यूक्रेन के अनाज और तिलहन निर्यात पर युद्ध की मार, एक तिहाई गिरावट आने की संभावना

यूक्रेन के कृषि और खाद्य मंत्री मायकोला सोल्स्की ने यूक्रेन से खाद्यान्नों के निर्यात में कमी के पीछे ब्लैक सी ग्रेन कॉरिडोर में व्यवधान और कुछ यूरोपीय देशों द्वारा यूक्रेन से कृषि आयात पर प्रतिबंध लगाए जाने को मुख्य कारण बताया।

यूक्रेन के अनाज और तिलहन निर्यात पर युद्ध की मार
यूक्रेन के अनाज और तिलहन निर्यात पर युद्ध की मार
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नवजीवन डेस्क

रूस द्वारा थोपे गए युद्ध की मार यूक्रेन पर जारी है। रूसी हमलों के कारण यूक्रेन के अनाज निर्यात को बड़ा धक्का लगा है। लगातार जारी हमलों के बीच इस साल यूक्रेन के अनाज और तिलहन के निर्यात में एक तिहाई की गिरावट आने की संभावना जताई गई है। यह स्थिति तब है जब देश की अनाज और तिलहन की फसल में इस साल बड़ी कमी आई है।

यूक्रेन के कृषि और खाद्य मंत्री मायकोला सोल्स्की ने कहा है कि रूस के हमले के बीच अनाज और तिलहन के निर्यात में इस साल एक तिहाई की गिरावट आने की संभावना है। सोल्स्की ने कहा कि यूक्रेन 2023 में विदेशों में लगभग 46 मिलियन टन अनाज और तिलहन की आपूर्ति करेगा।


समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार मंत्री सोल्सकी ने कहा कि अकेले यूक्रेन के अनाज निर्यात में इस साल 40 फीसदी की कमी आएगी। यूक्रेन से खाद्य पदार्थों के निर्यात के लिए सोलस्की ने ब्लैक सी ग्रेन कॉरिडोर में व्यवधान और कुछ यूरोपीय देशों द्वारा यूक्रेन से कृषि आयात पर प्रतिबंध लगाए जाने को मुख्य चुनौती बताया।

इससे पहले मार्च में, यूक्रेनी सरकार ने अनुमान लगाया था कि देश की अनाज और तिलहन की फसल इस साल लगभग 7 प्रतिशत गिरकर 65 मिलियन टन रह जाएगी। करीब सवा साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन का कृषि क्षेत्र दोहरी मार झेल रहा है। युद्ध के कारण एक ओर जहां उत्पादन में कमी आई है, वहीं निर्यात को भी बड़ा धक्का लगा है।

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