पाकिस्तान: पेशावर में आतंक की वापसी, मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या 93 पहुंची

पेशावर के आयुक्त रियाज महसूद ने कहा कि मस्जिद के अंदर बचाव अभियान चल रहा है क्योंकि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के पेशावर के पुलिस लाइन इलाके में एक मस्जिद में सोमवार को हुए जोरदार बम धमाका में मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है। वहीं घायलों का संख्या 221 बताई जा रही है। मंगलवार को नौ और शव मिले हैं। जियो न्यूज ने पुलिस के हवाले से बताया कि विस्फोट मस्जिद के सेंट्रल हॉल में हुआ। विस्फोट इतना जोरदार था, कि मस्जिद का एक हिस्सा गिर गया। पुलिस ने कहा कि आत्मघाती हमलावर नमाज के दौरान पहली पंक्ति में मौजूद था, नमाज पूरी होने के बाद उसने खुद को उड़ा लिया। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। पेशावर के पुलिस अधिकारी (सीसीपीओ) मुहम्मद इजाज खान ने कहा कि हमलावर ने उस वक्त खुद को उड़ा लिया जब सैकड़ों लोग नमाज के लिए कतार में खड़े थे।

पुलिस को निशाना बनाकर मस्जिद में किया गया हमला नमाज के दौरान हुआ। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि यह मस्जिद पेशावर के एक हाई सेक्युरिटी जोन में स्थित है, जहां खैबर-पख्तूनख्वा (के-पी) पुलिस बल का मुख्यालय और आतंकवाद-रोधी विभाग (सीटीडी) के कार्यालय भी हैं। खान ने कहा, यह एक आत्मघाती हमला था। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमलावर रेड जोन परिसर में घुसने के लिए सुरक्षा बलों के कई सुरक्षा घेरों को पार कर पहुंचा था।


द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी कि इस बात की जांच की जा रही है कि हमलावर ने सुरक्षा घेरा कैसे तोड़ा और क्या अंदर से कोई मदद मिली थी। पेशावर के आयुक्त रियाज महसूद ने कहा कि मस्जिद के अंदर बचाव अभियान चल रहा है क्योंकि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। केपी के गवर्नर हाजी गुलाम अली ने कहा, कई पुलिसकर्मी अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं और बचावकर्ता उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया, मस्जिद का हॉल 400 नमाजियों से खचाखच भरा हुआ था और मरने वालों में ज्यादातर पुलिस अधिकारी थे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सौंपी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट स्थल से एकत्र किए गए सबूतों ने पुष्टि की कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था और सुरक्षा चूक की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की गई है।


विस्फोट इतना जोरदार था, कि मस्जिद का एक हिस्सा गिर गया। जिससे दर्जनों नमाजी मलबे में फंस गए। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि छत इसलिए गिरी क्योंकि विस्फोट से मस्जिद के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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