कोरोना के बीच दुनियाभर में बढ़ रहा इस बीमारी का खतरा, पाकिस्तान में पहुंचा ये संक्रमण, जानें क्या हैं इसके लक्षण

मंत्रालय ने कहा कि मंकीपॉक्स मामले का पता चलने के बाद, पाकिस्तान के सभी हवाईअड्डों के अधिकारियों स्वास्थ्य नियामक दिशानिर्देशों को लागू कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि सीमा स्वास्थ्य सेवा पाकिस्तान पूरी स्थिति की निगरानी कर रही है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि देश में एमपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया गया है, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने पिछले दिन एक मरीज में एमपॉक्स संक्रमण की पुष्टि की।

मंत्रालय ने कहा कि मामले का पता चलने के बाद, पाकिस्तान के सभी हवाईअड्डों के अधिकारियों स्वास्थ्य नियामक दिशानिर्देशों को लागू कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि सीमा स्वास्थ्य सेवा पाकिस्तान पूरी स्थिति की निगरानी कर रही है।

मंत्रालय ने कहा, जनता को बीमारियों और महामारी से बचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए गए हैं।

दुनिया भर में अब तक 87 हजार अधिक मामले: WHO


1 जनवरी, 2022 और 24 अप्रैल, 2023 के बीच डब्ल्यूएचओ को रिपोर्ट किए गए 87,113 पुष्ट मामलों के साथ, पिछले साल से दुनिया भर में एमपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं। एमपॉक्स पारंपरिक रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के क्षेत्रों तक ही सीमित है। इसके लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, चकत्ते आदि शामिल है।


मंकी पॉक्स संक्रमण के क्या लक्षण हो सकते हैं?

  • WHO के मुताबिक मंकी पॉक्स संक्रमण का इनक्यूबेशन पीरियड (संक्रमण होने से लक्षणों की शुरुआत तक) आमतौर पर 6 से 13 दिनों का होता है, हालांकि कुछ लोगों में यह 5 से 21 दिनों तक भी हो सकता है।

  • संक्रमित व्यक्ति को बुखार, तेज सिरदर्द, लिम्फैडेनोपैथी (लिम्फ नोड्स की सूजन), पीठ और मांसपेशियों में दर्द के साथ गंभीर कमजोरी का अनुभव हो सकता है।

  • लिम्फ नोड्स की सूजन की समस्या को सबसे आम लक्षण माना जाता है। इसके अलावा रोगी के चेहरे और हाथ-पांव पर बड़े आकार के दाने हो सकते हैं। कुछ गंभीर संक्रमितों में यह दाने आंखों के कॉर्निया को भी प्रभावित कर सकते हैं।

  • स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मंकीपॉक्स से मौत के मामले 11 फीसदी तक हो सकते हैं। संक्रमण के छोटे बच्चों में मौत का खतरा अधिक रहता है।

मंकी पॉक्स से बचने के उपाय

  • मंकी पॉक्स का लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।

  • मंकी पॉक्स के लक्षण जैसे स्कीन में रैशेज हो तो, दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

  • जिस व्यक्ति में मंकी पॉक्स के लक्षण दिख रहे हैं, उनकी चादर, तौलिया या कपड़ों जैसी पर्सनल चीजों का इंस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

  • बार-बार अपने हाथों को साबुन या फिर सैनिटाइजर से साफ करते रहें।

  • मंकी पॉक्स के लक्षण दिखते ही घर के एक कमरे में अकेले रहें।

  • अपने पालतू जानवरों से भी दूरी बनाकर रखने की जरूरत है।

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