एसोसिएट अटॉर्नी जनरल। जिसके लिए वनिता गुप्ता का चुनाव किया गया है। इस पद पर रहते हुए वनिता गुप्ता नागरिकों के अधिकारों को लेकर काम करेंगी। हालांकि, वनिता गुप्ता का चुनाव आसान नहीं रहा और सीनेट में उनके नाम पर आखिरी वक्त तक फैसला नहीं हो पाया था। वोटिंग के दौरान अमेरिकी सीनेट काफी ज्यादा विभाजित नजर आया। अमेरिकी सीनेट में वनिता गुप्ता के नाम पर वोटिंग के दौरान 100 सीटों वाली अमेरिकन सीनेट में वनिता गुप्ता के पक्ष में जहां 51 मत पड़े वहीं विरोध में 49 सीनेटर्स ने वोट डाला। रिपब्लिकन पार्टी की लिसा मुर्कोव्स्की ने वनिता गुप्ता के चुनाव में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाया और उनके पक्ष में वोट डाला। लिसा मुर्कोव्स्की ने वनिता गुप्ता को वोट देने के बाद कहा कि उनका मानना है कि वनिता गुप्ता अन्याय का मुकाबला करने में सक्षम हैं।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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