गाजा सीजफायर समझौते के खिलाफ तीन मंत्रियों का इजरायली सरकार से इस्तीफा, नेतन्याहू पर दबाव बनाने की कोशिश

नेतन्याहू को लिखे पत्र में बेन ग्वीर ने कहा कि युद्ध विराम समझौता 'आतंकवाद की पूर्ण जीत' है। उन्होंने कहा कि हमारा इरादा आपके नेतृत्व वाली सरकार को उखाड़ फेंकने का नहीं, लेकिन वैचारिक मुद्दों पर हम अपने नजरिए और अपनी अंतरात्मा के अनुसार मतदान करेंगे।

गाजा सीजफायर समझौते के खिलाफ तीन मंत्रियों का इजरायली सरकार से इस्तीफा, नेतन्याहू पर दबाव बनाने की कोशिश
गाजा सीजफायर समझौते के खिलाफ तीन मंत्रियों का इजरायली सरकार से इस्तीफा, नेतन्याहू पर दबाव बनाने की कोशिश
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नवजीवन डेस्क

गाजा में कुछ घंटों की देरी के बाद रविवार सुबह 1.15 बजे (स्थानीय समय/ 09:15 जीएमटी) युद्धविराम लागू हो गया। इस बीच गाजा सीजफायर समझौते के विरोध में तीन मंत्रियों ने रविवार को इजरायली सरकार से इस्तीफा दे दिया। तीनों मंत्री दक्षिणपंथी ओत्जमा यहूदित पार्टी से संबंध रखते हैं। 'टाइम्स ऑफ इजरायल' की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटमार बेन ग्वीर, विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू, और नेगेव गैलिली व नेशनल रेजेलिएंस मिनिस्टर यित्जाक वासेरलाफ ने अपने इस्तीफे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सोंप दिए।

इसके साथ ही ओत्जमा यहूदित पार्टी ने एक बयान में कहा कि 'इस समय से ओत्जमा यहूदित पार्टी गठबंधन की सदस्य नहीं है। नेतन्याहू को लिखे पत्र में ओत्जमा यहूदीत के अध्यक्ष बेन ग्वीर ने कहा कि युद्ध विराम समझौता 'आतंकवाद की पूर्ण जीत' है। उन्होंने कहा कि "हमारा इरादा आपके नेतृत्व वाली सरकार को उखाड़ फेंकने का नहीं, लेकिन वैचारिक मुद्दों पर हम अपने नजरिए और अपनी अंतरात्मा के अनुसार मतदान करेंगे।"

इजरायली सरकार ने शनिवार को हमास के साथ बंधक-युद्धविराम समझौते को मंजूरी देने के पक्ष में मतदान किया। इससे पहले शुक्रवार को सुरक्षा कैबिनेट ने भी समझौते को अपनी मंजूरी दे दी थी। ग्वीर ने कहा, 'हम हमास के खिलाफ पूरी जीत और युद्ध के लक्ष्यों की प्राप्ति के बिना सरकार की मेज पर वापस नहीं लौटेंगे।' पार्टी के बयान में यह भी कहा गया कि एमके ज़्विका फोगेल, लिमोर सोन हर-मेलेक और यित्जाक क्रोइजर ने 'गठबंधन के अध्यक्ष को विभिन्न समितियों में अपने पदों से इस्तीफा पत्र सौंप दिया है।' हालांकि बयान में ओत्जमा यहूदित एमके अल्मोग कोहेन का उल्लेख नहीं है, जिन्होंने हाल के हफ्तों में कई बार अपनी पार्टी से अलग रुख अपनाया और गठबंधन के साथ मतदान किया, जिससे उनकी वर्तमान स्थिति अस्पष्ट हो गई।


बता दें कि आज हमास ने तीन महिला बंधकों के नाम सार्वजनिक कर दिए। इन तीनों को गाजा सीजफायर समझौते के तहत रविवार को रिहा किया जाएगा। हमास के इस ऐलान की वजह से कई घंटों की देरी के बाद आखिरकार युद्ध विराम शुरू होने का रास्ता साफ हो गया। मध्यस्थ कतर की घोषणा के मुताबिक सीजफायर रविवार सुबह 8.30 बजे शुरू होना था लेकिन ऐसा हो नहीं सका था। बंधकों की सूची में देरी पर इजरायल ने कहा कि पूर्व निर्धारित संघर्षविराम रविवार को तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक फिलिस्तीनी ग्रुप तीन बंधकों के नामों की लिस्ट नहीं सौंप देता।

अलजजीरा के मुताबिक, इसके बाद हमास के प्रवक्ता ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि गाजा में युद्ध विराम समझौते के पहले दिन हमास ने तीन इजरायली बंदियों के नाम जारी किए हैं, जिन्हें रिहा किया जाना है। रिपोर्ट के मुताबिक हमास की सशस्त्र शाखा क़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कहा, "कैदी अदला-बदली समझौते के तहत हमने आज रोमी गोनेन, (24), एमिली दमारी, (28), और डोरोन श्टनबर खैर, (31) को रिहा करने का फैसला किया है।"


इजरायली मीडिया के मुताबिक तीनों महिलाओं को 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान बंधक बना लिया गया था। गोनेन को नोवा फेस्टिवल से अगवा किया गया था, जबकि डमारी, जिनके पास ब्रिटिश-इजरायली नागिरकता हैं, और स्टीनब्रेचर को किबुत्ज कफर अजा में उनके घरों से किडनैप किया गया था। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की तरफ से रविवार को रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची मिलने की पुष्टि कर दी है, जिससे संघर्ष विराम प्रभावी हो गया है।

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