मध्य एशिया और दुनिया के लिए खतरा बनेगा तालिबान, पंजशीर घाटी के बड़े नेता ने किया आगाह

फहीम दश्ती पंजशीर के शेर कहे जाने वाले दिवंगत गुरिल्ला कमांडर अहमद शाह मसूद के करीबी सहयोगी थे, जिनकी अल कायदा और तालिबान के हमले में मोत हो गई थी। दश्ती अब अब मारे गए कमांडर के बेटे और कमांडर अहमद मसूद के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

पंजशीर घाटी स्थित नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान (एनआरएफ) के एक वरिष्ठ सदस्य फहीम दश्ती ने कहा कि तालिबान के लड़ाकों ने काबुल और अधिकांश अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है, जो 'मध्य एशिया और दुनिया के लिए खतरा साबित होगा। उन्होंने पूरी दुनिया के साथ ही विशेष तौर पर रूस को इस खतरे से आगाह किया है।

पंजशीर के शेर कहे जाने वाले दिवंगत गुरिल्ला कमांडर अहमद शाह मसूद के करीबी रहे फहीम दश्ती ने पंजशीर घाटी से द मॉस्को टाइम्स को फोन पर बताया कि रूस को तालिबान के उदय के बारे में चिंतित होना चाहिए। देश एक आतंकवादी केंद्र बन जाएगा, जो मध्य एशिया और रूस को ही खतरे में डाल देगा।


पंजशीर घाटी में तालिबान को चुनौती दे रहे एनआरएफ का नेतृत्व वर्तमान में अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं, जो एक शक्तिशाली गुरिल्ला कमांडर थे, जिन्होंने पूर्व सोवियत संघ के खिलाफ प्रतिरोध का नेतृत्व किया था। दश्ती, अहमद शाह मसूद के करीबी सहयोगी थे, जिनकी 9 सितंबर, 2001 को अल कायदा और तालिबान द्वारा किए एक आत्मघाती बम विस्फोट में हत्या कर दी गई थी, जिसमें मसूद भी घायल हो गया था। वह अब मारे गए कमांडर के बेटे के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते हैं।

बुधवार को, रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा था कि तालिबान द्वारा सबसे बड़ा खतरा हथियारों की भारी संख्या को हथियाना है, जिसे समूहों ने कब्जा कर लिया है, क्योंकि अमेरिकी सेना जल्दबाजी में सबकुछ छोड़कर देश से बाहर निकल गई है। सर्गेई शोइगु ने कहा, "पहला और बड़ा खतरा यह है कि तालिबान को भारी मात्रा में हथियार मिले हैं। उनका मानना है कि इस्लामवादियों के पास अब सैकड़ों बख्तरबंद वाहन, विमान और हेलीकॉप्टर हैं।

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