दुनियाः पूरे गाजा पर कब्जे की इजरायल की नई योजना और बांग्लादेश की अदालत ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी का आदेश दिया

भारत के साथ बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान ने सोमवार को 120 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली ‘फतह श्रृंखला’ की मिसाइल का सफल ‘प्रशिक्षण परीक्षण’ किया। पेरू में सोने की प्रमुख खदान से करीब एक सप्ताह पहले अपहृत किए गए 13 सुरक्षा गार्ड के शव रविवार को बरामद किए गए।

पूरे गाजा पर कब्जे की इजरायल की नई योजना और बांग्लादेश की अदालत ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी का आदेश दिया
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नवजीवन डेस्क

पूरे गाजा पर कब्जे की इजरायल की नई योजना

इजरायल ने सोमवार को गाजा पट्टी के पूरे हिस्से पर कब्जा करने और अनिश्चित समय तक वहां बने रहने की नई योजना को मंजूरी दी है। अगर इस योजना को अंजाम दिया गया तो फलस्तीनी क्षेत्र में इजरायल के अभियान का विस्तार होगा और इस पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक विरोध सामने आ सकता है। इजरायल के कैबिनेट मंत्रियों ने तड़के हुए मतदान में इस योजना को मंजूरी दी। इससे कुछ घंटे पहले ही इजरायल के सेना प्रमुख ने कहा था कि सेना हजारों सैनिकों को तैयार रहने के लिए कह रही है।

अधिकारियों के अनुसार इस नयी योजना का मकसद इजरायल को हमास को हराने और गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करना है। यह योजना हजारों फलस्तीनियों को दक्षिण गाजा की ओर धकेलने में मददगार हो सकती है। इससे पहले से ही मौजूद मानवीय संकट और गहरा हो सकता है।

मार्च के मध्य में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम टूटने के बाद इजराइल ने इस क्षेत्र पर भयंकर हमले किए हैं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं। उसने कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है और अब गाजा के लगभग 50 प्रतिशत हिस्से पर इसका नियंत्रण है। युद्ध विराम समाप्त होने से पहले, इजरायल ने गाजा में भोजन, ईंधन और पानी सहित सभी मानवीय सहायता रोक दी थी, जिससे लगभग 19 महीनों के युद्ध में सबसे खराब मानवीय संकट पैदा हो गया है। सहायता प्रतिबंधित करने से भुखमरी की स्थिति बन गई और आवश्यक वस्तुओं की कमी होने से लूटपाट की आशंका भी पैदा हो गई।

इजरायल धीरे-धीरे हमास पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इजरायल के अधिकारियों ने कहा कि इस योजना में ‘पट्टी पर कब्जा करना और क्षेत्रों को नियंत्रण में लेना’ शामिल है। इस योजना में चरमपंथी हमास समूह को मानवीय सहायता वितरित करने से रोकने की भी कोशिश की जाएगी, जिसके बारे में इजरायल का कहना है कि इससे गाजा में समूह का शासन मजबूत होगा। अधिकारियों ने कहा कि इस योजना में हमास के ठिकानों पर शक्तिशाली हमले करना भी शामिल है। एक अधिकारी ने कहा कि इस योजना को धीरे-धीरे अमल में लाया जाएगा। दोनों अधिकारियों ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर ये दावे किए।

बांग्लादेश की अदालत ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी का आदेश दिया

बांग्लादेश की अदालत ने एक वकील की हत्या के संबंध में हिरासत में लिए गए हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार करने का सोमवार को आदेश दिया। वकील की पिछले साल नवंबर में चटगांव अदालत के बाहर हत्या कर दी गई थी। इस्कॉन के पूर्व नेता दास को पिछले साल 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रीय ध्वज के कथित अपमान से संबंधित राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। दास को चटगांव की एक अदालत में ले जाया गया, जिसने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और अगले दिन उन्हें जेल भेज दिया। दास की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने ढाका और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किया। चटगांव में, प्रदर्शन हिंसक हो गया जब सहायक सरकारी अभियोजक सैफुल इस्लाम अलिफ की हत्या कर दी गई।

सुरक्षा चिंताओं के कारण सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सुनवाई के बाद चटगांव के अतिरिक्त उपायुक्त माफिजउद्दीन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘उन्हें (दास को) अधिवक्ता सैफुल इस्लाम अलिफ की हत्या के मामले में अदालत के आदेश के तहत गिरफ्तार किया गया।’’ अदालत के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एस.एम. अलाउद्दीन ने सुनवाई के दौरान पुलिस की याचिका स्वीकार करते हुए यह आदेश जारी किया।

चटगांव मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश अदालत के सरकारी अभियोजक मोफिजुल हक भुइयां ने कहा कि पुलिस ने चार मामलों में उन्हें गिरफ्तार दिखाने के लिए अनुरोध करते हुए अर्जी दी, जबकि अदालत ने वकील की हत्या से संबंधित एक याचिका को स्वीकार कर लिया। मीडिया की खबरों के अनुसार, पुलिस ने हत्या के मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। उच्च न्यायालय की पीठ ने 30 अप्रैल को दास को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। अदालत के इस फैसले को अपीलीय डिवीजन के न्यायाधीश रेजाउल हक के समक्ष चुनौती दी गई, जिन्होंने इस फैसले पर रोक लगा दी।


पाकिस्तान ने ‘फतह’ मिसाइल का ‘प्रशिक्षण परीक्षण’ किया

पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ तनाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान ने सोमवार को 120 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली ‘फतह श्रृंखला’ की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का सफल ‘प्रशिक्षण परीक्षण’ किया। सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि जारी अभ्यास ‘इंडस’ के तहत यह परीक्षण किया गया।

बयान में कहा गया कि इस परीक्षण का उद्देश्य सैनिकों की अभियानगत तत्परता सुनिश्चित करना और मिसाइल की उन्नत दिशा-निर्देशन प्रणाली तथा सटीकता सहित प्रमुख तकनीकी मापदंडों को देखना था। यह प्रशिक्षण परीक्षण ऐसे समय किया गया जब 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस परीक्षण के समय पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ पाकिस्तान के सामरिक संगठनों के अधिकारी, वैज्ञानिक और इंजीनियर भी मौजूद थे।

पेरू की सोने की खदान से अपहृत 13 श्रमिक मृत पाए गए

पेरू में सोने की प्रमुख खदान से करीब एक सप्ताह पहले अपहृत किए गए 13 सुरक्षा गार्ड के शव रविवार को बरामद किए गए। उनकी मौत ऐसे समय में हुई है, जब दक्षिण अमेरिकी देश के महत्वपूर्ण खनन उद्योग में हिंसा बढ़ गई है। पेरू के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। सोने की खदान, ला पोडेरोसा की ओर से कहा गया कि खोज और बचाव दल ने रविवार को खदान में कर्मचारियों के शव बरामद किए। कंपनी ने उनके अपहरण का आरोप अनौपचारिक खनन कर्मियों पर लगाया, जो कथित तौर पर आपराधिक गिरोहों से जुड़े थे। आरोप है कि इन खनन कर्मियों ने 26 अप्रैल को सोने की खदान पर घात लगाकर हमला किया था।

पेरू के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उसने इन जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए विशेष पुलिस बल तैनात किया है। पेरू की राजधानी लीमा स्थित निजी कंपनी ला पोडेरोसा ने कहा कि पेरू के सुदूर उत्तर-पश्चिमी शहर पाटाज़ में खदान पर नियंत्रण के लिए लड़ रहे आपराधिक समूहों ने 1980 में कंपनी के परिचालन शुरू करने के बाद से अब तक कंपनी के 39 श्रमिकों की हत्या कर दी है, जिनमें वर्तमान में मारे गए 13 श्रमिक भी शामिल हैं। दिसंबर 2023 में अवैध खनिकों ने इसी पोडेरोसा खदान पर विस्फोटकों से हमला किया, जिसमें नौ लोग मारे गए और 15 घायल हो गए। हमलों के मद्देनजर जवाब में ला पोडेरोसा ने अधिक संख्या सुरक्षा गार्ड भेजे।


चीनी राजदूत ने हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करने का दिया भरोसा

पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर इस्लामाबाद और दिल्ली के बीच तनाव के बीच सोमवार को चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की और कहा कि चीन दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान का हमेशा समर्थन करेगा। सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जैदोंग ने राष्ट्रपति जरदारी से मुलाकात की और पाकिस्तान एवं भारत के बीच तनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। बैठक के दौरान राष्ट्रपति जरदारी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा हाल में उठाए गए कदमों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं।

‘रेडियो पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी राजदूत ने चीन और पाकिस्तान के बीच स्थायी और समय की कसौटी पर खरी उतरी मित्रता की पुष्टि की और इस रिश्ते को बहुत मजबूत बताया, जिन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में हमेशा एक-दूसरे का समर्थन किया है।” उन्होंने पाकिस्तान का दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जरदारी को धन्यवाद दिया और इस बात पर जोर दिया कि "दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की दोनों देशों की साझा इच्छा को पूरा करने के लिए चीन हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करेगा।" चीनी राजदूत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की, जिन्होंने पहलगाम हमले की निष्पक्ष जांच कराने के उनके प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए चीन को धन्यवाद दिया।

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