जमीनी हमले के दौरान गाजा में दो और इजरायली सैनिकों की मौत, मरने वाले जवानों की कुल संख्या 33 पहुंची

आईडीएफ के अनुसार, सेना के दोनों जवान बुधवार को गाजा के घिरे इलाके में हमास समूह के लड़ाकों के साथ भीषण लड़ाई के दौरान मारे गए। हमास द्वारा 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र के खिलाफ किए गए अभूतपूर्व हमले के बाद से 350 से अधिक इजरायली सैनिक मारे गए हैं।

जमीनी हमले के दौरान गाजा में दो और इजरायली सैनिकों की मौत, मरने वाले जवानों की कुल संख्या 33 पहुंची
जमीनी हमले के दौरान गाजा में दो और इजरायली सैनिकों की मौत, मरने वाले जवानों की कुल संख्या 33 पहुंची
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नवजीवन डेस्क

इजरायल की सेना आईडीएफ ने गुरुवार को बताया कि गाजा में जमीनी अभियान के दौरान हमले में उसके दो और सैनिक मारे गए हैं, जिससे 27 अक्टूबर को जमीनी आक्रमण शुरू होने के बाद से मरने वाले इजरायली सैनिकों की कुल संख्या 33 हो गई है। दोनों सैनिकों की पहचान येरुशलम के सार्जेंट प्रथम श्रेणी एलियाहू बेंजामिन एल्माकेयस (29) और डिमोना के स्टाफ सार्जेंट नोम योसेफ अबू (20) के रूप हुई है।

आईडीएफ के अनुसार, सेना के दोनों जवान बुधवार को गाजा के घिरे इलाके में हमास समूह के लड़ाकों के साथ भीषण लड़ाई के दौरान मारे गए। हमास द्वारा 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र के खिलाफ किए गए अभूतपूर्व हमले के बाद से 350 से अधिक इजरायली सैनिक मारे गए हैं।

वहीं, इजराइली सेना ने गुरुवार को दावा किया कि उसने गाजा में 130 हमास सुरंगों के प्रवेश द्वारों को नष्ट कर दिया है। एक्स पर एक पोस्ट में सेना ने कहा: "आईडीएफ के लड़ाकू इंजीनियर वर्तमान में गाजा में सुरंगों सहित हमास के आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का काम कर रहे हैं। सुरंगों के अंदर पानी और ऑक्सीजन भंडारण की खोज से संकेत मिलता है कि हमास लंबे समय तक भूमिगत रहने की तैयारी कर रहा है। युद्ध की शुरुआत के बाद से सुरंग के 130 प्रवेश द्वार नष्ट कर दिए गए हैं।"


बुधवार देर रात एक बयान में आईडीएफ ने कहा कि उसने उत्तरी गाजा के बेत हनौन क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) प्रायोजित स्कूल के पास हमास सुरंग को नष्ट कर दिया। इसने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें कथित तौर पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से "स्कूल के पास" नष्ट किए गए सुरंग द्वार को दिखाया गया है। आईडीएफ ने कहा कि गाजा पट्टी में जमीनी अभियान के विस्तार के साथ, सैनिक हमास के आतंकवादी ढांचे को विफल कर रहे हैं।

गाजा के नीचे सुरंगों के जरिए मिस्र से माल की तस्करी की जाती है। लेकिन आईडीएफ के अनुसार, एक दूसरा भूमिगत नेटवर्क भी मौजूद है जिसे इजरायली सेना बोलचाल की भाषा में "गाजा मेट्रो" कहती है। सीएनएन ने कहा कि यह सुरंगों की एक विशाल भूलभुलैया है, जो कुछ लोगों के अनुसार कई किलोमीटर भूमिगत है, जिसका उपयोग लोगों और सामानों के परिवहन; रॉकेट और गोला बारूद भंडार को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है। हमास का कमांड सेंटर भी यहीं है, जो आईडीएफ के विमानों और निगरानी ड्रोनों की नज़रों से दूर है।

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