इतिहासकारों की नजर में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का खतरा ‘वाटरगेट’ से भी बुरा, नये खुलासों से और बढ़ी मुश्किल

महाभियोग के खतरे से जूझ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप यूक्रेन के साथ अपने राजनीतिक विरोधी जो बिडेन के खिलाफ कीचड़ उछालने की सौदेबाजी करने के खुलासे के बाद नई मुश्किल में हैं। अमेरिका के ज्यादातर इतिहासकार ताजा स्थिति को ‘वाटरगेट’ से भी बुरा मानते हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में महाभियोग की घंटी घनघनाने लगी है और एक दूसरा व्हिसलब्लोअर सामने आया है, जिसके जरिए यूक्रेन के साथ ट्रंप की सौदेबाजी और उनके द्वारा अपने राजनीतिक विरोधी जो बिडेन के खिलाफ कीचड़ उछालने का आग्रह करने की बात सामने आई है। ऐसे में अमेरिका के शीर्ष कानूनी विशेषज्ञों ने बड़े सवालों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है, जो वाशिंगटन डीसी में इन दिनों तैर रहे हैं।

यहां सवाल उठता है कि क्या ट्रंप द्वारा किसी दूसरे देश से कीचड़ उछालने के लिए कहा जाना महाभियोग चलाने लायक अपराध है? क्या सदन के पास ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं? अमेरिका के इतिहास में इस क्षण का क्या अर्थ है? क्या यह वह कारण है, जिसके लिए महाभियोग चलाया जाना चाहिए?

पुलित्जर पुरस्कार विजेता और न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग प्रेसीडेंशियल इतिहासकार और पत्रकार जॉन मीचैम का कहना है कि उन्हें यह 'वाटरगेट' मामले की तरह या उससे भी बड़ा मामला लगता है। ताजा मामले के सामने आने के बाद अमेरिकी मीडिया में कानूनी विशेषज्ञों और इतिहासकारों की ओर से आई कुछ टिप्पणियां काफी अहम हैं।

जॉन मीचैम (प्रेसीडेंशियल इतिहासकार) कहते हैं, "यह कोई भावनात्मक विषय नहीं है। यह विचार के बारे में नहीं है। यह तथ्य के बारे में है, हमें देश में एक प्रश्न का उत्तर ढूढ़ना है, और क्या हम इस तथ्य को स्वीकारने को तैयार हैं? मैं कहूंगा कि यह एंड्रू जॉन्सन से अधिक गंभीर है। एंड्र जॉन्सन के खिलाफ महाभियोग के इर्द-गिर्द के मुद्दे अस्तित्व से संबंधित थे। यह श्वेत वर्चस्व के बारे में था, गृहयुद्ध के फैसले के बारे में था। मुझे लगता है कि यह वाटरगेट के जैसा या उससे बड़ा मामला है।"


वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार यूजीनी रॉबिन्सन का कहना है कि "यह व्यवस्था का परीक्षण करने का एक मौका मुहैया कराता है, क्योंकि यहां एक ऐसा व्यक्ति (ट्रंप) है, जो हमेशा झूठ बोलता है और कभी-कभी महत्वपूर्ण सच्चाई उगल देता है। और इसलिए सदन पूरी प्रक्रिया को कितनी गंभीरता से लेता है, यह देखना होगा? मेरा अनुमान है कि हम इस कथ्य का परीक्षण करेंगे कि क्या हम राष्ट्रपति की बातों को गंभीरता से ले सकते हैं, जो कि अमेरिका के लिए यह सवाल पूछना एक हास्यास्पद बात है। यदि कोई व्यक्ति जो शब्द बोल रहा है उसपर आपको भरोसा नहीं है, तो आप उसे गंभीरता से नहीं ले सकते।"

न्यूयॉर्क के मेयर की पूर्व वकील माया विली कहती हैं, "यह एक स्वीकारोक्ति है कि दोनों चीजें हैं, एक तो चीजें घट रही हैं और वह भी बुरी। उनकी (ट्रंप) स्थिति आज वैसी नहीं है, जो 10 दिन पहले थी।" न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में कानून की प्रोफेसर मेलिसा मुरे का कहना है, "संविधान इस बारे में कुछ नहीं कहता कि (सीनेट में) मतदान कैसे होना चाहिए। लेकिन इस तरह की चीजें होती हैं और उसे वायस फॉर रोल काल वोट कहते हैं, जिसमें आप सीनेटरों के नाम लेते हैं, और उसके बाद आप अपना वोट करते हैं। सीनेट के नियम में गुप्त मतदान का प्रावधान नहीं है।"

अमेरिका के पूर्व संघीय अभियोजक जॉन फ्लैनरी कहते हैं, "यह विदेश नीति का मुद्दा नहीं है। यह उनके निर्वाचन को लेकर है। यह कीचड़ उछालने के बारे में है, जो आम चुनाव में उनके एक प्रमुख विषय के रूप में सामने आया था। नीति के बारे में बात करने और ऐसी चीजों के बारे में बात करने में एक बड़ा अंतर है, जो उनके व किसी चुनाव के अनुकूल हो। हमारे में पास सबूत है, जिसके कारण यह सब शुरू हुआ और वह व्हिसलब्लोअर भी है। यह एक ऐसा मामला है, जिसे पूरा देश जानता है।"

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