पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, FATF की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा, आंतकियों पर कार्रवाई नहीं करने की मिली सजा

टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा. FATF ने कहा कि पाकिस्तान एन्हांस्ड मॉनिटरिंग के दर्जे में है। क्योंकि वहां अब भी टेरर फंडिंग से जुड़ी कई कमियां बरकरार हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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विनय कुमार

पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है और आंतकियों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहा है। इसकी सजा पाकिस्तान को फिर मिली है। आतंकी फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था FATF ने आतंकियों की पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान पर कोई नरमी नहीं बरती है। FATF ने गुरुवार को अहम बैठक के बाद फैसला लिया कि अभी पाक को काफी कुछ करना होगा, इसलिए वह अभी ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा।

FATF चाहती है कि पाकिस्तान हाफिज सईद जैसे सभी 1267 और 1373 आतंकियों पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए। हालांकि FATF ने कहा है कि पाकिस्तान ने 27 में से 24 मानकों पर कदम उठाए हैं। लेकिन उसे अभी और काम करने की जरूरत है। संस्था ने कहा कि कई गंभीर सवाल हैं, खासतौर से आतंकी फंडिंग को लेकर। इन सवालों के जवाब पाक को देने होंगे।


बता दें कि पाकिस्तान जून 2018 से FATF की ग्रे लिस्ट में है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद स्थित एक थिंक टैंक के एक शोध पत्र में अनुमान लगाया गया है कि FATF द्वारा देश को ग्रे लिस्ट में रखने के फैसले के कारण पाकिस्तान को कुल 38 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि खपत व्यय, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश और निर्यात में कमी के आधार पर नुकसान का आकलन किया गया है।

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