पहलगाम हमला: UNSC की बंद कमरे की बैठक पाकिस्तान को पड़ी भारी, पूछे गए मुश्किल सवाल, 'फॉल्स फ्लैग नैरेटिव' पर फटकार
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बंद कमरे में सोमवार दोपहर को हुई डेढ़ घंटे की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। इस बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र ने ना तो कोई आधिकारिक बयान जारी किया और ना ही किसी तरह का रिजॉल्यूशन पारित किया।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बरकार है। इस बीच पाकिस्तान की अपील पर बंद कमरे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बैठक हुई। खबरों के मुताबिक, बैठक में पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ बंद कमरे में हुई इस बैठक में पाकिस्तान के भारत को लेकर गढ़े गए नैरेटिव पर सवाल उठाए गए। पाकिस्तान के फॉल्स फ्लैग नैरेटिव को यूएनएससी के सदस्यों ने सिरे से नकार दिया। साथ ही पहलगाम हमले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयाब की भूमिका को लेकर सवाल उठाए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिशद के सदस्य देशों ने बैठक के दौरान पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। इस दौरान कुछ सदस्यों ने धर्म के आधार पर सैलानियों को निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया। वहीं, कुछ देशों ने पाकिस्तान के मिसाइल टेस्ट को उकसावे वाली कार्रवाई करार देते हुए चिंता व्यक्त की तो कुछ सदस्यों ने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह भारत के साथ अपनी समस्याओं का द्विपक्षीय स्तर पर हल निकाले।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बंद कमरे में सोमवार दोपहर को हुई डेढ़ घंटे की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। इस बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र ने ना तो कोई आधिकारिक बयान जारी किया और ना ही किसी तरह का रिजॉल्यूशन पारित किया।
बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थाई प्रतिनिधि दूत असीम इफ्तिखार ने कहा कि यूएनएससी की बैठक से जो हासिल करने का मकसद था वह पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दों को सुलझाने पर भी चर्चा की।
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