इमरान की रिहाई से पाकिस्तान मे शुरू हो सकता है हिंसक विरोध-प्रदर्शन, पाकिस्तानी इंटेलिजेंस की चेतावनी

आईबी के पत्र के अनुसार, पूर्व पाक पीएम की रिहाई से संस्थानों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों की महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया संभव है, जिससे नागरिकों के जीवन और संपत्ति को खतरा हो सकता है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो ने इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त और इस्लामाबाद पुलिस के महानिरीक्षक को पत्र लिखकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की रिहाई की स्थिति में पुलिस लाइंस समेत सभी सरकारी इमारतों और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय करने की अपील की है। मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है। एजेंसी ने दो अलग-अलग पत्र जारी किए हैं। एक पत्र में उसने उस परिसर को सुरक्षित करने की सिफारिश की जहां वर्तमान में इमरान खान को रखा गया है, साथ ही आस-पास की इमारतों को भी ताकि उपद्रवियों द्वारा हमलों के संभावित खतरे की स्थिति में किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

जियो न्यूज ने बताया कि इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त नूर-उल-अमीन मंगेल और इस्लामाबाद पुलिस के आईजी डॉ. अकबर नासिर खान को संबोधित पत्र में एजेंसी ने कहा कि इमरान खान संस्थानों के खिलाफ भड़काऊ बयान दे रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में हिंसक घटनाएं हुई हैं।

पत्र में यह भी कहा गया है कि पीटीआई प्रदर्शनकारियों ने सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने घंटों तक इस्लामाबाद हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया और खाद्य आपूर्ति को शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।


जियो न्यूज ने बताया, भीड़ के रूप में प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद में कानून अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने सार्वजनिक और निजी इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया और आग लगा दी।

आईबी के पत्र के अनुसार, पूर्व पाक पीएम की रिहाई से संस्थानों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों की महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया संभव है, जिससे नागरिकों के जीवन और संपत्ति को खतरा हो सकता है। इसलिए, स्थिति का मुकाबला करने के लिए पुलिस लाइन सहित सरकारी भवनों और संपत्तियों की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए।

जियो न्यूज के अनुसार, पत्र में लिखा है स्थिति की मांग है कि उपद्रवियों की महत्वाकांक्षाओं को विफल करने के लिए सुरक्षा उपाय किए जाएं।

खुफिया ब्यूरो के पत्र में चेतावनी दी गई है कि अगर इमरान खान को रिहा किया जाता है तो संस्थानों के खिलाफ भीड़ की प्रतिक्रिया तेज हो सकती है, जिससे निर्दोष जान-माल का संभावित नुकसान हो सकता है। एजेंसी ने सुझाव दिया है कि उपद्रवियों के नापाक मंसूबों का मुकाबला करने के लिए प्रभावी एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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