दुनिया की 5 बड़ी खबरें: एक रिपोर्ट के इंतजार में अटकी पाकिस्तान की सांस और मस्जिद में सामूहिक नमाज से डॉक्टर चिंतित

पाकिस्तान के सत्ता के गलियारों में इस समय बेचैनी से प्रधानमंत्री इमरान खान की कोरोना जांच रिपोर्ट के नतीजे का इंतजार हो रहा है। पाकिस्तान में लगातार फैल रहे कोरोना वायरस के बीच रमजान के महीने में मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने की कुछ शर्तो के साथ इजाजत पर चिकित्सा जगत ने गंभीर चिंता जताई है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

लोगों को मस्जिदों में जाने से रोक नहीं सकते : इमरान

पाकिस्तान में रमजान में मस्जिदों में सामूहिक नमाज की इजाजत दिए जाने के फैसले पर जताई जा रही चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार के इस फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि वह लोगों को मस्जिदों में जाने से नहीं रोक सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सामूहिक नमाज के बाद वायरस फैलने में तेजी आई तो फिर उन्हें मजबूरन मस्जिदों को बंद करने का आदेश देना पड़ेगा। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए इमरान ने लोगों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की और कहा कि अगर मस्जिद जा रहे हों तो उन शर्तो का पालने करें जिनके तहत मस्जिदों में सामूहिक नमाज की इजाजत दी गई है। अगर इन शर्तो का पालन नहीं हुआ और वायरस फैला तो मजबूरन उन्हें मस्जिदों में सामूहिक नमाज की अनुमति को वापस लेना पड़ेगा।

पाकिस्तान की सांस अटकी, इमरान की कोरोना जांच रिपोर्ट के नतीजे का इंतजार

पाकिस्तान के सत्ता के गलियारों में इस समय बेचैनी से प्रधानमंत्री इमरान खान की कोरोना जांच रिपोर्ट के नतीजे का इंतजार हो रहा है। यह रिपोर्ट आज (बुधवार को) किसी भी वक्त आ सकती है। कोरोना जांच के लिए इमरान का सैंपल मंगलवार को इस तथ्य के सामने आने के बाद लिया गया कि वह देश के बड़े समाजसेवी फैसल ईधी के संपर्क में आए थे जिनकी कोरोना परीक्षण रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

पाकिस्तानी मीडिया में बुधवार को कई तरह की अटकलें लगाई गईं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इमरान की रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन इमरान खान के निजी चिकित्सक व कोविड-19 मामले पर प्रधानमंत्री के फोकल पर्सन डॉ. फैसल सुलतान ने एक वीडियो संदेश जारी कर स्पष्ट किया कि रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।


अफगानिस्तान में बम विस्फोट, 4 नागरिकों की मौत

बम की चपेट में इनका वाहन आ गया और चारों मारे गए। प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। प्रवक्ता हरीफ नूरी ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "घटना मंगलवार रात खोगयानी जिले के पीरका इलाके में घटी। जिले के पुलिस अधिकारी मृतकों के परिजनों के बारे में पता कर उन्हें सूचित करने की कोशिश कर रहे हैं।"

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने शांति के दुश्मनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और प्रांत में हमले के लिए आतंकवादी समूह तालिबान का उल्लेख किया।

अफगानिस्तान में आतंकवादी सड़क किनारे बम रखकर और बारुदी सुरंग बिछाकर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए स्वदेश निर्मित आईईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इन घातक हथियारों की चपेट में नागरिक भी आ जा रहे हैं।

कोविड-19 : फ्रांस में 531 और मौतें, 21 हजार के पास कुल आंकड़ा

कोरोनावायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू किए गए प्रतिबंधों में 11 मई से कुछ छूट देने पर विचार कर रहे फ्रांस में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के चलते 531 और मौतें दर्ज की गईं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने महामारी पर हेल्थ के डायरेक्टर-जनरल जेरोम सॉलोमन की एक डेली ब्रीफिंग के हवाले से कहा, "अस्पतालों और नसिर्ंग होम के आंकड़ों से पता चला है कि कोविड-19 की वजह से अब तक हुई मौतों की संख्या बढ़कर 20,796 हो गई, जबकि सोमवार को यह संख्या 20,265 थी।"

अस्पतालों में भर्ती होने वाले महामारी के नए और गंभीर मामलों में मरीजों की संख्या धीमी गति से बढ़ रही है। हालांकि, इससे इस बात की पुष्टि होती है कि लागू किए गए नेशनल लॉकडाउन का संक्रमण की रोकथाम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।


पाकिस्तान : मस्जिद में सामूहिक नमाज से डॉक्टर चिंतित, फैसले पर तुरंत पुनर्विचार का आग्रह

पाकिस्तान में लगातार फैल रहे कोरोना वायरस के बीच रमजान के महीने में मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने की कुछ शर्तो के साथ इजाजत पर चिकित्सा जगत ने गंभीर चिंता जताई है और सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया है। बीस डॉक्टरों ने इस संबंध में लिखे एक पत्र में कहा है कि इस फैसले के भयावह नतीजे आ सकते हैं। यह केवल पाकिस्तान नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए खतरनाक नतीजों की वजह बन सकते हैं। अगर इस धार्मिक वजह से कोरोना वायरस की महामारी ने और आतंक मचाया तो दुनिया में अन्य जगहों पर महामारी से लड़ने में अच्छी भूमिका निभा रहे मुसलमानों के लिए भी जवाब देना मुश्किल हो जाएगा।

जिन 20 प्रतिष्ठित पाकिस्तानी डॉक्टरों ने उलेमा और सरकार को संबोधित करते हुए यह पत्र लिखा है, उनमें कुछ विदेश में काम कर रहे हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 22 Apr 2020, 9:30 PM