एमेजॉन के CEO पद से इस्तीफा दे रहे हैं जेफ बेजोस, जानें क्यों करना पड़ा ऐसा!

शून्य से शिखर तक पहुंचने की सफलता की नई इबारत लिखने वाले और लगभग 170 अरब डॉलर मूल्य की संपत्ति के मालिक जेफ बेजोस ने एमेजॉन के सीईओ पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की है।

फोटो : IANS
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आईएएनएस

शून्य से शिखर तक पहुंचने की सफलता की नई इबारत लिखने वाले और लगभग 170 अरब डॉलर मूल्य की संपत्ति के मालिक जेफ बेजोस ने एमेजॉन के सीईओ पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की है। सफलता के शीर्ष पर विराजमान दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में से एक जेफ बेजोस अब प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों पर अपना सारा ध्यान केंद्रित करने वाले हैं।

ऑनलाइन बुकस्टोर से काम शुरू कर स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र तक अपनी कामयाबी का परचम लहराने वाले जेफ बेजोस ने अरबों डॉलर के निवेश के साथ अपनी कंपनी का विस्तार भारत तक किया।

उन्होंने मंगलवार को इस बात का ऐलान किया कि इस साल की तीसरी तिमाही में वो अपने पद से हट जाएंगे। कंपनी के दैनिक कार्यकलापों से खुद को दूर रखेंगे और कंपनी के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में काम करेंगे।

एंडी जेसी, जो कंपनी के लाभ कमाने वाले क्लाउड आर्म एमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) के सीईओ हैं, बेजोस की जगह लेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, कंपनी का लगभग आधा राजस्व एमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) से आता है।


एमेजॉन के खुदरा व्यापार की अभूतपूर्व वृद्धि ने कंपनी की जिम्मेदारियां और बढ़ा दी हैं। अब यह एकाधिकार वाले क्षेत्रों से इतर अन्य क्षेत्रों में भी सफलता के झंडे गाड़ने का प्रतिबद्ध है। लेकिन, इस उद्देश्य को मंजिल तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जेफ बेजोस की जगह लेने वाले एंडी जेसी के कंधों पर होगी। उनके सामने अमेरिका से लेकर यूरोप और भारत तक कंपनी की सफलता और विस्तार बरकरार रखने हेतु नियामक सम्बंधी कई चुनौतियां भी होंगी और इन्हें पार कर कंपनी को आगे ले जाने का दायित्व उन पर होगा।

जैसा कि बेजोस ने मंगलवार रात को कहा था कि एमेजॉन का सीईओ होना एक बड़ी जिम्मेदारी है और जब आपके पास इस तरह की जिम्मेदारी हो तो किसी अन्य चीज पर ध्यान देना बहुत मुश्किल होता है।

यहां एक बात उल्लेखनीय है कि जब पिछले साल बेजोस भारत के दौरे पर आए थे तो अखिल भारतीय व्यापारी संघ (कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन) के बैनर तले छोटे खुदरा कारोबारियों ने उनके एवं उनकी कंपनी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था।


गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के चलते जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाते थे और कई दुकानें बंद हो गईं, ऐसे समय में ऑनलाइन कारोबार में जबरदस्त वृद्धि के कारण एमेजॉन को भारी मुनाफा हुआ।

मंगलवार को एमेजॉन की बाजार पूंजी 1.696 ट्रिलियन डॉलर थी जो इसे पूंजी के आधार पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बनाती है।

बेजोस भारत को एमेजॉन के लिए एक संभावित बड़े बाजार के रूप में देखते हैं और उनकी कंपनी भारत में कुल 6.5 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। वह रिटेल क्षेत्र की बड़ी कंपनी - 'फ्यूचर्स ग्रुप' के अधिग्रहण के लिए बहुत प्रयासरत थे, लेकिन उनके इस प्रयास को मुकेश अंबानी ने सफल नहीं होने दिया। खुदरा के अलावा, एमेजॉन इंडिया अपनी प्रमुख सेवाओं के माध्यम से बॉलीवुड और अन्य क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं उपलब्ध कराता है।

बहरहाल, बेजोस ने कहा है कि एक्जिक्यूटिव चेयरमैन के रूप में मैं एमेजॉन की महत्वपूर्ण पहलों में शामिल रहूंगा। 1994 में कंपनी की स्थापना के साथ ही वह एमेजॉन के सीईओ के रूप में सेवाएं दे रहे थे।

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