दुनिया की 5 बड़ी खबरें: ब्रिटेन के पीएम ने कोरोना को दी मात, COVID19 को अमेरिका-इजराइल की साजिश मानते हैं पाकिस्तानी

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पिछले दिनों उन्हें कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पाकिस्तान में एक तिहाई लोग यह मानते हैं कि कोरोना वायरस अमेरिका और इजराइल की साजिश है जो उन्हें कमजोर करने के लिए रची गई है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

ब्रिटेन के पीएम जॉनसन आईसीयू से बाहर

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पिछले दिनों उन्हें कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना वायरस से संक्रमित ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उनकी जान बचाने के लिए राज्य-वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के डॉक्टरों और कर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उनके आभारी हैं। तबियत में सुधार होने के बाद जॉनसन को शनिवार को लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू)से बाहर लाया गया था। उसके बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में 55 वर्षीय जॉनसन ने कहा, ‘‘... जान बचाने के लिए मैं उनका आभारी हूं।’’

कोरोना वायरस को अमेरिका-इजराइल की साजिश मानते हैं एक तिहाई पाकिस्तानी : सर्वे

पाकिस्तान में एक तिहाई लोग यह मानते हैं कि कोरोना वायरस अमेरिका और इजराइल की साजिश है जो उन्हें कमजोर करने के लिए रची गई है। यह नतीजा इप्सॉस द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में उभरकर सामने आया है। यह सर्वे पाकिस्तान के चारों प्रांतों और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में किया गया। इसमें लोगों से कोरोना वायरस से जुड़े सवाल किए गए। चार से नौ अप्रैल के बीच हुए सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई कि पाकिस्तानियों में कोरोना को लेकर कौन सी गलतफहमी व्याप्त है और वे इसे लेकर किस हद तक जानकारियां रखते हैं।

सर्वे में यह बात सामने आई कि हर पांच में से दो पाकिस्तानी यह समझता है कि कोरोना वायरस अमेरिका और इजराइल की साजिश है। 43 फीसदी लोगों ने इसे इन दोनों देशों की साजिश करार देते हुए कहा, "यह हमें कमजोर करने के लिए रची गई है।"


पाकिस्तान : डॉक्टरों पर आफत, एक ही अस्पताल में 12 कोरोना संक्रमित, कई अन्य भी शिकार

पाकिस्तान में जानलेवा कोरोना वायरस से लड़ रहे डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की कमी का सामना करना पड़ रहा है और अब इसका नतीजा सामने आने लगा है। पंजाब प्रांत के प्रमुख शहर मुलतान में एक ही अस्पताल के 12 चिकित्सक और छह नर्से कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं। देश में अन्य जगहों से भी इस आशय की खबरें हैं। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, मुलतान के सबसे बड़े अस्पताल, निश्तर मेडिकल हास्पिटल में 12 डॉक्टरों और छह नर्सो का रविवार को कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है।

निश्तर मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. मुस्तफा कमाल पाशा ने कहा कि यह सभी एक कोरोना पीड़ित मरीज के इलाज के दौरान इसके संक्रमण का शिकार हो गए। इस व्यक्ति के फेफड़े में संक्रमण का इलाज चल रहा था। उसकी मौत के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट आई जिसमें उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया। इसके बाद उसका इलाज करने वाले मेडिकल स्टाफ और वार्ड में सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया।

अफगानिस्तान ने आईएस आतंकी को सौंपने की पाकिस्तान की मांग ठुकराई

फगानिस्तान ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खोरासान प्रांत (आईएसकेपी) सरगना असलम फारूकी को सौंपने की पाकिस्तान की मांग को ठुकरा दिया है। पूर्व में कई आंतकी हमलों में शामिल रह चुके आईएसकेपी ने हाल में काबुल में एक गुरुद्वारे पर हमला किया था जिसमें कई सिख श्रद्धालु मारे गए थे। पाकिस्तान ने कहा था कि आईएसकेपी का सरगना फारूकी उसकी भूमि पर कई आतंकी वारदात में शामिल रहा है। उसने अफगानिस्तान से फारूकी को उसे सौंपने की मांग की थी।

लेकिन, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की इस मांग को ठुकरा दिया है। अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फारूकी सैकड़ों अफगानिस्तानियों की हत्याओं में शामिल रहा है, इसलिए उसके खिलाफ मामला देश के कानून के तहत ही चलना चाहिए।


चीन में कोविड-19 के 99 नए मामले

चीन ने रविवार को कोरोनावायरस के 99 नए मामले सामने आए, जो एक दिन पहले दर्ज मामलों की संख्या के दोगुने से अधिक हैं। हालांकि वहां के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि शनिवार सुबह से पिछले 24 घंटे में कोई मौत नहीं हुई है। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार आयोग ने कहा कि इन 99 मामलों में 97 विदेशी यात्री शामिल हैं। रविवार को सामने आए इन 99 मरीजों में से दो मरीज पूर्वोत्तर प्रांत हेइलोंगजियांग के स्थानीय लोग हैं। विदेशों से चीन की मुख्य भूमि में आए कोरोना के इन मामलों में चीन में चिंता की लहर ला दी है।

बीजिंग ने 28 मार्च को देश में विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन इस प्रतिबंध से बाहर से आए मामलों पर रोक नहीं लग पाई, जिसका आंकड़ा फिलहाल 1280 हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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