कैपिटल हिल दंगा मामले में ट्रंप को ठहाराया जाता दोषी लेकिन... विशेष अभियोजक की रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा
स्मिथ ने कहा कि जब यह साफ हो गया कि ट्रंप 2020 में चुनाव हार गए थे और चुनाव परिणामों को चुनौती देने के वैध साधन नाकाम हो गए थे, तो उन्होंने सत्ता बनाए रखने के लिए कई आपराधिक प्रयास किए। ट्रंप ने इतिहास में पहली बार सत्ता परिवर्तन को हिंसक बना दिया।

अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें शपथ ग्रहण समारोह से पहले बढ़ती ही जा रही हैं। विशेष वकील जैक स्मिथ ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दावा किया अगर ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं चुने जाते तो उन्हें 2020 के चुनाव में गड़बड़ी के मामले में दोषी ठहराया जाता। अमेरिकी कानून कहता है कि मौजूदा राष्ट्रपति पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता।
नीति के अनुसार, नवंबर 2024 में स्मिथ ने ट्रंप के खिलाफ चल रहे दो मामलों को खारिज करने के लिए आवेदन किया था। इनमें से एक मामला चुनाव में गड़बड़ी का था, जबकि दूसरा मामला ट्रंप द्वारा पद छोड़ने के बाद अवैध रूप से गोपनीय दस्तावेज रखने से जुड़ा था। वहीं हाल में ट्रंप को हश मनी केस में दोषी ठहराया गया था। हालांकि शुक्रवार को जज ने उन्हें कोई सजा नहीं सुनाई और न ही जुर्माना लगाया। इस तरह व्हाइट पहुंचने वाले वह ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए जो किसी मामले में दोषी ठहराए गए।
चुनाव में गड़बड़ी का मामला 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को अवैध रूप से पलटने की ट्रंप की नाकाम कोशिश से जुड़ा है। चुनाव में निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जीत हासिल की थी। 6 जनवरी, 2021 को, जब सीनेट चुनाव परिणाम को प्रमाणित करने के लिए बैठक कर रही थी, तब ट्रंप के हजारों समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर हमला कर दिया। उन्हें ऐसा करने के लिए ट्रंप ने ही उकसाया था। आक्रोशित समर्थकों ने सर्टिफिकेशन को हाईजैक करने और सीनेटरों को ट्रंप के पक्ष में चुनाव को प्रमाणित करने के लिए मजबूर करने के इरादे से कैपिटल पर धावा बोला था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में स्मिथ ने कहा कि ट्रंप को मुकदमे में दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त सबूत थे, लेकिन उनके चुनाव की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। स्मिथ ने कहा कि ट्रंप को दोषी नहीं ठहराया जाने का एकमात्र कारण उनका राष्ट्रपति के रूप के चुना जाना है क्योंकि प्रेसिडेंट के अभियोजन पर संवैधानिक प्रतिबंध लगा है। स्मिथ ने कहा कि जब यह साफ हो गया कि ट्रंप 2020 में चुनाव हार गए थे और 'चुनाव परिणामों को चुनौती देने के वैध साधन नाकाम हो गए थे, तो उन्होंने सत्ता बनाए रखने के लिए कई आपराधिक प्रयास किए।' स्मिथ ने कहा कि ट्रंप ने एक सदी से भी ज्यादा समय में पहली बार सत्ता परिवर्तन को हिंसक बना दिया।
उनके मुताबिक, 'जब तक ट्रंप ने इसमें बाधा नहीं डाली, तब तक यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया 130 से अधिक सालों तक शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से चलती रही।' हालांकि स्मिथ ने अब ट्रंप के खिलाफ मामले वापस ले लिए हैं, लेकिन उन्होंने 2029 में रिपब्लिकन लीडर के पद छोड़ने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की संभावना को खुला छोड़ दिया है, क्योंकि तब उनके खिलाफ मुकदमा चलाने पर संवैधानिक प्रतिबंध हट जाएगा। कुछ कानूनी विद्वानों का यह कहना है कि सीमा अवधि के सवाल पर फैसला करते समय ट्रंप के 2025-29 के दूसरे कार्यकाल को ध्यान में नहीं रखा जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो सैद्धांतिक रूप से ट्रंप पर 2029 में पद छोड़ने के बाद मुकदमा चलाया जा सकता है।
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