युद्धविराम में अड़चन दूर, हजारों विस्थापित फिलिस्तीनियों की गाजा वापसी शुरू, हमास रिहा करेगा और 6 बंधक
इससे पहले इजरायल ने हजारों विस्थापित फिलिस्तीनियों को घर लौटने से रोक दिया था, जिससे बड़ी संख्या में गाजावासी सड़कों पर डेरा डाले थे। घर जाने की कोशिश कर रहे एक फिलिस्तीनी युवक की इजरायली सेना ने गोली मारकर हत्या कर दी और कुछ अन्य लोगों को घायल कर दिया।
इजरायल ने रविवार रात ऐलिन किया कि गाजा में हमास के साथ युद्धविराम और बंधक समझौते पर विवाद सुलझ गया है। हमास इस हफ्ते दो बैचों में और छह बंधकों को रिहा करेगा। इस ऐलान के बाद यहूदी राष्ट्र ने सोमवार सुबह से नेत्जारिम कॉरिडोर के जरिए सैकड़ों हज़ारों विस्थापित गाजावासियों को अपने घर लौटने की अनुमति दे दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी में हमास के आंतरिक मंत्रालय ने पुष्टि की है कि रविवार रात इजरायल के साथ वार्ता में सफलता मिलने के बाद विस्थापित फिलिस्तीनियों ने उत्तरी गाजा में लौटना शुरू कर दिया है। अधिकारी ने कहा, "विस्थापित फिलिस्तीनियों का नेत्ज़ारिम चेकपॉइंट के पश्चिमी भाग से गाजा शहर और गाजा पट्टी के उत्तरी भाग की ओर अल-रशीद रोड के साथ मार्ग शुरू हो गया है।" हमास ने ऐलान किया कि वह इस सप्ताह 6 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें अर्बेल येहुद भी शामिल है।
इजरायल ने अपने नागरिक येहुद की रिहाई के मुद्दे पर गाजा में फिलिस्तीनियों की वापसी रोक दी थी। इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, "पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में गहन वार्ता के बाद, हमास ने अपने कदम पीछे खींच लिए और वह इस गुरुवार को बंधकों को रिहा करने का एक अतिरिक्त चरण पूरा करेगा।" बयान में स्पष्ट किया गया कि नागरिक अर्बेल येहुद, सैनिक अगम बर्गर और एक अन्य बंधक को गुरुवार को रिहा किया जाएगा, जबकि तीन अन्य बंधकों को शनिवार को रिहा किया जाएगा।
इसके अलावा, इजरायल ने कहा कि उसे समझौते के शुरुआती चरण में रिहा किए जाने वाले सभी बंधकों के बारे में हमास से एक स्टेट्स लिस्ट मिली है। बयान में पुष्टि की गई, 'इन समझौतों के तहत, इजरायल कल सुबह से गाजावासियों को उत्तरी पट्टी में जाने की अनुमति देगा।' इससे पहले इजरायल ने हजारों विस्थापित फिलिस्तीनियों को अपने घर लौटने से रोक दिया था। इसके बाद शनिवार रात से बढ़ी संख्या में गाजावासी सड़कों पर उतर आए और गाजा जाने का इंतजार कर रहे थे। घर जाने की कोशिश कर रहे एक फिलिस्तीनी युवक की इजरायली बलों ने गोली मार कर हत्या कर दी जबकि कुछ अन्य लोग घायल हो गए थे।
यह पूरा विवाद दरअसल इजरायली नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई को लेकर पैदा हुआ। शनिवार को जब दूसरी बार कैदियों की अदला बदला हुई तो लगा कि घटनाक्रम युद्धविराम समझौते की शर्तों के मुताबिक ही घट रहा है लेकिन अचानक इजरायल की एक घोषणा ने सबकुछ बदल दिया। हमास ने शनिवार को चार इजरायली महिला सैनिकों को रिहा किया, बदले में इजरायल ने 200 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया।
इसके बाद इजरायल ने ऐलान किया कि वह गाजावासियों को उत्तरी गाजा पट्टी में तब तक प्रवेश नहीं करने देगा, जब तक कि नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई के लिए व्यवस्था नहीं हो जाती। मीडिया रिपोर्ट के मतुाबिक येहुद को शनिवार की रिहाई सूची में शामिल किया जाना था। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि उसका नाम क्यों छोड़ दिया गया। वहीं हमास ने दावा किया कि येहूद जीवित है और उसे अगले शनिवार को रिहा किया जाएगा। इजरायल के अनुसार, हमास ने सभी जीवित नागरिक महिला बंदियों से पहले महिला बंधक सैनिकों को रिहा करके समझौते का उल्लंघन किया है।
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