पुतिन ने यूक्रेन के चार इलाकों को रूसी क्षेत्र घोषित किया, कीव को बिना शर्त बातचीत पर लौटने की दी सलाह

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस को एक आतंकवादी देश और खून का प्यासा बताया है। रूसी हमलों का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि केवल पूर्ण आतंकवादी ही ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर यूक्रेनी जीवन के लिए तुम निश्चित रूप से जवाब दोगे।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को यूक्रेन को बड़ा झटका देते हुए लुगांस्क और डोनेट्स्क को रूस में शामिल करने का ऐलान करते हुए खेरासन और जापोरिजिया को स्वतंत्र राज्य घोषित कर दिया। साथ ही पुतीन ने कीव को इन क्षेत्रों में दखल नहीं देने की चेतावनी देते हुए बातचीत की टेबल पर लौटने की सलाह दी है।

संधियों पर हस्ताक्षर के लिए क्रेमलिन में आयोजित एक समारोह में पुतीन ने कहा कि हम कीव शासन से सभी दुश्मनी को खत्म करने, 2014 में शुरू हुए युद्ध को रोकने और बातचीत की टेबल पर लौटने का आह्वान करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मास्को उन क्षेत्रों को धोखा नहीं देगा जो रूस का हिस्सा बनना चाहते हैं। इसमें लोगों की खुद की पसंद है। साथ ही पुतिन ने कीव से आह्वान किया कि जो चार क्षेत्रों को लोगों ने चुना है उसे सम्मान के साथ देखे।

इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि शांति का यही एकमात्र तरीका है। रूस सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करके अपने क्षेत्रों की रक्षा करेगा और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ करेगा। उन्होंने रूस में शामिल होने वाले चार क्षेत्रों के पुनर्निर्माण की भी कसम खाई और कहा कि उनके लोग सभी रूसी क्षेत्रों के समर्थन को महसूस करेंगे।

बता दें कि रूस ने 23 से 27 सितंबर के बीच डोनेत्स्क, लुहांस्क, जेपोरीजिया और खेरसान में जनमत संग्रह करवाया था, जिसके बाद दावा किया कि चारों इलाकों के ज्यादातर लोगों ने रूस के साथ आने के पक्ष में वोट दिया है। रूस का दावा है कि डोनेत्स्क में 99.2%, लुहांस्क में 98.4%, जेपोरीजिया में 93.1% और खेरसान में 87% लोगों ने रूस के साथ जाने के पक्ष में वोट अपना वोट डाला है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस जनमत संग्रह पर सवाल उठ रहे हैं।


शुक्रवार का समारोह रूस में चार क्षेत्रों के परिग्रहण की औपचारिक प्रक्रिया की शुरूआत का प्रतीक है। पुतिन द्वारा परिग्रहण संधियों पर हस्ताक्षर करने के बाद,उनकी संवैधानिक न्यायालय द्वारा जांच की जाएगी और यदि मंजूरी दे दी जाती है, तो रूसी संसद के दो कक्षों- स्टेट ड्यूमा और फेडरेशन काउंसिल को भेजा जाएगा। रूसी सांसदों के अगले सप्ताह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाने की उम्मीद है। इससे पहले फरवरी 2022 में रूस ने डोनबास गणराज्यों को स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता दी थी।

वहीं रूस के इस कदम पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस को एक आतंकवादी देश और खून का प्यासा बताया है। दक्षिणी जापोरिज्जिया में रूसी गोलाबारी का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि केवल पूर्ण आतंकवादी ही ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर यूक्रेनी जीवन के लिए तुम निश्चित रूप से जवाब दोगे।

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