इमरान खान को लेकर पाकिस्तान की संसद में हंगामा, PTI ने दिया अल्टीमेटम, जेल प्रशासन ने मौत की खबरों को किया खारिज
शहबाज शरीफ सरकार और रावलपिंडी की अदियाला जेल के अधिकारी लगातार दावा कर रहे हैं कि इमरान बिल्कुल स्वस्थ हैं और उनकी मौत की अफवाह पूरी तरह से झूठ है। लेकिन इमरान खान का परिवार और उनकी पार्टी सरकारी बयान को मानने को तैयार नहीं है।

पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की खैरियत को लेकर इस समय पूरे देश में असमंजस की स्थिति है। शहबाज शरीफ सरकार और रावलपिंडी की अदियाला जेल के अधिकारी लगातार दावा कर रहे हैं कि इमरान बिल्कुल स्वस्थ हैं और उनकी मौत की अफवाह पूरी तरह से झूठ है। लेकिन इमरान खान का परिवार और उनकी पार्टी सरकारी बयान को मानने को तैयार नहीं है।
इस बीच इमरान खान का मामला आज पाकिस्तान की संसद में भी गूंजा। पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसद फैजल जावेद ने इमरान की खैरियत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इमरान को पूरी तरह से एकांत कारावास में क्यों रखा गया है? हमारी मांग है कि अगले 24 घंटों में इमरान को उनके परिवार से मिलने दिया जाए।
पीटीआई सांसद फैजल जावेद ने संसद में कहा कि इमरान के परिवार को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने इस मामले को सीनेट में भी उठाने की मंजूरी मांगी और सरकार से इस पर जवाब देने को कहा। इस पर पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने नियमों का हवाला दिया, जिस पर बवाल हो गया और संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई। तलाल चौधरी ने कहा कि इमरान मोस्ट वीआईपी कैदी हैं। उनसे मिलने को लेकर पीटीआई ड्रामा कर रही है। उनसे जेल के मैनुअल के हिसाब से ही किसी को मिलने दिया जाएगा।
इससे पहले सोशल मीडिया और कई विदेशी मीडिया में इमरान खान की जेल में मौत की अपुष्ट खबरों पर उठे विवाद के बाद रावलपिंडी के अदियाला जेल अधिकारियों ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि पीटीआई प्रमुख इमरान खान की सेहत अच्छी है और उन्हें जेल से शिफ्ट नहीं किया गया है। रावलपिंडी जेल के अधिकारियों ने इमरान खान की सेहत के बारे में चल रहीं खबरों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि अदियाला जेल से इमरान खान को शिफ्ट किए जाने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उन्हें पूरा मेडिकल अटेंशन मिल रहा है।
दरअसल, इमरान की तीन बहनों को पिछले छह हफ्तों से उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जिससे वे पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठा रही हैं। हाल में उनकी बहनों ने अदियाला जेल के बाहर धरना भी दिया था। मुलाकात की जिद पर अड़ीं इमरान की बहनों को घसीटकर और धक्के मारकर जेल के पास से हटा दिया गया था। इस घटना के बाद से इस तरह की अफवाहें तूल पकड़ रही हैं। इमरान खान का परिवार उनके ठिकाने के बारे में सवाल उठा रहा है।
पीटीआई के सदस्यों ने भी इमरान खान की उनके परिवार से मुलाकात कराने की अपील की है। पीटीआई ने सरकार से कहा कि वह तुरंत इमरान और उनके परिवार के बीच एक मुलाकात की व्यवस्था करें। इमरान खान की सुरक्षा, मानवाधिकार और संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
पीटीआई चीफ इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं। उन्हें 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटा दिया गया था। तब से वह भ्रष्टाचार और आतंकवाद समेत कई मामलों का सामना कर रहे हैं।