तुर्की-सीरिया में भूकंप से तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मृतकों की संख्या 7900 के पार, पढ़िए 5 बड़े अपडेट

रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच तुर्की में बर्फबारी भी जारी है। ऐसे में रेस्क्यू अभियान में काफी परेशानी हो रही है। खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर की लैंडिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे में मदद को प्रभावित इलाकों में सड़क के जरिए पहुंचाया जा रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंप के झटकों से मची तबाही के बाद बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जैसे-जैसे रेस्क्यू ऑपरेशन बढ़ रहा है। वैसे-वैसे मृतकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। सैकड़ों इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई हैं। इन इमारतों के मलबे से शवों के निकलने का सिलसिला जारी है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप से मरने वालों की संख्या  7,900 के पार पहुंच गई है। 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं।

WHO ने 20 हजार लोगों के मारे जाने की आशंका जताई

भूकंप से तुर्की और सीरिया में WHO ने मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई है। WHO के अनुसार, तुर्की और सीरिया में 20 हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कहा है कि दोनों देशों में 2.3 करोड़ लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।


मेक्सिको के डॉग रेस्क्यू में ले रहे हिस्सा

तुर्की और सीरिया में तबाही के मंजर के बीच मेक्सिको के चर्चित रेस्क्यू डॉग मलबों में इंसानों की तलाश में मदद कर रहे हैं। मेक्सिको अपने ट्रेन्ड और विशेष खोजी कुत्तों के लिए जाना जाता है। उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेट के किनारे है, ऐसे में यहां भी भूकंप आता रहता है. मेक्सिको में अक्सर कुत्तों का इस्तेमाल रेस्क्यू अभियान में किया जाता है।

खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में हो रही परेशानी

रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच तुर्की में बर्फबारी भी जारी है। ऐसे में रेस्क्यू अभियान में काफी परेशानी हो रही है। खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर की लैंडिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे में मदद को प्रभावित इलाकों में सड़क के जरिए पहुंचाया जा रहा है। भूकंप से तुर्की-सीरिया कॉरिडोर भी तबाह हो गया है। ऐसे में सड़क के रास्ते सीरिया तक मदद नहीं पहुंच पा रही है।


तुर्की में 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान

तुर्की में 3 महीने तक इमरजेंसी की घोषणा की गई है। सभी स्कूलों को 13 फरवरी तक बंद कर दिया गया। सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया गया है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने बताया कि अब तक 70 देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि यह तुर्की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी आपदा है. तुर्की में 10 हजार कंटेनर को शेल्टर बनाने की तैयारी की गई है।

भूकंप से तुर्की में ऐतिहासिक इमारतें तबाह

तुर्की की ऐतिहासिक मस्जिद भी भूकंप में तबाह हो गई। तुर्की के मालाटया शहर में स्थित यह ऐतिहासिक येनी कैमी मस्जिद मलबे के ढेर में तब्दील हो गई। यह मस्जिद 100 साल से ज्यादा पुरानी थी। भूकंप से यह पूरी तरह तबाह हो गई है।

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Published: 08 Feb 2023, 8:51 AM