पुलित्जर विजेता पत्रकार पीटर अर्नेट का निधन, दशकों तक गोलियों और बमों के बीच की रिपोर्टिंग

अर्नेट पत्रकारिता जगत का एक बड़ा नाम रहे हैं। वर्ष 1966 में 'द एसोसिएटेड प्रेस' (एपी) के लिए वियतनाम युद्ध की कवरेज करने पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग की श्रेणी में ‘पुलित्जर पुरस्कार’ से नवाजा गया था।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

युद्ध क्षेत्रों से दशकों तक जोखिम भरी और जमीनी रिपोर्टिंग करने वाले वरिष्ठ पत्रकार पीटर अर्नेट का निधन हो गया है। पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित अर्नेट 91 वर्ष के थे।

उनके बेटे एंड्रयू अर्नेट के अनुसार, पीटर ने बुधवार को न्यूपोर्ट बीच में अंतिम सांस ली। उनके अंतिम समय में परिवार के सदस्य और करीबी मित्र उनके साथ मौजूद थे। वह लंबे समय से प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे और शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पीटर अर्नेट को पत्रकारिता की दुनिया में एक अहम नाम माना जाता है। वर्ष 1966 में वियतनाम युद्ध की रिपोर्टिंग के लिए उन्हें द एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के तहत अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग श्रेणी में पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

1962 से 1975 तक वियतनाम युद्ध की कवरेज ने उन्हें एक साहसी और विश्वसनीय युद्ध संवाददाता के रूप में स्थापित किया। हालांकि, उन्हें वैश्विक पहचान 1991 के पहले खाड़ी युद्ध के दौरान मिली, जब उन्होंने सीएनएन के लिए सीधे युद्ध क्षेत्र से लाइव रिपोर्टिंग कर इतिहास रच दिया।

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