पाकिस्तान: इमरान खान की बहनों के साथ आधी रात को अडियाला जेल के बाहर बेरहमी, केमिकल के पानी से नहलाया, फिर...
इमरान खान की बहनें आलिमा खान, उज्मा खान और नोरीन खान नियाजी, PTI के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जेल के बाहर एकत्र हुई थीं। उनकी एक ही मांग थी कि इमरान खान से परिवार की मुलाकात कराई जाए।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहनों के साथ रावलपिंडी के अडियाला जेल के बाहर आधी रात को बेरहमी की गई है। जेल में बंद इमरान खान से मुलाकात की मांग कर रहे उनकी बहनों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों पर पंजाब पुलिस ने वाटर कैनन से कार्रवाई की। ठंड के मौसम में की गई इस कार्रवाई में केमिकल मिले पानी की बौछार की गई, जिससे प्रदर्शनकारी पूरी तरह भीग गए और माहौल और ज्यादा तनावपूर्ण हो गया।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन, देर रात पुलिस की कार्रवाई
अडियाला जेल के बाहर जमा यह प्रदर्शन शुरुआत में पूरी तरह शांतिपूर्ण बताया गया। इमरान खान की बहनें आलिमा खान, उज्मा खान और नोरीन खान नियाजी, PTI के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जेल के बाहर एकत्र हुई थीं। उनकी एक ही मांग थी कि इमरान खान से परिवार की मुलाकात कराई जाए।
प्रदर्शनकारियों ने जेल की ओर मार्च करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया। इसके बाद देर रात अचानक वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। PTI का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के कार्रवाई की और लोगों को तितर-बितर करने के लिए केमिकल युक्त पानी का छिड़काव किया गया।
PTI का सवाल, किस कानून के तहत कार्रवाई?
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पुलिस की इस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने सवाल उठाया है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किस कानून के तहत किया गया। PTI नेताओं का कहना है कि महिलाओं, बुजुर्गों और आम नागरिकों पर इस तरह की कार्रवाई न केवल अमानवीय है, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों का खुला उल्लंघन भी है।
पार्टी का दावा है कि इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई और कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया। PTI ने आरोप लगाया कि सरकार और सेना मिलकर दमन की नई मिसाल कायम कर रही हैं और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
हाईकोर्ट के आदेश को लेकर विवाद
इस पूरे विवाद की जड़ इस्लामाबाद हाईकोर्ट का वह आदेश है, जो मार्च 2025 में दिया गया था। अदालत ने साफ निर्देश दिया था कि इमरान खान को हफ्ते में दो बार, मंगलवार और गुरुवार को परिवार से मिलने की इजाजत दी जाए। PTI का कहना है कि जमीनी स्तर पर इस आदेश का ठीक से पालन नहीं हो रहा है।
जेल के बाहर जुटे प्रदर्शनकारी इसी अदालती आदेश को लागू कराने की मांग कर रहे थे। पार्टी का आरोप है कि प्रशासन जानबूझकर मुलाकातों में बाधा डाल रहा है, जिससे इमरान खान को परिवार और बाहरी दुनिया से अलग-थलग रखा जा सके।
आलिमा खान का आरोप, न्यायपालिका की आजादी छीनी गई
इमरान खान की बहन आलिमा खान ने पुलिस कार्रवाई के बाद तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में न्यायपालिका की आजादी छीनी जा चुकी है और कानून सिर्फ ताकतवर लोगों के इशारों पर चल रहा है। उनका कहना था कि देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है, सुरक्षा हालात खराब हो रहे हैं, लेकिन सरकार इन मुद्दों से ध्यान हटाकर राजनीतिक विरोधियों को दबाने में लगी है।
आलिमा खान ने 2 दिसंबर को उज्मा खान की इमरान खान से हुई छोटी मुलाकात का भी जिक्र किया। उज्मा के मुताबिक, इमरान खान उस समय बेहद परेशान और गुस्से में थे। उन्होंने बताया कि इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को छोटे कमरे में रखा गया है, जहां उन्हें लगातार मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
बढ़ता राजनीतिक टकराव
अडियाला जेल के बाहर हुई यह घटना पाकिस्तान की राजनीति में पहले से मौजूद तनाव को और गहरा करती नजर आ रही है। PTI का कहना है कि सरकार इमरान खान को पूरी तरह अलग-थलग करना चाहती है, लेकिन इसके बावजूद जनता का समर्थन उनके साथ बना हुआ है।
दूसरी ओर, पुलिस और प्रशासन की सख्ती ने मानवाधिकारों और कानून के राज पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। ठंड की रात में वाटर कैनन का इस्तेमाल, वह भी कथित तौर पर केमिकल मिले पानी के साथ, आने वाले दिनों में पाकिस्तान की सियासत और न्याय व्यवस्था पर बहस को और तेज कर सकता है।
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