यूरोप में इजराइल का कड़ा विरोध, स्लोवेनिया ने पीएम नेतन्याहू के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया
स्लोवेनिया पिछले साल फलस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे चुका है और गाजा में इजराइल की कार्रवाई का लगातार आलोचक रहा है। नेतन्याहू के खिलाफ यह कदम भी इसी नीति को मजबूत करने के तौर पर देखा जा रहा है।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध बढ़ता जा रहा है। वहीं हाल ही फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने फलस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रुप में मान्यता दिया है। अब स्लोवेनिया ने बेंजामिन नेतन्याहू के अपने देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून की रक्षा को रेखांकित करने के लिए उठाया गया है।
आधिकारिक एसटीए समाचार एजेंसी के अनुसार, विदेश मंत्रालय की अधिकारी नेवा ग्रासिक ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) द्वारा इजराइल के प्रधानमंत्री के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट से जुड़ा है। स्लोवेनिया की आबादी करीब 20 लाख है और यह देश यूरोपीय संघ का सदस्य है।
स्लोवेनिया पिछले साल फलस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे चुका है और गाजा में इजराइल की कार्रवाई का लगातार आलोचक रहा है। नेतन्याहू के खिलाफ यह कदम भी इसी नीति को मजबूत करने के तौर पर देखा जा रहा है।
स्लोवेनिया इससे पहले इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर और वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच के देश में प्रवेश पर और इजराइल पर हथियारों के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा चुका है।
ग्रासिक ने कहा, “स्लोवेनिया समेत अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से जुड़े सभी देशों को इजराइल की फलस्तीन के कब्जे वाले क्षेत्रों में गैरकानूनी मौजूदगी से पैदा हालात को मान्यता नहीं देनी चाहिए और न ही इस स्थिति को बनाए रखने में कोई समर्थन देना चाहिए।”
स्लोवेनिया की सरकार ने ‘एक्स’ पर कहा, "यह निर्णय इजराइल को स्पष्ट संदेश देता है कि स्लोवेनिया अंतरराष्ट्रीय न्यायालय और मानवीय कानूनों के फैसलों के सम्मान की अपेक्षा करता है।"
पीटीआई के इनपुट के साथ
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